CG Politics News: छत्तीसगढ़ के साजा विधानसभा से भाजपा विधायक ईश्वर साहू एक बार फिर चर्चा में है। इस बार यह चर्चा स्वेच्छानुदान राशि के वितरण में को लेकर हैं। आरोप है कि विधायक की सुरक्षा से लेकर निजी काम-काज देखने वाले इन तीनों ने मिलकर स्वच्छेदानुदान घोटाला कर दिया है।
रायपुर। CG Politics News: छत्तीसगढ़ में इन दिनों भ्रष्टाचार के मामलों की बाढ़ सी आ गई है। सूरजपुर में तहसील स्तर के भ्रष्टाचार के खुलासे के बाद अब एक और बड़ा नाम सामने आया है।
भाजपा विधायक ईश्वर साहू पर स्वेच्छानुदान राशि का दुरुपयोग कर रिश्तेदारों को लाभ पहुंचाने का गंभीर आरोप लगाया गया है। यह आरोप खुद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान लगाए हैं। बैज ने कहा कि ईश्वर साहू ने अपने स्वेच्छानुदान राशि का बड़ा हिस्सा अपने पीएसओ के रिश्तेदारों को बांट दिया।
विधायक जी तो बंदरबांट करने में लगे है: दीपक बैज
शुक्रवार (1 जुलाई) को राजीव भवन में आयोजित प्रेसवार्ता में दीपक बैज ने कहा कि स्वेच्छानुदान की राशि जरूरतमंदों की मदद के लिए होता है। विधायक जी तो बंदरबांट करने में लगे है। कहावत है न कि माले मुफ्त दिले बेरहम। वहीं, सोशल मीडिया पर कांग्रेस ने एक लिस्ट जारी कर लिखा है कि ईश्वर साहू सबका पैसा ले रहा।
स्वेच्छानुदान के वितरण से जुड़ी सूची वायरल
इन दिनों स्वेच्छानुदान के वितरण से जुड़ी सूची सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि इस सूची में शामिल जो हितग्राही हैं, उनमें से अधिकतर पीएसओ ओम साहू, पीए दिग्विजय केशरी, अनुज वर्मा और ऑपरेटर धीरज पटेल के रिश्तेदार हैं। यहीं नहीं कुछ नाम विधायक ईश्वर साहू के अपने रिश्तेदारों के भी हैं। वहीं इस पर सियासत भी शुरू हो गई है। इस वायरल सूची को कांग्रेस ने सोशल मीडिया में पोस्ट करते हुए तंज कसा है।
विधायक की प्रतिक्रिया का इंतजार
फिलहाल इस पूरे मामले में विधायक ईश्वर साहू की प्रतिक्रिया का इंतजार है। बता दें कि मुख्यमंत्री और मंत्रियों की ओर से स्वेच्छानुदान राशि का वितरण जरूरतमंदों को किया जाता है। ऐसे लोग जिन्हें आर्थिक सहायता की अत्यंत आवश्यकता है। हितग्राही विधायक से या मंत्री से स्वेच्छानुदान की मांग कर सकते हैं। अनुशंसा के बाद हितग्राहियों को आवश्यकतानुसार राशि प्रदान की जाती है।