Crime News: किसे किस करूं, किसे विस करूं और किसे आई लव यू कहूं… स्कूल के प्राचार्य पर यौन उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगा है। स्कूल की महिला व्याख्याता समेत महिला कर्मचारी ने प्राचार्य पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं।
जशपुर। CG Crime News: छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आई है। पत्थलगांव विकासखंड के बगीचा थाने के अंतर्गत आने वाले शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिमड़ा के प्राचार्य सुधीर कुमार बरला (52) पर महिला व्याख्याता और एक महिला कर्मचारी ने यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।
पीड़ित महिलाओं ने बताया कि प्राचार्य लंबे समय से उन्हें अकेला पाकर अश्लील बातें करता था। वह अक्सर स्टाफ के बीच आपत्तिजनक टिप्पणी करता और कहता कि “किसे किस करूं, किसे विस करूं और किसे आई लव यू कहूं।” शुरू में महिलाएं लोकलाज और भय के कारण चुप रहीं, लेकिन मानसिक प्रताड़ना बढ़ने पर उन्होंने आखिरकार स्कूल स्टाफ मीटिंग में इस मामले को सामने रखा। इसके बाद थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
15 अगस्त की घटना बनी खुलासा करने का कारण
पीड़िता महिला कर्मचारी के अनुसार, 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस समारोह के बाद जब सभी शिक्षक और स्टाफ स्कूल से घर लौट चुके थे, तब वह कमरे का दरवाजा बंद करने गई। इसी दौरान प्राचार्य ने दरवाजा भीतर से बंद कर लिया और जबरन अश्लील हरकत करने लगा। विरोध करने पर उन्होंने महिला को धमकी भी दी। यह घटना पीड़िता के लिए असहनीय साबित हुई और उसने अन्य महिला कर्मचारी व व्याख्याता के साथ मिलकर शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी
बगीचा पुलिस ने पीड़िताओं की शिकायत के आधार पर प्राचार्य सुधीर बरला के खिलाफ छेड़छाड़ के दो प्रकरण दर्ज किए हैं। त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी प्राचार्य को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है और पीड़िताओं के विस्तृत बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
शिक्षा विभाग की प्रतिक्रिया
इस मामले ने शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा दिया है। जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) ने बयान जारी करते हुए कहा कि आरोपी प्राचार्य के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि पीड़िताओं को न्याय दिलाने और स्कूल वातावरण को सुरक्षित बनाने के लिए विभाग हर संभव कदम उठाएगा।
स्थानीय स्तर पर आक्रोश
घटना के उजागर होने के बाद क्षेत्र में आक्रोश है। ग्रामीणों ने मांग की है कि आरोपी पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो और भविष्य में इस तरह की घटनाओं की रोकथाम के लिए सख्त कदम उठाए जाएं। फिलहाल बगीचा पुलिस मामले की विवेचना में जुटी है। पीड़िताओं और गवाहों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। शिक्षा विभाग भी आंतरिक स्तर पर रिपोर्ट तैयार कर रहा है।