pangolin skin smuggling: राज्य स्तरीय उड़नदस्ता दल द्वारा स्थानीय वन विभाग की टीम के साथ मिलकर की गई कार्रवाई,
अंबिकापुर। बेशकीमती जंगली जानवर पैंगोलिन की 6 किलोग्राम शल्क (छाल) के साथ वन विभाग की राज्य स्तरीय उड़नदस्ता टीम ने स्थानीय कर्मचारियों की मदद से 2 तस्करों को गिरफ्तार किया है। जबकि मुख्य आरोपी फरार हो गया। पूरी कार्रवाई 28 जून की रात बलरामपुर जिले के राजपुर वन परिक्षेत्र अंतर्गत शंकरगढ़ के चिरईघाट में की गई। मुखबिर की सूचना पर टीम मौके पर पहुंची थी, इसी बीच अंधेरे का फायदा उठाकर मुख्य तस्कर फरार हो गया। जब्त पैंगोलिन की छल की कीमत लाखों रूपये बताई जा रही है।
इस सम्बन्ध में बलरामपुर जिले के राजपुर SDO रविशंकर श्रीवास्तव ने बताया कि उनकी टीम 28 जू ए की रात करीब 11.30 बजे राज्य स्तरीय उड़नदस्ता दल के साथ गश्त पर निकली थी। राजपुर-कुसमी मार्ग पर शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के चिरईघाट के पास पास पहुंची थी।
इसी बीच 3 ग्रामीण संदिग्ध हालत में वाहन खड़े मिले। उनके पास एक बोरी भी थी, शक के आधार पर टीम ने उनके पास पहुंची और पूछताछ करने लगी। जब यू होने बोरी की तलाशी ली तो उसमें पैंगोलिन की खाल मिली। तीनों पैंगोलिन की छाल के तस्कर थे।
pangolin skin smuggling: 2 गिरफ्तार, मुख्य आरोपी फरार
पैंगोलिन की छाल देख वन विभाग की टीम ने उन्हें हिरासत में लेना चाहा, इसी बीच मुख्य तस्कर लहसूनपाठ निवासी अनूप यादव पिता देवकी यादव वहां से फरार हो गया। जबकि टीम ने 2 तस्करों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपियों में कुसमी थाना क्षेत्र के नवडीहा कला निवासी लीलाराम कुजूर पिता जगन्नाथ उरांव 36 वर्ष और करौंधा थाना क्षेत्र के ग्राम तरैनी निवासी लवांगसाय पिता प्रबल राम शामिल हैं।

लाखों में है छाल की कीमत, आरोपी गए जेल
वन विभाग की टीम ने छाल की तौल कराई तो 6 किलोग्राम निकला। इसकी कीमत लाखों रुपए बताई जा रही है। दोनों आरोपियों के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम की धारा 9 एवं 39, 34, 40, 43, 44, 48, 50, 51 और 52 के तहत कार्रवाई कर जेल भेज दिया है।