---Advertisement---

अंडे बेचने से अंडरवर्ल्ड तक! आखिर तोमर ब्रदर्स कैसे बने करोड़पति? थार, हथियार, कैश, विला और… पुलिस ने किया पर्दाफाश, चौंका रायपुर

On: Friday, June 6, 2025 11:56 AM
अंडे बेचने से अंडरवर्ल्ड तक! आखिर तोमर ब्रदर्स कैसे बने करोड़पति? थार, हथियार, कैश, विला और… पुलिस ने किया पर्दाफाश, चौंका रायपुर
---Advertisement---

CG News: आखिर अंडे का छोटा ठेला लगाने वाले तोमर ब्रदर्स अब करोड़ों के मालिक कैसे बन गए हैं? इस मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है, जिसे सुनकर पूरा रायपुर दंग हो गया है। इतना ही नहीं कभी किराए के मकान में रहने वाले तोमर ब्रदर्स के पास भांटागांव में 5 हजार वर्गफीट में बना एक आलीशान बंगला, लग्जरी गाड़ियां भी है।

रायपुर। CG News: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सूदखोर रोहित तोमर और वीरेंद्र तोमर के घर बीते मंगलवार की रात रायपुर पुलिस ने रेड की थी। पुलिस हिस्ट्रीशीटर के घर कार्रवाई के लिए कोर्ट से सर्च वारंट लेकर पहुंची थी। पुलिस ने इस कार्रवाई में भाठागांव स्थित सांई विला मकान की तलाशी के दौरान पुलिस को 37 लाख नगदी, सोने के जेवरात, लग्जरी गाडियां, आई पैड, लैपटाॅप, चेक, एटीएम, ईस्टाॅम्प, पैसो के लेन देन का हिसाब, रजिस्टर, नोट गिनने की मशीन समेत अन्य दस्तावेज मिले। इसी बीच एक और बड़ा खुलासा हुआ है।

जानें अंडा बेचने वाले कैसे बने करोड़पति?

आपको भी यह बात हजम नहीं हो रही होगी कि अंडा बेचने वाला आखिर करोड़पति कैसे बन गया। तो आइए यहां जानते है उनके कारनामे। पुलिस ने इस मामले में खुलासा करते हुए बताया कि तोमर परिवार से सभी कैश, गोल्ड सहित अन्य सभी सामानों का हिसाब मांगा है। साथ ही बिल दिखाने के लिए भी कहा है। तोमर ब्रदर्स कुछ सालों पहले तक एक छोटा सा ठेला लगाकर अंडा बेचा करते थे। वह ऑटो में सफर करते थे। साथ ही एक किराए के घर पर रहते थे, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। दोनों भाई आज के समय के करोड़ों के मालिक है। उनके पास रहने के लिए एक 5 हजार वर्गफीट में बना एक आलीशान बंगला है। घूमने के लिए बीएमडब्ल्यू, फॉर्च्यूनर और थार जैसी कई गाड़ियां हैं।

टिकरापारा पुलिस के अनुसार रुबी पहले रिश्तेदार के साथ चौराहे पर अंडे का ठेला लगाता था। 19 साल पहले पहली बार उसका नाम आजाद चौक इलाके में चाकूबाजी में आया। फायरिंग से चर्चा में आया। यह घटना तब हुई थी जब वीरेंद्र ने शादी में देने के लिए उधार में फर्नीचर खरीदा था। पेमेंट नहीं करने पर कारोबारी से विवाद हुआ। इसी विवाद में फायरिंग हुई थी और गोली लगने से एक की मौत हो गई थी।

10 गुना ब्याज की वसूली

दोनों भाई छोटे-छोटे कारोबारियों को 10 प्रतिशत ब्याज पर पैसा उधार देकर उनसे 10 गुना तक पैसा वसूलते हैं, जो लोग पैसा नहीं दे पाते उनकी प्रॉपर्टी जबरदस्ती अपने नाम करवा लेते हैं। भाठागांव में इस तरह कई जमीन अपने नाम करवा ली है। बता दें कि आरोपी वीरेंद्र और रोहित सूदखोरी के धंधे में ब्याज का पैसा अपनी पत्नी शुभ्रा तोमर और नेहा तोमर के बैंक खाते में लेते थे। इसके अलावा अपने कर्मचारी योगेश के खाते में भी लेते थे।

सूदखोरी ने बनाया अमीर!

आरोपी वीरेंद्र और रोहित सूदखोरी का धंधा भी करते हैं। जयदीप और नासिर को 8 फीसदी ब्याज पर पैसा दिया था। ब्याज की राशि तय समय पर देनी पड़ती थी, लेकिन अगर ब्याज की राशि तय समय पर कोई नहीं दे पाता था, तो अगले दिन से प्रतिदिन के हिसाब ब्याज लेते थे। जो ब्याज महीना में लगता था, अब उसे रोज वसूलते थे। 8 फीसदी ब्याज का पैसा नहीं देने पर गुंडों को घर भेजकर रकम की वसूली कराते थे। जमीन या अन्य महंगी चीजें अपने नाम पर करवाते थे। इस तरह दोनों भाई रातों-रात करोड़पति हो गए। इस तरह बड़ा बंगला और महंगी गाड़ियां खरीद ली है।

Read More: अब तो हद हो गई… बीमार गायों को भी नहीं छोड़ा शख्स, कर दी ये घिनौनी हरकत, CCTV में कैद हुई करतूत

कौन हैं वीरेंद्र और रोहित तोमर?

वीरेंद्र सिंह तोमर करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, जबकि रोहित तोमर रायपुर में ‘गोल्डमैन’ के नाम से कुख्यात है। रोहित के खिलाफ 12 से ज्यादा संगीन मामले दर्ज हैं, जिनमें सूदखोरी, वसूली, गोलीबारी, अपहरण और महिलाओं से मारपीट शामिल हैं। पुलिस रिकॉर्ड में रोहित एक सक्रिय हिस्ट्रीशीटर है, और वह अपने महंगे लाइफस्टाइल, सोने से जड़े कपड़ों और गाड़ियों के काफिले के लिए बदनाम रहा है। पुलिस के अनुसार, वह अवैध सूदखोरी के पैसे से आलीशान जिंदगी जीता रहा है।

तोमर परिवार के आपराधिक रिकार्ड्स

पुलिस के अनुसार, इन दोनों भाइयों ने सूदखोरी और गुंडागर्दी के दम पर न सिर्फ करोड़ों की संपत्ति बनाई, बल्कि पुलिस और प्रशासन की नाक में दम भी कर दिया। एक दशक से रायपुर में खुलेआम सूदखोरी का गोरखधंधा चल रहा है। रोहित और वीरेंद्र ने ब्याज के नाम पर लोगों को उधार में पैसे दिए, फिर उन्हें बंदूक की नोक पर डराकर अवैध वसूली की। सूत्रों के मुताबिक, ये लोग धर्म की आड़ में धंधा चलाते थे।

वर्ष – आरोप – क्षेत्र

2006 – कारोबारी पर चाकू से हमला – आजाद चौक
2010 – उगाही और मारपीट- गुढियारी
2013 – हत्या – कोतवाली
2015 – अप्राकृतिक कृत्य – अमलीडीह
2017-2019 – सूदखोरी, ब्लैकमेलिंग – हलवाई लाइन, भाठागांव
परिवार की महिलाएं भी कई मामलों में आरोपी हैं।

Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now
---Advertisement---