बैकुंठपुर। भतीजे ने बीमारी से निधन के बाद चाचा के चिता को अंतिम संस्कार करने से पहले चाची के सामने एक लाख और पांच डिसमिल जमीन की डिमांग रखी। जिससे मजबूर चाची अपने पति को स्वयं मुखाग्नि देकर पूरी क्रियाकर्म कर ली।
जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय बैकुंठपुर से करीब 15 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत करजी स्थित है। जहां कतवारी लाल राजवाड़े(47) साल अपनी पत्नी के साथ रहते थे। जो कैंसर के कारण दो साल से बीमार थे। उनके कोई पुत्र या पुत्री नहीं है। उनकी पत्नी श्यामपती राजवाड़े जमीन बेचकर अपने पति का इलाज करा रही थीं। इसी बीच 4 नवंबर को कैंसर पीडि़त पति का निधन हो गया। मामले में राजवाड़े समाज के मृतक कतवारी के बड़े पापा के बेटे संतलाल को अंतिम संस्कार सहित क्रियाकर्म करने सलाह दी। लेकिन उसने अंतिम संस्कार करने के एवज में एक लाख और पांच डिसमिल जमीन की डिमांड रखी। जिससे मृतक की पत्नी श्यामपती ने कहा कि उनके पास करीब 20 डिसमिल जमीन है। इसलिए जमीन देने से इंकार कर दिया। हालांकि, अंतिम संस्कार करने के लिए अपने भतीजे को 15 हजार देने की बात भी कही थी। लेकिन भतीजे के इंकार करने के बाद मृतक की पत्नी ने स्वयं अपने पति के शव का अंतिम संस्कार किया।
भतीजे ने चाचा को मुखाग्नि देने पैसे-जमीन की डिमांड रखी, फिर चाची स्वयं कर ली क्रियाकर्म
On: Tuesday, June 3, 2025 6:28 PM

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