Mystery News: पिछले सप्ताह लगातार हुई बारिश के बाद गांव का वर्षों पुराना तालाब लबालब भर गया था, लेकिन एक ही रात में पूरा तालाब अचानक खाली हो गया। आखिर क्या है इसकी वजह? आइए जानें…
बिलासपुर। Bilaspur News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में एक ऐसी घटना घटित हुई, जिसे देखकर हर कोई दंग रह गया। यहां स्थित बरद्वार गांव का एक तालाब भी पचरी तक भरा हुआ था लेकिन अचानक एक ही दिन में तालाब का पानी सूखकर सुरंग में समा गया। जब ग्रामीणों ने तालाब से पानी कम होने की बात सुनी तो देखने पहुंचे इस दौरान सभी हैरान रह गए। तालाब का पानी एक गड्ढे के अंदर जा रहा था। लोग इसे कुदरती चमत्कार मान रहे हैं। आखिर क्या है इसके पीछे की वजह ? आइए जानें…
ग्रामीणों के मुताबिक, 16 जुलाई की सुबह तालाब ऊपर तक भरा था, लेकिन दोपहर तक खाली हो गया, तालाब किनारे एक सुरंग बना जिसमें पानी तेजी से अंदर जा रहा था।ग्रामीण ने कहा- दोपहर में देखा कि एक तरफ गड्ढा बन गया और देखते ही देखते सारा पानी उसमें समा रहा है। कुछ लोगों ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में पहली बार ऐसी घटना देखी है। इस घटना को लोग प्राकृतिक चमत्कार मानकर दहशत में है।
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भू-वैज्ञानिकों ने बताया सामान्य, पर जांच जरूरी
भू-वैज्ञानिकों का कहना है कि यह घटना सिंकहोल की श्रेणी में आती है, जो आमतौर पर चट्टानी इलाकों में होती है। लगातार बारिश से जमीन के नीचे मौजूद चट्टानों में जलसंचयन और अपक्षय से ऐसी आकृति बन जाती है, जिससे सतही पानी तेजी से जमीन के भीतर चला जाता है। वहीं ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों की मांग है कि इस घटना की वैज्ञानिक जांच कराई जाए।
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किसानों को घर और खेत को लेकर चिंता
इस रहस्यमयी घटना ने गांव के लोगों को चिंता डाल दिया है। लोग अपने बच्चों को तालाब तरफ जाने से मना कर दिया है। उन्हें डर है कि जमीन न धंस जाए। वहीं, किसानों को अपनी खेत और घरों की चिंता सताने लगी है। उनका कहना है कि पूरा तालाब का पानी सुरंग में समा गया तो कुछ भी खतरा हो सकता है।
इन इलाकों में अधिक होती है ऐसी घटनाएं
सिंकहोल जैसी घटनाएं आमतौर पर चूना पत्थर या अन्य कमजोर चट्टानों वाले क्षेत्रों में होती हैं। जलधाराएं चट्टानों के बीच की मिट्टी और अवशेषों को धीरे-धीरे निकाल देती हैं, जिससे जमीन कमजोर हो जाती है और अचानक धंस जाती है।