Anganwadi Holiday: इन दिनों प्रदेश में भीषण गर्मी पड़ रही है, आमजन बेहाल हैं। विशेषकर बच्चे गर्मी से जल्दी प्रभावित हो होते हैं इसलिए गर्मियों में विद्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया जाता है। लेकिन, आंगनबाड़ी केंद्र पूर्व की तरह संचालित हो रहे हैं। जिसमें 3 से 6 वर्ष तक के बच्चे आ रहे हैं।
Anganwadi Holiday: छत्तीसगढ़ में भीषण गर्मी और लू ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। हालात ये है कि राज्य में कई स्थानों पर पारा 43 डिग्री तक पहुंच गया है। लिहाजा, गर्मी और लू के प्रकोप से बच्चों को बचाने के लिए सरकार ने स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी है, ताकि मासूमों को डिहाइड्रेशन और लू जैसी समस्या से बचाया जा सके।
Anganwadi Holiday: सरकार को बच्चों पर नहीं आ रहा तरस
वहीं स्कूली बच्चों को लू से बचाने के लिए गर्मी छुट्टियों का ऐलान तो कर दिया गया, लेकिन महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित आंगनबाड़ी केंद्र इतनी भीषण गर्मी में भी संचालित हो रहे हैं जबकि आंगनबाड़ी में 3 से 6 वर्ष के छोटे बच्चे पढ़ते हैं। ऐसे में महिला एवं बाल विकास विभाग पर सवाल उठना जायज है। क्यों कि आंगनबाड़ी के बच्चे ज्यादा छोटे हैं, जिसमें उनका देखभाल करना ज्यादा जरूरी है।
सरकार ने इनके लिए कोई आदेश जारी नहीं किया है। बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र सुबह 11 बजे तक पहुंचेंगे और पसीने से लथपथ हो जाएंगे। कई केंद्रों में विद्युतीकरण भी नहीं है। ऐसे भीषण गर्मी में केंद्र में न तो ठंडा पानी, पंखा और न ही कूलर की व्यवस्था दी गई है। बावजूद इसके न तो प्रशासन और न ही महिला एवं बाल विकास विभाग को इस मामले में कोई चिंता है। विभाग को आंगनबाड़ी केंद्र को संचालित करने वाली कार्यकर्ताओं और पढ़ रहे बच्चों पर जरा भी तरस नहीं आ रहा है। कार्यकर्ता और सहायिका दीदी गर्मी में झूलसते हुए केंद्र को चला रही हैं।
Anganwadi Holiday: पालक कर रहे आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश की मांग
अभी गर्मी का माह शुरू ही हुआ है। आगे बच्चों को और परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। वहीं गर्मी तेज होने के कारण आगनबाड़ी केंद्रों में बच्चे भी कम आ रहे है। कई अपने बच्चों को नहीं भेज रहे है। तेज गर्मी का असर बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ सकता है। बच्चों को फर्श पर बैठना होता है। उनके लिए वहां कुर्सी टेबल तो नहीं होते हैं। ना वहां कोई सुविधा होती है। पानी भी नहीं है। दवाई की सुविधा भी नहीं है।
सरकार पर उठ रहे सवाल
Anganwadi Holiday: भीषण गर्मी में आंगनबाड़ी केंद्र संचालित करने वाले कार्यकर्ता और सहायिका दीदी और छोटे बच्चों की तकलीफों को देखते हुए सरकार पर पालकों द्वारा कई तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं, कि क्या आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले बच्चों को गर्मी नहीं लगती? क्या आंगनबाड़ी केंद्र संचालित करने वाले कार्यकर्ता और सहायिका दीदी को गर्मी नहीं लगती? क्या केंद्र में एक भी कूलर या पंख है? क्या आंगनबाड़ी केंद्र में ठंडे पानी का फिल्टर है? क्या आंगनबाड़ी केंद्र की भी छुट्टी नहीं करनी चाहिए?