Premanand ji maharaj: प्रेमानंद महाराज लंबे समय से रात दो बजे पदयात्रा पर निकलते हैं। इसी दौरान जब वे अपने आश्रम श्रीराधा केलिकुंज से जा रहे थे तब एक लाइट का एंगल फ्रेम अचानक झुक गया जिससे अफरा-तफरी मच गई।
मथुरा। Premanand ji maharaj: विख्यात संत प्रेमानंद जी महाराज बुधवार को एक बड़े हादसे से बाल-बाल बच गए। दरअसल, बुधवार को सुबह साढ़े नौ बजे ने संत प्रेमानंद महाराज पदयात्रा पर निकले थे, इसी दौरान परिक्रमा मार्ग पर उनके स्वागत के लिए लगाए गए लोहे के भारी ट्रस का हिस्सा गिरने लगा। ये उसी वक्त हुआ, जब प्रेमानंद महाराज वहां से निकल रहे थे।
गनीमत रही कि मौके पर मौजूद लोगों ने सतर्कता दिखाते हुए ट्रस को गिरने से पहले ही पकड़ लिया। घटना के बाद कुछ देर के लिए श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी मच गई। संत प्रेमानंद महाराज ने सभी को शांत रहने का संदेश देते हुए पदयात्रा जारी रखने का निर्णय लिया।
हादसा होते देख परिकरों ने तत्काल महाराज को घेरा
तस्वीरें वृंदावन के भक्ति वेदांत हॉस्पिटल के पास की हैं, जब प्रेमानंद महाराज अपने केलिकुंज आश्रम से एकांत वार्तालाप कर अपने आवास की ओर जा रहे थे। परिक्रमा मार्ग पर भक्तों के अभिवादन को स्वीकार करते हुए, अचानक लोहे का ट्रस यानी लोहे का ढांचा गिरने लगा। हादसा होते देख उनके परिकरों ने तत्काल महाराज को घेरेबंदी में लिया। आगे-आगे चल रहे पुलिस वाले भी भागते हुए महाराज के पास पहुंचे। परिकरों ने तत्काल तेज से चलते हुए महाराज को आगे निकाल ले गए। अगर ट्रस गिरता तो न सिर्फ महाराज बल्कि वहां बड़ी संख्या मौजूद भक्तों और परिकरों को भी चोट लग सकती थी।

सोशल मीडिया में वीडियो हो रहा वायरल
प्रेमानंद महाराज के पर्रिकर के लोगों ने उसे देखा तो उनको सूचित किया। उन्होंने प्रेमानंद महाराज को तुरंत कवर करते हुए उन्हें सुरक्षित किया, जिसे वायरल हो रहे वीडियो में साफ देखा जा सकता है। महाराज उसमें बचते हुए दिखाई दे रहे हैं। वही, जब यह घटना हुई तो भक्त भी एक बार को घबरा गए। लेकिन गनीमत रही कि कोई भी बड़ा हादसा नहीं हुआ। संत प्रेमानंद महाराज ने सभी को शांत रहने का संदेश देते हुए पदयात्रा जारी रखने का निर्णय लिया। बता दें कि प्रेमानंद महाराज के सोशल मीडिया पर करोड़ों की संख्या में शिष्य हैं, जिसमें प्रेमानंद महाराज को सोशल मीडिया का महाराज भी कहा जाता है।
सुरक्षा पर उठ रहे सवाल
वहीं इस घटना के बाद से प्रशासन और पदयात्रा आयोजकों पर सवाल उठने लगे हैं। सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही को लेकर श्रद्धालुओं ने चिंता जताई की है। प्रशासन ने मामले को संज्ञान में लेते हुए भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं।