Chinnaswamy Stadium Stampede: बेंगलुरुवासियों की खुशियां उस वक्त मातम में बदल गई, जब आरसीबी के विक्ट्री सेलिब्रेशन में भगदड़ मच गई। डीजे की धुन पर नाचते विराट कोहली समेत रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाड़ियों को देखना चाहता था, लेकिन भगदड़ में 11 लोग अपनी जान से हाथ धो बैठेंगे।
रायपुर। Chinnaswamy Stadium Stampede: आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की जीत के जश्न के दौरान बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर बड़ा हादसा हो गया। भगदड़ मचने से 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। घायलों में कई की हालत गंभीर है और कुछ आईसीयू में भर्ती हैं। बता दें कि यह भगदड़ उस वक्त हुई जब रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू (RCB) के पहला आईपीएल खिताब जीतने के जश्न में शामिल होने के लिए हजारों समर्थक चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर एकत्रित हुए।
Chinnaswamy Stadium Stampede: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जताया शोक
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा, कर्नाटक के चिन्नास्वामी स्टेडियम में भगदड़ के दौरान कई लोगों की असामयिक मृत्यु एवं घायल होने का समाचार अत्यंत दु:खद है। मैं शोकाकुल परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति और घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।
विपदा की इस घड़ी में हम अपेक्षा करते हैं कि कर्नाटक सरकार इस घटना की गंभीरता को देखते हुए राहत और बचाव के सभी आवश्यक कदम शीघ्रता से उठाएगी, ताकि पीड़ितों को हरसंभव सहायता मिल सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी घटना पर दुख जताते हुए कहा, “बेंगलुरु में हुई दुर्घटना बहुत ही दुखद है। इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्द स्वस्थ हों।”
कर्नाटक के CM सिद्धारमैया में जताया दुःख
कर्नाटक के CM सिद्धारमैया ने कहा- विधानसभा में जब RCB टीम पहुंची तो विधानसभा के बाहर एक लाख लोग जमा थे। जश्न विधानसभा में हो रहा था, लेकिन भगदड़ चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई। स्टेडियम के बाहर 3 लाख लोग जमा थे। हमें इतनी भीड़ की उम्मीद नहीं थी। किसी ने इसकी उम्मीद नहीं की थी। हम इसके लिए तैयार नहीं थे। हादसे ने जीत की खुशी को मिटा दिया।”
Chinnaswamy Stadium Stampede: जानें कैसे हुआ हादसा?
बता दें कि टीम की एक झलक पाने के लिए स्टेडियम के बाहर प्रशंसकों का तांता लग गया जिन पर पुलिस नियंत्रण नहीं रख सकी। इसके लिए उन्हें हल्का बलप्रयोग भी करना पड़ा। इसी दौरान भीड़ अचानक अनियंत्रित हो गई और फिर हड़कंप मच गया। स्थिति बहुत ही खतरनाक बन गई। घायलों में कई की हालत गंभीर बनी हुई है।
मजिस्टिरियल जांच के आदेश जारी
कर्नाटक की सरकार ने चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ की मजिस्टिरियल जांच के आदेश दिए हैं। इस भगदड़ में अब तक 11 लोगों की मौत हुई है, और 47 घायल हुए हैं। सरकार ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपया मुआवजा देने का भी ऐलान किया है।
भगदड़ के बाद भी जारी रहा प्रोग्राम
सोशल मीडिया पर आरसीबी टीम की आलोचना हो रही है क्योंकि शाम को 6 बजे के करीब ये खबर आ गई थी कि चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ में कई लोगों की मौत हो गई है। इसके बाद भी स्टेडियम के अंदर जश्न का कार्यक्रम जारी रहा। विराट कोहली समेत पूरी टीम ने ट्रॉफी को लेकर ग्राउंड में चक्कर लगाया। संभव है कि प्लेयर्स को भगदड़ की कोई खबर नहीं मिली हो लेकिन प्रशासन और मैनेजमेंट को भी नहीं पता चला, ऐसा मुश्किल है।

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने जताया दुख
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने भगदड़ में लोगों की मौत पर गहरा दुःख जताया है। उन्होंने कहा कि “हम मीडिया रिपोर्टों के माध्यम से सामने आई दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं से बहुत दुखी हैं, जिसमें टीम के आज दोपहर आगमन की प्रत्याशा में पूरे बेंगलुरु में लोगों की भीड़ जुटने की बात कही गई है। सभी की सुरक्षा और भलाई हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है।
RCB लोगों की दुखद मौत पर शोक व्यक्त करती है और प्रभावित परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करती है। स्थिति से अवगत होने के बाद, हमने तुरंत अपने कार्यक्रम में संशोधन किया और स्थानीय प्रशासन के मार्गदर्शन और सलाह का पालन किया। हम अपने सभी समर्थकों से सुरक्षित रहने का आग्रह करते हैं।”
KSCA देगी 5 लाख की सहायता राशि
वहीं KSCA ने घोषणा की कि मृतकों के परिवारों को 5 लाख की सहायता राशि दी जाएगी। हालांकि, संयुक्त बयान में कहा गया है कि यह राशि मानव जीवन के मूल्य को बदलने के लिए नहीं है। बयान में कहा गया कि, ‘आरसीबी- KSCA उन लोगों के परिवारों को 5 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा करता है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। हमें उम्मीद है कि यह उनके दुख की घड़ी में कुछ सहायता और सांत्वना प्रदान कर सकता है।’