Tomar Brothers Case: तोमर ब्रदर्स के खिलाफ पुलिस बड़े एक्शन की तैयारी में है। कोर्ट ने दोनों आरोपियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करते हुए 14 दिनों में पेश होने के आदेश जारी किए है…
रायपुर। Tomar Brothers Case: ब्लैकमेलिंग और अवैध वसूली के मामलों में फरार चल रहे हिस्ट्रीशीटर वीरेन्द्र सिंह तोमर और रोहित सिंह तोमर के खिलाफ पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। इसी कड़ी में तोमर ब्रदर्स के खिलाफ कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है। न्यायालय ने दोनों आरोपियों को पुलिस जांच और पूछताछ के लिए उपस्थित होने के निर्देश भी दिए हैं।
जानकारी के अनुसार, वीरेन्द्र और रोहित तोमर, उनके रिश्तेदारों और सहयोगियों के खिलाफ ब्लैकमेलिंग, धमकी और अवैध वसूली से जुड़े पांच अलग-अलग मामले दर्ज हैं। साथ ही आरोपी रोहित तोमर पर मारपीट का भी केस चल रहा है। गिरफ्तारी वारंट का आदेश जारी होते ही पुलिस ने दोनों आरोपियों की तलाश तेज कर दी है और अब उनकी संपत्तियों को कुर्क करने की तैयारी भी शुरू हो चुकी है.
Tomar Brothers Case: 14 दिनों में पेश होने का आदेश
कोर्ट ने दोनों आरोपियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करते हुए 14 दिनों में पेश होने के आदेश जारी किए हैं। बता दें कि महीने भर से ज्यादा समय से रोहित सिंह तोमर और वीरेंद्र सिंह तोमर फरार चल रहे हैं। पुलिस ने दोनों आरोपियों की तलाशी के लिए कई राज्यों में टीम भी भेजी थी। लेकिन अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई।
पिछले दिनों मारे गये छापे में आरोपियों के घर से 37 लाख कैश और 1 करोड़ से ज्यादा की ज्वेलरी और प्रॉपर्टी जब्त की गई थी। फरार आरोपियों पर 5-5 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है।
Tomar Brothers Case: पतासाजी की जा रही
एसएसपी डॉ. लाल उम्मेद सिंह ने बताया कि, सूदखोरी तथा ब्लैकमेलिंग के आरोपी वीरेंद्र तथा रोहित तोमर की पतासाजी की जा रही है। दोनों बदमाशों के पकड़े नहीं जाने पर कोर्ट से उनके खिलाफ फरारी वारंट जारी कराया जाएगा। फरारी वारंट के बाद भी दोनों भाइयों के नहीं पकड़े जाने पर संपत्ति अटैचमेंट की कार्रवाई की जाएगी।
एक साल पहले पुलिस ने निकाला था जुलूस
बता दें कि, एक साल पहले रायपुर के हाइपर क्लब गोलीकांड के बाद पुलिस ने आरोपियों का सिर आधा मुंडवा कर जुलूस निकाला था। इस घटना में रोहित तोमर, विकास अग्रवाल, सारंग मांधान और अमित तनेजा गिरफ्तार हुए थे। जुलूस निकालने के दौरान उनके कपड़े भी फटे हुए थे।