false compensation हालत बिगड़ने पर उसे सिम्स रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान 14 नवंबर को उनकी मौत हो गई। स्वजन ने दावा किया था कि शिवकुमार को सांप ने काटा था और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी यही लिखा गया। लेकिन पुलिस जांच में पता चला कि शव के पैरों में कोई सांप काटने का निशान नहीं था।
बिलासपुर। false compensation शासन से मुआवजा पाने के लिए मृतक के स्वजन यहां तक जा सकते हैं, यह सोचा भी नहीं जा सकता। बिलासपुर में ऐसे मामले का खुलासा हुआ है, जहां मृतक के परिजनों ने सामान्य बीमारी से मौत के मामले को सांप काटने से मौत बताकर सरकार से मुआवजा लिया है।
हालांकि इसकी जानकारी होते ही मामले में बिल्हा पुलिस ने दोबारा जांच शुरू की है। इसी के तहत रविवार को कब्र खोदकर मृतक का शव निकलवाया गया। इसके बाद उसका दोबारा पोस्टमार्टम कराया गया है।
false compensation ले लिया सरकारी मुआवजा
बता दें कि जिले के बिल्हा थाना क्षेत्र के पोड़ी निवासी शिवकुमार घृतलहरे (36) की मौत के मामले में यह कार्रवाई की गई है। पुलिस की जांच में स्वजनों का झूठ पकड़ा जा चुका है। false compensation जिसके बाद अपने बयान में स्वजन ने दस्तावेजों में छेड़छाड़ करने की बात स्वीकारी है।
वहीं अब पुष्टि के लिए मामले की गहनता से जांच की जा रही है। पुलिस पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर और इससे जुड़े अन्य लोगों की भी जांच कर रही है।
शराब से मौत को बताया सर्पदंश
बता दें कि शिवकुमार घृतलहरे की मौत के मामले में पुलिस ने शनिवार को शव को कब्र से निकालकर तहसीलदार की मौजूदगी में सिम्स में दोबारा पोस्टमार्टम करवाया। जिससे मौत के पीछे छिपी साजिश की परतें अब खुलने लगी। 12 नवंबर 2023 को शिवकुमार को उल्टी और झाग आने की शिकायत पर स्वजन बिल्हा सीएचसी ले गए थे।
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हालत बिगड़ने पर उसे सिम्स रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान 14 नवंबर को उनकी मौत हो गई। false compensation स्वजन ने दावा किया था कि शिवकुमार को सांप ने काटा था और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी यही लिखा गया। लेकिन पुलिस जांच में पता चला कि शव के पैरों में कोई सांप काटने का निशान नहीं था।