Police constable selling ganja पूछताछ में बुंदेलाल ने स्वीकार किया कि वह महासमुंद और ओडिशा बॉर्डर से गांजा मंगवाता था और पिछले महीने उसने सुलेश को दो किलो गांजा बिक्री के लिए दिया था। लेन-देन ऑनलाइन किया गया था। उसने यह भी बताया कि पहले वह महासमुंद में 9 किलो गांजा के साथ पकड़ा गया था और उस मामले में चालान भी हुआ था।
मनेंद्रगढ़। मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले में पुलिस का कांस्टेबल आरोपियों के साथ उन्हें संरक्षण देते हुए गांजा बिकवा रहा था। गांजा तस्करी के मामले में सीएएफ छत्तीसगढ़ आर्म्ड फोर्स के कॉन्स्टेबल बुंदेलाल को गिरफ्तार हुआ है।आरोपी कांस्टेबल 8वीं बटालियन, पेन्ड्री, राजनांदगांव में तैनात था। इसके लिए पुलिस ने जाल बिछाया, जिसमें वह फंस गया।आरोपी पर एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।
Police constable selling ganja कॉल डिटेल से खुला राज
मामला 28 अप्रैल का है, जब पुलिस को सूचना मिली थी कि बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के करीलधोवा गांव का रहने वाला सुलेश कुमार काले रंग की बाइक में गांजा लेकर खड़गवां-चिरमिरी मार्ग से गुजरने वाला है। पुलिस ने घेराबंदी कर उसे पकड़ा और बाइक की डिक्की से 2 किलो 195 ग्राम गांजा जब्त किया। इसकी कीमत लगभग 30 हजार रुपए आंकी गई है। Police constable selling ganja पुलिस की पूछताछ में उसने कांस्टेबल का नाम ले लिया। उसकी कही बात को पुख्ता करने कॉल डिटेल्स निकली गई, जिसमें दोनों की बातचीत का होना पाया गया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी कांस्टेबल बुंदेलाल को राजनांदगांव से गिरफ्तार किया है।
ओडिशा से मंगवाता था गांजा
पूछताछ में बुंदेलाल ने स्वीकार किया कि वह महासमुंद और ओडिशा बॉर्डर से गांजा मंगवाता था और पिछले महीने उसने सुलेश को दो किलो गांजा बिक्री के लिए दिया था। लेन-देन ऑनलाइन किया गया था। उसने यह भी बताया कि पहले वह महासमुंद में 9 किलो गांजा के साथ पकड़ा गया था और उस मामले में चालान भी हुआ था।