BIG Breaking News: बलरामपुर जिले में रेत के अवैध खनन को रोकने गए आरक्षक पर रेत माफियाओं ने ट्रैक्टर चढ़ा मौत के घाट उतार दिया है। इस घटना से ग्रामीणों के साथ-साथ पुलिस और वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। आइए जानें पूरा मामला….
बलरामपुर। BIG Breaking News: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले से बड़ी खबर निकलकर सामने आई है। जहां अवैध रेत उत्खनन रोकने के प्रयास में ड्यूटी पर तैनात आरक्षक शिवबचन सिंह की जान चली गई। यह घटना रविवार की रात सनावल थाना क्षेत्र के ग्राम लिबरा में घटित हुई, जहां अवैध रेत से भरे ट्रैक्टर को रोकने की कोशिश में आरक्षक को ट्रैक्टर से टक्कर मार दिया गया। हादसे में गंभीर रूप से घायल आरक्षक की हॉस्पिटल लाने के दौरान रास्ते में ही मौत हो गई। यह पूरी घटना सनावल थाना क्षेत्र की है।
मिली जानकारी के मुताबिक, रविवार रात लगभग 11 बजे वन विभाग को कनहर नदी में बड़े पैमाने पर अवैध रेत उत्खनन की सूचना मिली थी। इस पर तत्काल कार्रवाई करने टीम कन्हर नदी के किनारे पहुंची थी। जैसे ही टीम ने मौके पर कार्रवाई शुरू की वैसे ही रेत ले जा रहे माफियाओं ने अचानक ट्रैक्टर को तेजी से आरक्षक की ओर बढ़ा दिया। ट्रैक्टर की चपेट में आकर एक आरक्षक बुरी तरह कुचला गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना से ग्रामीणों के साथ-साथ पुलिस और वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
रेत माफियाओं ने लिया बदला
मृतक आरक्षक की पहचान धमनी गांव निवासी के रूप में हुई है। दो दिन पहले ही पुलिस ने तीन ट्रैक्टरों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें थाने में खड़ा किया था। इसी की प्रतिक्रिया में रेत माफिया ने यह दुस्साहसिक हमला किया है।
हत्यारे की पहचान करने की कोशिश
थाना प्रभारी दिव्यकांत पांडेय ने जानकारी देते हुए बताया कि वन विभाग की टीम के साथ रात में अवैध अतिक्रमण और रेत खनन पर कार्रवाई की जा रही थी। इसी दौरान यह दुखद घटना घटित हुई। फिलहाल पुलिस प्रशासन द्वारा ट्रैक्टर चालक की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है।
अवैध उत्खनन का ग्रामीण कर रहे विरोध
बता दें कि झारखंड का खनन माफिया लंबे समय से घाट से अवैध रेत खनन कर रहा है। तस्करों द्वारा बड़े पैमाने पर रेत का अवैध उत्खनन को लेकर लिबरा एवं कुसफर के ग्रामीण विरोध कर रहे थे। शनिवार शाम सनावल थाना प्रभारी की टीम ने रेत के अवैध उत्खनन में लगी तीन ट्रैक्टरों को जब्त किया था।