Jharkhand Liquor Scam Case: रांची की एंटी करप्शन ब्यूरो ने छत्तीसगढ़ के शराब व्यवसाई सिद्धार्थ सिंघानिया को शराब घोटाले में गिरफ्तार किया है।
रायपुर। Jharkhand Liquor Scam Case: रांची की एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने झारखंड शराब घोटाला मामले में बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में छत्तीसगढ़ के कारोबारी सिद्धार्थ सिंघानिया को गिरफ्तार कर लिया गया है। सिद्धार्थ सिंघानिया को रायपुर से गिरफ्तार किया गया है। रायपुर की स्थानीय अदालत में पेशी के बाद उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर रांची ले जाया जाएगा।
जांच एजेंसियों के अनुसार, सिद्धार्थ इस शराब घोटाले के सिंडिकेट का मुख्य बिचौलिया है, जिसने छत्तीसगढ़ और झारखंड में अवैध शराब कारोबार का जाल बिछाया था। बता दें कि इस मामले में झारखंड के कई बड़े अधिकारियों के नाम सामने आए हैं।
जानकारी के अनुसार, सिद्धार्थ सिंघानिया ने छत्तीसगढ़ के शराब सिंडिकेट के साथ मिलकर झारखंड तक नेटवर्क फैलाया और दोनों राज्यों की शराब नीति में कथित रूप से फेरबदल कर अपने हित साधे। जांच एजेंसियों का दावा है कि नीति में बदलाव कर शराब आपूर्ति, मैनपावर और होलोग्राम निर्माण से जुड़े ठेके अपने करीबी लोगों को दिलवाए गए।
कई सप्लायर और कंपनियों पर गाज गिरी
इस मामले में छत्तीसगढ़ में 7 सितंबर 2024 को एसीबी ने एफआईआर दर्ज की थी। इसमें तत्कालीन उत्पाद सचिव विनय चौबे, संयुक्त आयुक्त गजेंद्र सिंह, वरिष्ठ आईएएस अनिल टुटेजा सहित कई अफसरों और कारोबारियों को आरोपी बनाया गया है। वहीं झारखंड में भी कई सप्लायर और कंपनियों पर गाज गिरी है।
बता दें कि ACB टीम लंबे समय से सिद्धार्थ सिंघानिया से पूछताछ के लिए समन भेज रही थी, लेकिन वह जांच एजेंसी के समक्ष पेश नहीं हो रहा था। आखिरकार कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट लेने के बाद ACB की टीम ने रायपुर पहुंचकर उसे हिरासत में ले लिया।
अब तक ये 5 लोग हुए गिरफ्तार
पूर्व प्रधान सचिव (उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग) विनय कुमार चौबे
पूर्व संयुक्त आयुक्त गजेंद्र सिंह
महाप्रबंधक (वित्त) सुधीर कुमार दास
पूर्व महाप्रबंधक (वित्त सह अभियान) सुधीर कुमार
प्लेसमेंट एजेंसी मार्शन के प्रतिनिधि नीरज कुमार सिंह।