Saturday, May 31, 2025

Big incident: मोहरा एनीकेट में डूबे एक नाबालिग का शव बरामद, दूसरे की तलाश जारी… दोस्तों के साथ गए थे नहाने

Big incident: मोहरा एनीकट में बुधवार की दोपहर 2 किशोर नहाने के दौरान डूब (Big incident) गए। गोताखोरों की टीम ने काफी खोजबीन के बाद एक बच्चे की लाश बरामद कर ली है।

बिश्रामपुर। Big incident: बिश्रामपुर-सूरजपुर सीमा पर स्थित रामनगर के मोहरा एनीकट में बुधवार की दोपहर 2 किशोर नहाने के दौरान डूब (Big incident) गए। गोताखोरों की टीम ने काफी खोजबीन के बाद एक बच्चे की लाश बरामद कर ली है। वहीं इस दर्दनाक हादसे से परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है। फिलहाल बैकुंठपुर की डीडीआरफ की टीम भी पहुंची और दूसरे बच्चे की तलाश कर रही है।

बता दें कि मृतक बच्चे की पहचान भानु निषाद स्व कन्हैया निषाद के रूप में हुई है। जानकारी के मुताबिक, सूरजपुर के भट्ठापारा मोहल्ला निवासी अविनाश देवांगन पिता सुशील उर्फ बबलू देवांगन 15 वर्ष और भानु निषाद पिता स्व. कन्हैया निषाद 15 वर्ष अपने कुछ दोस्तों के साथ रामनगर पंचायत के मोहरा एनीकट में नहाने गए थे। इसी दौरान दोनों किशोर अचानक गहरे पानी में चले गए और डूबने (Big incident) लगे।

ये सब देख उनके साथ मौजूद दोस्तों ने शोर मचाया, मदद के लिए पुकारा, लेकिन कुछ ही पलों में दोनों पानी में समा गए। दोस्तों ने तुरंत परिजन को सूचना दी। जैसे ही खबर घर पहुंची परिजन दौड़ते-भागते मौके पर पहुंचे, उनकी चीखें आसपास गूंजने लगीं।

Big incident: परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

मासूम बच्चों की डूबने की खबर सुनते ही भारी संख्या में ग्रामीण पहुंच गए थे। बच्चों की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं आज सुबह से आएसडीआरएफ की टीम फिर रेस्क्यू कार्य शुरु किया। बता दें कि इस डैम में पहले भी कई मौतें हो चुकी हैं।

Read More: बड़ी खबर VIDEO: डैम में डूबने से 2 बच्चों की मौत, दोस्तों के साथ आए थे नहाने… परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

Big incident: दोनों परिवारों पर टूटा दुखों का पहाड़

अविनाश के परिवार में उसका छोटा भाई दिव्यांग है। माता-पिता की उम्मीदें अविनाश पर टिकी थीं, जो आगे चलकर घर की जिम्मेदारी संभालता। वहीं भानु के पिता का देहांत पहले ही हो चुका है और मां दूसरों के घरों में काम कर किसी तरह परिवार चला रही थीं। इन 2 किशोरों के डूबने की खबर (Big incident) से परिजन सदमे में हैं। इस घटना से दोनों परिवारों पर दुखों का पहाड़ पड़ा है।

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