Surguja News: गर्भवती महिला को एम्बुलेंस तक पहुंचने के लिए 2 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। मितानिन प्रसूता को पैदल चलाकर एम्बुलेंस तक पहुंची।
सरगुजा। CG News: छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में एक प्रेग्नेंट महिला को करीब 2 किलोमीटर तक कीचड़ से भरे रास्त पर चलना पड़ा। तब जाकर एम्बुलेंस मिली और उसे अस्पताल ले जाया गया। गांव में आजादी के बाद से अब तक पक्की सड़क नहीं बन पाई है। बता दें कि इस घटना का वीडियो वायरल हो रहा है।
दरअसल यह पूरा मामला के ग्राम बुले के कानाडांड पारा का है। ग्राम बुले और कानाडांड पारा के बीच में बहने वाले जोकी नाला में पुल नहीं होने से ग्रामीणों को लंबे समय से परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बरसात के दिनों में उफनती नदी को पर कर ग्रामीण ब्लॉक मुख्यालय तक पहुंचते हैं। यही नहीं जब नाल में जलस्तर ज्यादा होने पर ग्रामीण जान जोखिम में डालकर नाला पार करते हैं।
पुल नहीं होने के कारण एम्बुलेंस गांव तक नहीं पहुंच सकी
जानकारी के मुताबिक, कानाडांड निवासी प्रतिमा तिग्गा (25) 9 महीने की प्रेग्नेंट थी। 15 अगस्त को उसे प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। गांव की मितानिन श्रीना बड़ा ने एम्बुलेंस के लिए कॉल किया। एम्बुलेंस पंचायत की सीमा पर स्थित जोकी नाला तक पहुंच गई। जोकी नाला में पुल नहीं होने के कारण एम्बुलेंस गांव तक नहीं पहुंच सकी।
2 किलोमीटर पैदल चलकर पहुंची गर्भवती
परिजन 2 किलोमीटर पैदल चलाकर गर्भवती महिला को एंबुलेंस तक लेकर आए। इसके बाद एंबुलेंस के माध्यम से गर्भवती महिला को प्रसव के लिए उप स्वास्थ्य केंद्र केदमा ले जाया गया। इस दौरान गर्भवती महिला और उनके परिजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। पुल की मांग पूरी नहीं होने पर ग्रामीण जनप्रतिनिधि और प्रशासन की कार्य प्रणाली पर सवाल उठा रहे। यह स्थिति न केवल मरीजों के लिए, बल्कि स्कूली बच्चों और अन्य ग्रामीणों के लिए भी परेशानी का कारण है।