---Advertisement---

Chhattisgarh Legislative Assembly : छत्तीसगढ़ विधानसभा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ऐसा क्या कह दिया कि छत्तीसगढ़ियों हो गए बेहद खुश

On: Monday, March 24, 2025 5:38 PM
---Advertisement---

भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) ने छत्तीसगढ़ विधानसभा (Chhattisgarh Legislative Assembly) में विधायकों को संबोधित करते हुए शुरुआत जय जोहार कहकर किया। उन्होंने कहा कि यहां के लोग काफी अच्छे हैं इसलिए इन्हें छत्तीसगढिय़ा सबसे बढिय़ा कहा जाता है।

रायपुर. भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) ने छत्तीसगढ़ विधानसभा (Chhattisgarh Legislative Assembly) में विधायकों को संबोधित करते हुए शुरुआत जय जोहार कहकर किया। उन्होंने कहा कि यहां के लोग काफी अच्छे हैं इसलिए इन्हें छत्तीसगढिय़ा सबसे बढिय़ा कहा जाता है। छत्तीसगढ़ से मुझे लगाव है। मैं 5-6 बार यहां आ चुकी हूं। आप जैसे बरगढ़, संबलपुर को छत्तीसगढ़ का हिस्सा समझते हैं, हम भी रायपुर को ओडिशा का हिस्सा समझते हैं। राष्ट्रपति ने ये बातें छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती कार्यक्रम के मौके पर कही। इससे पहले उन्होंने जय जोहार कहकर अपने भाषण की शुरुआत की थी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने छत्तीसगढ़ के एक दिवसीय प्रवास पर आज राजधानी रायपुर में रही।

दिल की कोई दीवार नहीं

विधानसभा में राष्ट्रपति बोलीं, परिसीमन की सीमा है, लेकिन दिल की कोई दीवार नहीं है। दिल से हम सब एक। चाहे छत्तीसगढ़ हो या ओडिशा हो। इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा में टोनही प्रताडऩा, खाद्य सुरक्षा सहित अब तक 565 विधेयक पारित हो चुके हैं। विधानसभा में सदस्यों की संख्या 90 है। इनमें अनुसूचित जनजाति के 30, अनुसूचित जाति के 10, ओबीसी के 35 सदस्य, सामान्य वर्ग के 15 और महिला सदस्यों की संख्या 19 है।

Read More: छत्तीसगढ़ के इस वाटरफॉल में मिली अज्ञात युवती की लाश, इस हाल में देख लोगों के उड़े होश, दौड़ी-दौड़ी आई पुलिस

राष्ट्रपति के भाषण की यह रही बड़ी बातें

जगन्नाथ सिर्फ ओडिशा के नहीं है। विश्व के हैं, छत्तीसगढ़ के हैं। मंदिर में जो 56 कोटि का चावल पकता है, वो छत्तीसगढ़ का है। जिसके प्रसाद को पूरा विश्व खाता है।
250 साल पहले गुरु घासीदास ने समाज सुधार का संकल्प लिया था उसे आज आप सबको सिद्ध करना है। श्रेष्ठ छत्तीसगढ़ का निर्माण करना है। छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद का खात्मा अंतिम चरण पर है। नक्सल प्रभावित क्षेत्र के लोग विकास के मार्ग पर आगे बढऩा चाहते हैं। छत्तीसगढ़ में विकास की असीम संभावनाएं है, यहां सीमेंट, खनिज उद्योग, स्टील, एल्युमिनियम और विद्युत उत्पादन जैसे क्षेत्रों में विकास के कई मौके हैं।

Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now
---Advertisement---

Leave a comment