Monday, May 12, 2025
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Attack on IAS: IAS समेत अन्य अफसरों को जेसीबी और कार से कुचलने का प्रयास, कोर्ट ने 4 आरोपियों को दी 10-10 साल की कड़ी सजा, जानिए क्या है पूरा मामला

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Attack on IAS: तत्कालीन सहायक कलेक्टर प्रशासनिक टीम के साथ पहुंचे थे जांच करने, अचानक ही खनिज तस्करों ने इनपर जेसीबी चढ़ाने की कोशिश की तो सभी जान बचाकर भागे

रायगढ़। Attack on IAS: 5 साल पूर्व रायगढ़ जिले के टिमरलगा-गुड़ेली में खनिज के अवैध उत्खनन की शिकायत पर तत्कालीन सहायक कलेक्टर (Attack on IAS) प्रशासनिक अधिकारियों की टीम के साथ जांच करने पहुंचे थे। इस दौरान खनिज तस्करों ने उन पर जेसीबी चढ़ाने का प्रयास किया। जेसीबी को अपनी और आता देख अधिकारी वहां से जान बचाकर भागे। इसी बीच तस्करों ने उन्हें एक कार से कुचलने का भी प्रयास (Attack on IAS) किया। इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। 5 साल तक चली सुनवाई के बाद कोर्ट ने चारों आरोपियों को 10-10 साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई है।

छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिला स्थित सारंगढ़ के टिमरलगा-गुड़ेली इलाका खनिज के अवैध उत्खनन को लेकर शुरू से ही बदनाम रहा है। इसकी लगातार शिकायत प्रशासन और खनिज अधिकारियों को मिल रही थी।

पुख्ता सूचना मिलने पर 12 अप्रैल 2019 की रात 12.30 बजे तत्कालीन सहायक कलेक्टर IAS मयंक चतुर्वेदी, खनिज विभाग के तत्कालीन उप संचालक शिवशंकर नाग, खनिज निरीक्षक राकेश वर्मा, घनश्याम दीवान व नीलांबर यादव के साथ सारंगढ़ के टिमरलगा के आस-पास जांच करने पहुंचे थे। इस दौरान वहां मौजूद तस्करों ने अधिकारियों पर जेसीबी चढ़ाने (Attack on IAS) का प्रयास किया।

यह देख अधिकारी रात के अंधेरे में जान बचाकर भागे और जैसे-तैसे अवैध खदान एरिया से बाहर निकले। इस दौरान तस्करों ने दूसरे कार से अधिकारियों की कार को भी टक्कर मारने का प्रयास (Attack on IAS) किया।

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IAS ने थाने में दर्ज कराई थी रिपोर्ट

अपने ऊपर हुए जानलेवा हमले (Attack on IAS) की रिपोर्ट तत्कालीन सहायक कलेक्टर ने संबंधित थाने में दर्ज कराई थी। इस पर पुलिस ने आरोपियों ग्राम टिमरलगा निवासी अमृत पटेल, कन्हैया पटेल, हरिचरण पटेल,

लोकनाथ पटेल और लालसाय निषाद के खिलाफ धारा 147, 186 एवं धारा 149, 353, 341, 307 एवं अनुसूचित जाति एवं अनसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धारा 3 (वी) के तहत एफआईआर दर्ज किया था।

कोर्ट ने सुनाया अहम फैसला

इस मामले (Attack on IAS) में आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। 5 साल तक चली सुनवाई के बाद विशेष न्यायाधीश जितेन्द्र कुमार जैन ने मामले में अहम फैसला सुनाया है। उन्होंने आरोपियों को 10-10 साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही 10 हजार रूपए का जुर्माना भी लगाया है।

जेसीबी, कार और बाइक को राजसात करने के भी आदेश

तत्कालीन सहायक कलेक्टर (Attack on IAS) के ऊपर जानलेवा हमले में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी करने के साथ पुलिस ने घटना में प्रयुक्त जेसीबी, कार व एक दोपहिया वाहन को जब्त किया था। विशेष न्यायधीश ने घटना में प्रयुक्त उक्त वाहनों को राजसात करने का आदेश दिया है।

मुख्य आरोपी की हो चुकी है मौत

अधिकारियों पर हमले का मास्टरमाइंड अमृत पटेल था। बताया जा रहा है कि कोविड-19 के समय उसकी मौत हो गई थी। बाकी बचे 4 आरोपियों के खिलाफ कोर्ट ने फैसला सुनाया है।

Independence day: भारत 15 फरवरी 1947 को ही आजाद हो जाता, फिर वॉयसराय ने क्यों चुनी अगस्त की तारीख, रात 12 बजे का समय इतना क्यों खास था?

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Independence day: मशहूर लेखक लैरी कार्लिस और डोमिनिक ला पियरे ने अपनी चर्चित पुस्तक फ्रीडम एट मिडनाइट में किया है इस बात का जिक्र

अंबिकापुर। Independence day: आपके मन में फिर सवाल उठना होगा कि आखिर भारत 15 अगस्त 1947 को ही आजाद क्यों हुआ? उसे समय ऐसी क्या परिस्थितियों बनी की रात के 12 बजे ही आजादी का पर्व घोषित किया गया। चलिए, इस खबर के जरिए आपको बड़ी जानकारी से रूबरू कराते हैं। हर दिल में उठने वाले इस सवाल का जवाब देते हुए मशहूर लेखक लैरी कॉर्लिस और डोमिनिक ला पियरे ने अपनी चर्चित पुस्तक ‘फ्रीडम एट मिडनाइट’ में लिखते हैं, भारत को आजाद करने का फैसला ब्रिटिश सरकार ने 15 फरवरी 1947 को ही कर लिया था।

यही नहीं आजादी की लिए जून 1948 तक की समय-सीमा निर्धारित की गई थी। सत्ता हस्तानांतरण के लिए ही माउंटबैटन को भारत का अंतिम वॉयसराय नियुक्त किया गया था।

भारत की आजादी और विभाजन के लिए माउंट बेटन इंडियन नेशलन कांग्रेस और मुस्लिम लीग के अलावा अन्य भारतीय रियासतों के साथ कई बार बैठक की।

वॉयसराय ने इसलिए चुना यह खास दिन

इसके बाद: 3 जून 1947 को हुई एक मीटिंग में वॉयसराय ने प्रेस के सामने 15 अगस्त 1947 को भारत के आजादी की तारीख की घोषणा की। इस तारीख के पीछे वाइसराय का अपना इतिहास जुड़ा था।

दरअसल द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान 15 अगस्त 1947 को जापान की सेना ने उनके सामने आत्मसमर्पण किया था। वॉयसराय इस तारीख को अपने लिए लक्की मानते थे। इसी वर्षगांठ को यादगार बनाने के लिए माउंटबैटन ने भारत के आजादी की तारीख 15 अगस्त चुना था।

हालांकि इसके बाद भी तिथियां को लेकर कई तारीख के पेज फंसे रहे। ज्योतिषों ने कहा कि 15 अगस्त 1947 का दिन अच्छी तारीख नहीं है। इस दिन आजादी की घोषणा से भारत पर अमंगल च सकता है।

इस तरह हुआ नया आदेश

ज्योतिषियों के मुताबित उस दिन भारत की स्थिति मकर राशि में थी, जो शक्तियों का विक्रेन्दीकरण करने के लिए कुख्यात है। इधर, माउंटबैटन अपने फैसले पर अटल थे।

इसलिए ज्योतिषियों ने एक नई बात रखी कि देश को 14 अगस्त की रात 12 बजे आजाद किया जाए। ताकि ग्रहों का असर भी न हो। ऐसे में दोनों की हो बात रह गई और भारत 15 अगस्त 1947 को रात 12 आजाद हो गया

लाल किले के स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में राहुल गांधी को पीछे बैठाया, अब ट्रोल हो रही सरकार

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नई दिल्ली . लाल किले पर आयोजित स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी नजर आए। इस बीच उनके बैठने की जगह को लेकर बवाल मच गया है। सोशल मीडिया यूजर मामले को लेकर मोदी सरकार को ट्रोल कर रहे हैं। दर्शक दीर्घा में सफेद कुर्ता पायजामा पहने बैठे राहुल गांधी की तस्वीर की जोरों पर चर्चा हो रही है। चर्चा विपक्ष के नेता के तौर पर उन्हें पीछे की पंक्ति में बैठाए जाने को लेकर हो रही है और यूजर लगातार इसपर रिएक्शन दे रहे हैं।

सोशल मीडिया पर राहुल गांधी की सीटिंग व्यवस्था के बारे में चर्चा होने के बाद रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से indiatoday ने एक खबर प्रकाशित की है। रक्षा मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि राहुल गांधी को पीछे की ओर बैठाना आखिर क्यों पड़ा?

दरअसल, मंत्रालय की ओर से बताया गया कि ऐसा इसलिए करना पड़ा क्योंकि आगे की पंक्तियां ओलंपिक पदक विजेताओं को आवंटित की गई थीं। हालांकि, सीटिंग प्लान बनाने के लिए जिम्मेदार रक्षा मंत्रालय ने कहा कि प्रोटोकॉल के अनुसार विपक्ष के नेता को आम तौर पर पहली कुछ पंक्तियों में सीट दी जाती है। आपको बता दें कि राष्ट्रीय कार्यक्रमों के आयोजन और इस तरह के आयोजन में बैठने की व्यवस्था का काम रक्षा मंत्रालय का होता है।

PM मोदी ने लाल किले से किया युवाओं के लिए बड़ा ऐलान, विपक्ष पर भी खूब गरजे, बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले पर कहीं ये बात

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नई दिल्ली । देश आज आजादी का 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्रचीर से कई बड़ी बातें कहीं। इस दौरान उन्होंने देश में सेकुलर सिविल कोड की जरूरत भी बताई। प्रधानमंत्री ने कहा कि वो कानून जो देश को धर्म के नाम पर बांटते हैं उन्हें दूर किया जाना चाहिए। देश में एक सेकुलर सिविल कोड की जरूरत है और गलत कानूनों का आधुनिक समाज में कोई जगह नहीं है। मौजूदा नागरिक संहिता एक कम्युनल नागरिक संहिता है। अब हमें एक धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता की जरूरत है।

140 करोड़ लोगों का कर्तव्य

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से कहा कि नागरिक के रूप में अपने कर्तव्यों को पूरा करना भारत के 140 करोड़ लोगों का कर्तव्य है और मैं इस पर बहस चाहता हूं, जो कानून सांप्रदायिक और भेदभावपूर्ण हैं उनका कोई स्थान नहीं है, हमें एक धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता की जरूरत है।

UCC क्या है?

यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) का मतलब है कि देश में रहने वाले सभी नागरिकों (हर धर्म, जाति, लिंग के लोग) के लिए एक ही कानून होना। अगर किसी राज्य में सिविल कोड लागू होता है तो विवाह, तलाक, बच्चा गोद लेना और संपत्ति के बंटवारे जैसे तमाम विषयों में हर नागरिकों के लिए एक से कानून होगा। संविधान के चौथे भाग में राज्य के नीति निदेशक तत्व का विस्तृत ब्यौरा है जिसके अनुच्छेद 44 में कहा गया है कि सभी नागरिकों के लिए समान नागरिक संहिता लागू करना सरकार का दायित्व है।

बोले, बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले हो रहे

अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों पर भी बात की। उन्होंने कहा कि वे यहां हिंदुओं से जुड़ी चिंताओं को समझते हैं और उम्मीद करते हैं कि वहां स्थिति जल्द से जल्द सामान्य हो जाएगी। उन्होंने कहा कि एक पड़ोसी देश के तौर पर मैं बांग्लादेश में जो कुछ भी हुआ है, उससे जुड़ी चिंता को समझ सकता हूं। मुझे उम्मीद है कि वहां स्थिति जल्द से जल्द सामान्य हो जाएगी। 140 करोड़ देशवासियों की चिंता वहां हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत हमेशा चाहता है कि उसके पड़ोसी देश समृद्धि और शांति के मार्ग पर चलें। हम शांति के लिए प्रतिबद्ध हैं…आने वाले दिनों में हम बांग्लादेश की ‘विकास यात्रा’ के लिए शुभकामनाएं देते रहेंगे, क्योंकि हम मानवता के कल्याण के बारे में सोचते हैं।

फॉर्म्स और गवर्नेंस मॉडल पर भी बात

पीएम मोदी मोदी ने लगातार 11वीं बार लाल किले की प्राचीर से ध्वजारोहण किया। इस दौरान पीएम मोदी लाल किले की प्राचीर से प्राकृतिक आपदा से लेकर रिफॉर्म्स और गवर्नेंस मॉडल तक, कई विषयों पर बोले. उन्होंने आजादी से पहले जनसंख्या की चर्चा की, आजादी का जिक्र किया और 2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प व्यक्त किया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि महिलाओं के साथ राक्षसी कृत्य करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जानी चाहिए। अपराधियों के मन में भय पैदा करने की जरूरत है। महिलाओं के साथ जब इस तरह की राक्षसी घटनाएं होती हैं तब इसकी बहुत चर्चा होती है लेकिन जब उस मामले में अपराधी को सजा सुनाई जाती है, कोई चर्चा नहीं होती। अब समय आ गया है जब सजा की भी उतनी ही चर्चा हो जिससे अपराधियों के मन में भय पैदा हो कि ऐसा अपराध करने पर कैसी सजा होती है।

वन नेशन, वन इलेक्शन पर भी बोले प्रधानमंत्री

मोदी ने कहा कि देश में बार-बार चुनाव प्रगति में रुकावट बन जाते हैं, बाधक बन जाते हैं। हर काम को चुनाव के रंग से रंग दिया गया है। व्यापक चर्चा हुई है। राजनीतिक दलों से आग्रह करता हूं कि भारत की प्रगति के लिए, संसाधनों का सर्वाधिक उपयोग जनसामान्य के लिए हो, इसके लिए वन नेशन वन इलेक्शन के लिए आगे आना चाहिए।

अभिनेत्री भाग्यश्री पर भिलाई में बरसे फूल, हर घर तिरंगा फहराने सबको दिया संदेश, विधायक भी प्रेम के अंदाज में नजर आए

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भिलाई दुर्ग । वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र में स्वतंत्रता दिवस पर हर घर तिरंगा अभियान के तहत बुधवार को विधायक रिकेश सेन द्वारा आयोजित तिरंगा रैली में भाग लेने मशहूर सिने अभिनेत्री भाग्यश्री भिलाई पहुंची। युवा विधायक रिकेश सेन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर पूरा देश आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 9 से 15 अगस्त तक स्वतंत्रता सप्ताह मना रहा है, जिसमें ‘हर घर तिरंगा कार्यक्रम के अंतर्गत सभी भारतीय नागरिकों को राष्ट्रीय ध्वज अपने घर पर फहराने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज तिरंगा रैली निकाली गई जो कि वैशाली नगर विधानसभा के सभी मुख्य मार्ग, मार्केट और रिहायशी क्षेत्र से निकल कर बैकुंठ धाम में सम्पन्न हुई।

हो रहे इस तरह के कार्यक्रम

छत्तीसगढ़ राज्य में मुख्यमंत्री विष्णुदेव सायजी के निर्देश पर भारतीय जनता पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं के माध्यम से पूरे छत्तीसगढ़ में स्वतंत्रता सप्ताह के दौरान राज्य से लेकर जिला स्तर पर तिरंगा यात्राएं, तिरंगा रैलियां, तिरंगा दौड़ और मैराथन जैसे अनेक देश-भक्ति से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं और यह आयोजन भी उसी प्रयास का एक हिस्सा रहा। रैली में वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र में 15 अगस्त को हर घर तिरंगा लहराने का संदेश देते हुए हर दिल में देश भक्ति की भावना को और भी मजबूत किया गया।

जगह जगह हुआ अभिनंदन

वैशाली नगर तिरंगा रैली में भाग लेने सिने अभिनेत्री भाग्यश्री पटवर्धन भी भिलाई पहुंचीं और जगह-जगह उनका अभिनंदन कर लोगों ने हर घर तिरंगा का संकल्प दोहराया है। मैंने प्यार किया से फिल्मों में डेब्यू करने वालीं भाग्यश्री ने हिंदी, कन्नड़, मराठी, तेलुगु और भोजपुरी फिल्मों में अपनी अदाकारी से सभी लोगों का दिल जीता है। वो मीडिया कंपनी श्रृष्टि एंटरटेनमेंट की प्रमोटर भी हैं। आज उन्हें अपने बीच पाकर वैशाली नगर के लोग काफी खुश दिखे और जगह जगह पुष्प वर्षा कर तिरंगा रैली का अभिनंदन किया गया। बैकुंठ धाम में तिरंगा रैली के समापन के अवसर पर प्रदेश के वित्त मंत्री ओपी चौधरी और दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर भी शामिल हुए।

पहले ही राउंड में रूंगटा आर-1 कॉलेज में इंजीनियरिंग की सभी 1,458 सीटें अलॉट, बीआईटी, सीएसवीटीयू और तीनों जीईसी भी हुए फुल

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Engineering Counselling BIG UPDATE

भिलाई . इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले के लिए चल रही काउंसलिंग के तहत बुधवार को प्रथम चरण की सीटों का आवंटन जारी हो गया। एडमिशन में इस साल भी भिलाई के इंजीनियरिंग कॉलेजों ने अपनी बखत साबित कर दी है। काउंसलिंग के पहले चरण में ही भिलाई के रूंगटा आर-1 इंजीनियरिंग कॉलेज की कुल 1,458 सीटों में से सभी 1,458 सीटें अलॉट हो गई है। प्रदेश के तीनों गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेजों के बाद निजी कॉलेजों में भिलाई का रूंगटा आर-1 कॉलेज पहला संस्थान बन गया है, जिसमें शतप्रतिशत सीटों का आवंटन हुआ है। बीआईटी दुर्ग की 645 सीटों में से 643 सीटें आवंटित हुई है।  यहां सिर्फ दो सीटें रिक्त बची है। वहीं शंकराचार्य कॉलेज भिलाई की 1221 सीटों में से 696 सीटें अलॉट की गई। इसी तरह एसएसआईपीएमटी रायपुर की 590 सीटों में से 539 अलॉटमेंट हुए।

तीनों जीईसी, सीएसवीटीयू फुल

तकनीकी विश्वविद्यालय सीएसवीटीयू अपने बीटेक कोर्स की 124 सीटों के साथ  काउंसलिंग में शामिल हुआ था, जिसकी सभी सीटें अलॉट हो गई हैं। बिलासपुर गवर्नमेंट इंजीनियरिंग की कुल 272 रायपुर जीईसी में 294 और जगदलपुर गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज की सभी 292 सीटें भी आवंटित की गई है। यहां  फिलहाल एक भी सीटें अभी तक की स्थिति में रिक्त नहीं है।

अब कॉलेज पहुंचकर लेंगे प्रवेश

प्रथम चरण के सीट आवंटन में जिन विद्यार्थियों को सीट अलॉट कर दी गई हैं, अब उन्हें 16 से 21 अगस्त के बीच कॉलेज पहुंचकर दस्तावेज सत्यापित कराने होंगे। इसी दौरान उन्हें शुल्क का भुगतान कर एडमिशन पक्का करना होगा। तय तिथि में दाखिले नहीं लेने पर सीट अलॉटमेंट स्वत: निरस्त माना जाएगा।

इस तरह आए प्रथम चरण के आवेदन

इस बार पहले राउंड की काउंसलिंग के लिए इंजीनियरिंग में 5,856 आवेदन आए। इसी तरह बीटेक लेटरल के लिए 672 विद्यार्थियों ने आवेदन किया। मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्टे्रेशन यानी एमबीए के लिए 770 ने फार्म भरा। डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग एंड आर्किटेक्चर कोर्स के लिए मात्र 542 आवेदन ही जमा हो पाए। लेटरल एंट्री के 171 आवेदन ऑनलाइन जमा हुए।

दो चरणों होगी मुख्य काउंसलिंग

काउंसलिंग दो चरण में 15 सितंबर तक जारी रहेगी। काउंसलिंग के दो प्रमुख चरण होंगे। दोनों चरण समाप्त होने के बाद छात्रों को संस्थावार काउंसलिंग (आईएल) के जरिए प्रवेश दिया जा सकेगा।

दस्तावेज सत्यापन के नियम बदले

पहले तक जहां छात्रों को काउंसलिंग के लिए ऑनलाइन पंजीयन करने के बाद दस्तावेजों का सत्यापन कराने डीवीसी सेंटर्स पर जाना होता है। यह व्यवस्था इस बार भी बंद ही रहेगी। कॉलेज अपने स्तर पर दस्तावेजों का सत्याप कराएंगे फिर विश्वविद्यालय नामांकन जारी करने से पहले दस्तावेजों का परीक्षण करेगा। यूजी और पीजी काउंसलिग की तारीखें अलग-अलग होगी। दस्तावेजों में किसी तरह की कमी होने पर विश्वविद्यालय नामांकन के पहले इसकी सूचना विद्यार्थियों एवं उनके कॉलेजों को दे सकता है। साथ ही छात्र का एडमिशन भी निरस्त किया जा सकेगा। किसी भी गैर मान्यता प्राप्त या यूजीसी से डिफॉल्ट विश्वविद्यालय, शिक्षा बोर्ड से स्कूलिंग करने वाले छात्र काउंसलिंग में हिस्सा नहीं ले पाएंगे।

रविवार और अवकाश को भी प्रवेश

तकनीकी शिक्षा संचालनालय ने बताया कि काउंसलिंग में एक पाठ्यक्रम के लिए एक अभ्यर्थी से संबंधित मात्र एक ही आवेदन स्वीकार किया जा सकेगा।  यदि कोई अभ्यर्थी अपना आवेदन नहीं भर पाता है तो वह अभ्यर्थी सुविधा केंद्रों में जाकर अपने मूल दस्तावेज और फोटोयुक्त पहचान पत्र के साथ पहुंच अपना आवेदन जमा कर सकता है। काउंसलिंग के हर चरण में अभ्यर्थी को अलग से आवेदन करना होगा। यदि पूर्व चरण में अलॉट हुई सीट पर प्रवेश ले लिया गया है और दूसरे चरण के लिए आवेदन किया गया है तो पूर्व सीट निरस्त हो जाएगी।  खास बात यह होगी कि रविवार और शासकीय अवकाश के दिन भी सुविधा केंद्र और कॉलेज खुले रहेंगे। अवकाश में भी प्रवेश दिए जा सकेंगे।

समस्या आए तो यहां करें कॉल – 0771-2221376
सुविधा केंद्र – दुर्ग पालीटेक्निक

इस तरह है द्वितीय चरण की काउंसलिंग-

बीटेक, बीटेक लेटरल, एमटेक, एमबीए –
पंजीयन – 22 से 27 अगस्त तक आवंटन – 29 अगस्त
संस्था प्रवेश की तिथि – 30 अगस्त से 3 सितंबर तक – डिप्लोमा इंजीनियरिंग, डिप्लोमा लेटरल, एमसीए –
पंजीयन – 28 से 31 अगस्त तक आवंटन – 3 सितंबर
संस्था प्रवेश की तिथि – 4 से 7 सितंबर तक ऐसा है आईएल का शेड्यूल
बैचलर प्रोग्राम, डिप्लोमा और मास्टर्स – पंजीयन – 9 और 10 सितंबर
मेरिट सूची – 12 सितंबर

CG Congress: पूर्व डिप्टी सीएम टीएस बोले- मैं प्रदेश का नेतृत्व लेने को तैयार, भूपेश बघेल को एआईसीसी में मिल सकती है ये जिम्मेदारी

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CG Congress: एआईसीसी की दिल्ली में आयोजित बैठक में शामिल होकर लौटे पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव, फिर फैक्ट फाइंडिंग की बैठक में की शिरकत

रायपुर। पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव दिल्ली में आयोजित बैठक में शामिल होकर मंगलवार की दोपहर फ्लाइट से रायपुर लौटे। इसके बाद वे यहां कांग्रेस की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की बैठक में शामिल हुए। इस दौरान टीएस ने कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों में हार पर चर्चा हुई। इसमें मोइली कमेटी की रिपोर्ट को महत्वपूर्ण बताया गया है। मोइली कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर छत्तीसगढ़ के संगठन में महत्वपूर्ण बदलाव किए जाएंगे।

दिल्ली से लौटे पूर्व मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने प्रदेश संगठन में बदलाव को लेकर कहा कि इसका निर्णय राष्ट्रीय नेतृत्व करेगा। उन्होंने कहा कि हमारा फोकस सबको एक साथ लेकर सामूहिकता के साथ काम करने पर है।

उन्होंने कहा कि पार्टी द्वारा दी गई किसी भी जिम्मेदारी को निभाने के लिए वे तैयार हैं। अगर प्रदेश में नेतृत्व की जिम्मेदारी मुझे दी जाएगी तो उसके लिए भी मै तैयार हूं।

धनेंद्र बोले- और मजबूती से काम करेगी पार्टी

इस मामले में छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री धनेंद्र साहू ने कहा कि मोइली कमेटी की बैठक में चुनावों में हार के कारणों पर वन टू वन चर्चा हुई है। यह पहली बार है कि कांग्रेस इस तरह से रिपोर्ट तैयार कर रही है। मोइली कमेटी की रिपोर्ट से आनेवाले दिनों में पार्टी और मजबूती से काम करेगी।

भूपेश बनाए जा सकते हैं महासचिव

इधर प्रदेश संगठन में बदलाव के बीच पूर्व सीएम भूपेश बघेल के एआईसीसी का महासचिव बनाए जाने की अटकलें भी तेज हो गई हैं। सूत्र बताते हैं कि उन्हें यह महत्वपूर्ण पद दिया जा सकता है।

पड़ोसी के खर्राटों की आवाज से परेशान होकर कर दिया मर्डर, पुलिस आई तो बोला, ये रात को अपनी नाक की आवाज से सोने नहीं देता था

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इंटरनेशनल डेस्क । अमेरिका के फिलाडेल्फिया शहर में रहने वाले एक शख्स ने अपने पड़ोसी की चाकू से ताबड़तोड़ वार करके हत्या कर दी है। ऐसे काम को अंजाम उसने महज खर्राटों की वजह से परेशान होकर दिया। आरोपी की पहचान क्रिस्टोफर केसी के रूप में हुई है। उसको रॉबर्ट वालेस की 14 जनवरी को हुई हत्या का दोषी पाया गया और जेल की सजा सुनाई गई।

पहले धक्का देकर मरना चाहा

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पेंसिलवेनिया के अपर मोरलैंड में वह दोनों एक दूसरे के बगल में रहते थे। वॉलेस इस बात से ज्यादा परेशान था कि उसका पड़ोसी कितनी जोर-जोर से खर्राटे लेता है और वह कोई एक बार नहीं बल्कि कई बार खर्राटे लेता है। उसने अपने पड़ोसी को एक बार तो पहली मंजिल की खिड़की से धक्का दे दिया और उसे जान से मारने की धमकी भी दी थी।

बोला सर्जरी का खर्च उठाएगा

पुलिस रिकॉर्ड का हवाला देते हुए कहा गया कि वॉलेस आखिरकार शांत हो गया और उसने कहा कि वह केसी के खर्राटों की सर्जरी का खर्च उठा लेगा। वॉलेस की मदद की पेशकश पर केसी को भरोसा नहीं हुआ था। उसने अपने घर पर पुलिस को बुलाने से पहले वॉलेस की छाती पर एक बड़े चाकू से ताबड़तोड़ वार किए।

अधिकारी जब घटनास्थल पर पहुंचे तो वॉलेस डुप्लेक्स से करीब 50 फीट दूर जमीन पर पड़ा हुआ था। अधिकारी उसे पास के अस्पताल में लेकर गया, यहां पर उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। केसी की भी जांघ पर चाकू लगा हुआ था तो उसे भी इलाज के लिए हॉस्पिटल ले जाया गया।

जमीन में कई फीट गड्ढे खोदकर नक्सली ने छुपाए थे 38 लाख, साथ में बरामद हुआ विस्फोटक, पुलिस को बड़ी कामयाबी

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रायपुर. गरियाबंद और धमतरी में अंचलों में पुलिस और सीआरपीएफ ने एक संयुक्त अभियान चलाकर माओवादियों द्वारा छिपाई गई भारी मात्रा में नकदी और युद्ध सामग्री जब्त की। इस ऑपरेशन में पुलिस को 38 लाख रुपए नगद, हथियारों की गोलियां और IED जैसी खतरनाक सामग्रियां बरामद हुईं।

सर्च ऑपरेशन में कामयाबी

रायपुर रेंज के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में यह ऑपरेशन 10 से 12 अगस्त तक चला। गरियाबंद और धमतरी पुलिस बल ने संयुक्त रूप से धमतरी-गरियाबंद के जंगलों में सघन सर्चिंग अभियान चलाया, जिसमें माओवादियों द्वारा जमीन में गहरे गड्ढे खोदकर छिपाई गई सामग्रियों का पता चला। बरामद सामग्रियों में 2000 और 500 के नोटों के बंडल, 23 बीजीएल के राउंड, 2 नग टिफिन आईईडी, 13 नग डेटोनेटर, फ्यूज वायर, 2 किलो बारूद, माओवादी वर्दी और अन्य सामग्री शामिल हैं। इस मामले में थाना मैनपुर और थाना मेचका में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और आगे की वैधानिक कार्यवाही जारी है।

व्यापारियों से करते थे वसली

पुलिस ने बताया कि माओवादी के शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर स्थानीय माओवादी इकाइयों द्वारा व्यापारियों और अन्य लोगों से अवैध रुप से लेवी वसूल की गई है। बारिश की दौरान माओवादियों ने धन के साथ अन्या माओवादी सामग्रियों को गरियाबंद और धमतरी के अन्य क्षेत्रों में छुपाया गया था। सामग्री को जमीन में कई फीट गड्ढा खोदकर छुपाए थे।