Kidnapping of Minor: जूनियर इंजीनियर के पूर्व ड्राइवर ने दिया वारदात को अंजाम, सीसीटीवी फुटेज से पकड़ाए अपहरणकर्ता
मेरठ। Kidnapping of Minor: सोमवार की दोपहर अपहरण की एक खबर ने देश को हिलाकर रख दिया। एक जूनियर इंजीनियर की 7 साल की बेटी के उसके घर के सामने से अपहरण की खबर मिलने के तत्काल बाद उत्तर-प्रदेश पुलिस हरकत में आ गई।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल सर्विलियांस की मदद से आरोपियों का पता लगाया। मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक जूनियर इंजीनियर का पूर्व ड्राइवर है।
उत्तर प्रदेश पुलिस को सोमवार की दोपहर मेरठ की 7 वर्षीय मायषा के अपहरण की खबर मिली। अपहृत मायषा के पिता महबूब हक जूनियर इंजीनियर हैं। पुलिस ने सूचना मिलते ही अपहृत के घर एवं आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरु कर दिया।
इसमें मायषा को घर से ले जाने वालों को परिजनों ने पहचान लिया। उनकी पहचान के अनुसार पुलिस ने आरोपियों की पतासाजी शुरु की। पुलिस के एक्शन को देख आरोपियों ने वारदात के दो घंटे बाद ही बच्ची को सड़क पर छोड़ दिया और वहां से फरार हो गए।
पुलिस ने बताया कि अपहृत मायषा के पिता महबूब हक का पूर्व ड्राइवर आकाश वारदात का मास्टर माइंड है। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। उसकी निशानदेही पर उसके सहयोगी राजू को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इन दोनों ने पुलिस को बताया कि एक अन्य व्यक्ति भी वारदात में शामिल था। पुलिस ने मामले के तीसरे आरोपी को भी दबोच लिया है।
दफ्तर का एक कर्मचारी भी शामिल
सोमवार दोपहर को अगवा की गई अपहृत मायषा के अपहरण में जिन लोगों के शामिल होने की जानकारी मिली है वो चौंकाने वाले हैं। पुलिस ने जिन तीन लोगों को गिरफ्तार किया है उनमें से एक उनके घर का ड्राइवर है। वहीं दूसरा आरोपी अपहृत मायषा के पिता के कार्यालय जल निगम का ही कर्मचारी है।
तीन करोड़ की मांगी थी फिरौती
अपहरण के कुछ देर बाद ही आरोपियों ने फिरौती के लिए घर वालों से संपर्क किया था। घरवालों को संपर्क करने के दौरान आरोपियों ने उनसे 3 करोड़ रुपए की भारी-भरकम कीमत बतौर फिरौती डिमांड की थी। बिटिया के अपहरण की खबर लगते ही परिजनों के होश-फाख्ता हो गए थे। उन्होंने तत्काल इसकी सूचना करीबी थाने में दी, जिसके बाद मायषा की खोजबीन शुरु हुई।
Kidnapping of Minor: पुलिसिया कार्रवाई जारी
मामले में पुलिस ने देर रात ही तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। फिलहाल मामले की लिखापढ़ी जारी है। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के अंतर्गत कागजी कार्रवाई शुरु कर दी है।