Saturday, May 17, 2025

सरकारी विभाग में आसानी से नौकरी दिलवा सकता हूं…. आदिवासी नेता ने की 10 लाख की ठगी, इस तरह बेरोजगार युवकों को जाल में फंसाया

Fraud News: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले से एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां आदिवासी नेता ने दो युवकों से 10 लाख रुपए की ठगी की है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर रही है।

सूरजपुर। Fraud News: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में बड़ा फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है। खुद को आदिवासी नेता बनने वाले युवक ने अपनी ऊंची पहुंच का हवाला देकर पीएचई विभाग में अकाउंटेंट पिता के साथ मिलकर बेरोजगारों को जमकर ठगा। सीएम कोटे से नौकरी दिलवाने का झांसा देकर 10 लाख रुपए की ठगी कर ली। वहीं पीड़ितों की शिकायत पर पिता-पुत्र के खिलाफ सूरजपुर थाना में धारा 420 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

ऐसे हुई ठगी

यह पूरा मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है। ग्राम पतरापाली के रहने वाले मुरली मनोहर पटेल ने अपनी शिकायत में बताया कि उसकी पिता-पुत्र मोहित नेताम और हेमन्त नेताम से 2022 से जान पहचान है। इस दौरान मोहित और हेमंत नेताम ने मुरली से 7 लाख रूपए की मांग की। 12 नवंबर 2022 को मुरली ने मोहित को 5 लाख रूपए नकद दिए। बाद में दबाव बनाकर 1 फरवरी 2023 को 2 लाख रूपए का चेक भी लिया गया। गारंटी के तौर पर हेमंत नेताम ने एक 7 लाख रूपए का स्टेट बैंक का चेक भी मुरली को सौंपा।

हालांकि जब सब-इंस्पेक्टर की चयन सूची जारी हुई, तो मुरली मनोहर का नाम उसमें नहीं था। जब उसने अपनी रकम वापस मांगी, तो सिर्फ 50 हजार रूपए फोनपे से ट्रांसफर किए गए, और बाकी पैसे नहीं लौटाए गए। वहीं, आरोपी ने ग्राम सपकरा निवासी रमेश कुमार‍ को वन विभाग में फॉरेस्ट गार्ड की नौकरी दिलाने की बीत और 3 लाख लिए।

जांच में जुटी पुलिस

काफी दिनों बाद भी बेरोजगारों को जब नौकरी नहीं मिली और रुपए भी वापस नहीं किया तब पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है और यह जानने का प्रयास कर रही है कि ठगी की रकम कितनी है और कितने लोग इसकी चपेट में आए हैं।

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आसानी से नौकरी दिलवाने का झांसा

मुरली ने बताया कि वर्ष 2022 में उसकी मुलाकात पीएचई विभाग में पदस्थ अकाउंटेंट हेमंत नेताम से हुई, जिन्होंने अपने बेटे मोहित नेताम से मिलवाया। मोहित ने खुद को आदिवासी उत्थान संस्थान छत्तीसगढ़ का प्रदेश अध्यक्ष बताया और मुख्यमंत्री कोटे से नौकरी लगवाने का दावा किया। उसने दावा किया था कि उसके पास ऊंचे संपर्क हैं और वह स्वास्थ्य, शिक्षा, जल संसाधन जैसे विभागों में आसानी से नौकरी दिलवा सकता है। इसके एवज में उसने प्रति उम्मीदवार दो से तीन लाख रुपए तक की मांग की।

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