Strawberry moon in the sky ग्रीष्म संक्रांति से कुछ दिन पहले, 20 जून को होने वाली इस पूर्णिमा को मौसमी कैलेंडर की तरह माना जाता है। यह वसंत की आखिरी पूर्णिमा और गर्मियों की शुरुआत का प्रतीक मानी जाती है।
ख़बरनवीस डेस्क। आज रात आकाश में एक दुर्लभ और सुंदर खगोलीय घटना देखने को मिलेगी, स्ट्रॉबेरी मून। यह पूर्णिमा चांद रात को विशेष रूप से मनमोहक बनाएगी। कुछ देशों में इसे हॉट मून, रोज मून या मीड मून भी कहा जाता है। इस बार यह चंद्रमा अमेरिका के न्यूयॉर्क में सुबह 3:44 बजे (स्थानीय समयानुसार) दिखाई देगा। खास बात यह है कि यह साल का माइक्रो मून भी होगा, यानी चंद्रमा पृथ्वी से थोड़ा अधिक दूर होगा और इस कारण यह आकार में सामान्य से छोटा और हल्का धुंधला नजर आएगा।

थोड़ी देर में नजर आएगा स्ट्रॉबेरी मून
यह घटना ग्रीष्म संक्रांति से कुछ दिन पहले होती है और मौसमों के कैलेंडर के तौर पर वसंत की अंतिम या गर्मियों की पहली पूर्णिमा मानी जाती है। Strawberry moon in the sky स्ट्रॉबेरी मून और समर सोल्सटिस (ग्रीष्म संक्रांति) का एकसाथ होना लगभग 20 वर्षों में एक बार होता है। अगली बार यह दृश्य 2043 में नजर आएगा। जबकि 2026 में स्ट्रॉबेरी मून 30 जून को दिखेगा। इसलिए इस बार का नजारा बेहद खास और यादगार होगा।
इस चांद को ‘स्ट्रॉबेरी मून’ क्यों कहा जाता है?
स्ट्रॉबेरी मून का नाम इसके रंग से नहीं, बल्कि एक पारंपरिक परंपरा से जुड़ा है। नेटिव अमेरिकन जनजातियों के लिए यह समय स्ट्रॉबेरी की फसल की कटाई की शुरुआत का संकेत होता था. इसलिए इस पूर्णिमा को ‘स्ट्रॉबेरी मून’ कहा जाने लगा।
Strawberry moon in the sky स्ट्रॉबेरी मून और मौसम का संबंध
ग्रीष्म संक्रांति से कुछ दिन पहले, 20 जून को होने वाली इस पूर्णिमा को मौसमी कैलेंडर की तरह माना जाता है। यह वसंत की आखिरी पूर्णिमा और गर्मियों की शुरुआत का प्रतीक मानी जाती है।
पूर्णिमा पर चांद पूरा क्यों दिखता है?
जब चंद्रमा पृथ्वी से सूर्य के ठीक विपरीत होता है, तो उसका पूरा भाग सूर्य की रोशनी से प्रकाशित होता है। यही कारण है कि पूर्णिमा की रात हमें चांद पूरी तरह चमकता हुआ दिखाई देता है। Strawberry moon in the sky वहीं, स्ट्रॉबेरी मून खासकर क्षितिज के पास वायुमंडलीय प्रभाव के कारण पीला या हल्का नारंगी रंग का भी दिख सकता है।