Chain snatching in vishrampur करीब दो माह पहले कुमदा कॉलोनी में भी एक महिला के साथ चैन स्नैचिंग की घटना हुई थी। वह महिला मंदिर से लौट रही थी जब उसकी चेन छीनी गई थी। उस मामले में भी पुलिस अभी तक आरोपी तक नहीं पहुंच सकी है।
बिश्रामपुर। Chain snatching in vishrampur एसईसीएल की टूए कॉलोनी क्वार्टर नंबर 114 निवासी डीएवी पब्लिक स्कूल बिश्रामपुर की शिक्षिका नीलम पांडेय मंगलवार की शाम अपने एसईसीएल बिश्रामपुर के सेवानिवृत्त कर्मी ऑफिसर एसोशिएशन महासचिव पति के. पांडेय के साथ रोज की तरह शाम को वॉक पर निकली थीं। तभी बाइक सवार तीन अज्ञात बदमाशों ने उनके गले से सोने की चेन छीन ली और विरोध करने पर रिवॉल्वर तान दी।
इस घटना के बाद शहर के सबसे सुरक्षित इलाके का तमगा रखने वाली इस कॉलोनी में भी दहशत फैल गई। घटना का विवरण देते हुए पीडि़त शिक्षिका ने बताया कि, शाम के करीब साढ़े सात बज रहे थे। हम वॉक करके अपने क्वार्टर लौट रहे थे, तभी एक बाइक पर सवार तीन युवक अचानक तेज रफ्तार में आए और मेरे गले में झपट्टा मारा। अपना बचाव करते हुए जब मैंने छाता से बदमाशों पर वार करने की कोशिश की, तो उनमें से एक युवक ने तुरंत रिवॉल्वर निकाल ली और मेरी ओर तान दी।
Chain snatching in vishrampur क्षेत्र में फैल गई दहशत
इस घटना से मैं इतना डर गई कि, हाथ पैंर कांपने लगे। यह मेरे लिए पहला अनुभव था। इसी बीच बदमाश चैन लूटकर मौके से फरार हो गए। इस छीना-झपटी में मैं नीचे गिर गई। जिससे मेरे हाथ-पैर, घुटनों और शरीर के अन्य हिस्सों में चोटें आईं। मुझे तुरंत एसईसीएल के केंद्रीय चिकित्सालय बिश्रामपुर ले जाया गया। भले ही मुझे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, लेकिन इस घटना से मेरे दिल में घर कर लिया और मैं सोचने पर मजबूत हूं कि आखिर पुलिस प्रशासन कहां है। इस घटना से मैंने न सिर्फ अपनी साढ़े तीन तोला सोने की चेन गवाई बल्कि मनोबल भी गिर गया है।
इतने साल में पहली बार घटना
पीडि़त शिक्षिका के पति पांडेय, जो एसईसीएल के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं, ने बताया कि हम कई सालों से इस कॉलोनी में शांतिपूर्वक रह रहे हैं। इस कॉलोनी को अब तक सुरक्षित माना जाता था, लेकिन अब हालात बदलते दिख रहे हैं। मेरी पत्नी पर हमला और हमारे सामने रिवॉल्वर तान देना, यह सब किसी फिल्म जैसा लग रहा था। Chain snatching in vishrampur घटना की जानकारी मिलते ही बिश्रामपुर पुलिस मौके पर पहुंची और रिपोर्ट दर्ज की है, लेकिन अब तक बदमाशों का कोई सुराग नहीं लग पाया है।
पुलिस ने नहीं बढ़ाई गश्त
इस घटना के बाद लोग पुलिस पर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि पुलिस द्वारा इस इलाके में कभी भी नियमित गश्त नहीं की जाती। अगर कॉलोनी में सीसीटीवी कैमरे होते तो बदमाशों को पकड़ा जा सकता था। करीब दो माह पहले कुमदा कॉलोनी में भी एक महिला के साथ चैन स्नैचिंग की घटना हुई थी। वह महिला मंदिर से लौट रही थी जब उसकी चेन छीनी गई थी। उस मामले में भी पुलिस अभी तक आरोपी तक नहीं पहुंच सकी है।
टीआई विश्रामपुर ने क्या कहा…
बिश्रामपुर थाना प्रभारी टीआई अलरिक लकड़ा ने बताया कि कॉलोनी के आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और संदिग्ध युवकों की पहचान के प्रयास जारी हैं।