Ambikapur News: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले से बड़ी खबर निकलकर सामने आई है। यहां दुग्ध सागर डेयरी के CEO दिपक सिंह एवं सहयोगी शाहिद खान के खिलाफ FIR दर्ज किया गया है।
अंबिकापुर। Ambikapur News: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले से बड़ी खबर निकलकर सामने आई है। यहां दुग्ध सागर सहकारी सेवा समिति के 2 ग्रामीणों के खिलाफ दूध विक्रय का भुगतान नहीं करने पर कार्रवाई की गई है। इतना ही नहीं बल्कि इन दो ग्रामीणों पर FIR भी दर्ज किया गया है। कलेक्टर के इस एक्शन से दुग्ध सागर सहकारी सेवा समिति में खलबली मच गई है।
वहीं जांच प्रतिवेदन के अनुसार, दुग्ध सागर सहकारी समिति के ग्राम असकला, महोरा, रसौली, दोरना के पशुपालकों द्वारा दुध विक्रय भुगतान माह मई से अगस्त 2023 के भुगतान किसानों को न होने के संबंध में जांच प्रतिवेदन प्राप्त हुआ है। वित्तिय अनियमितता के खिलाफ CEO दिपक सिंह एवं सहयोगी शाहिद खान को दोषी पाया गया है। फिलहाल दोनों के खिलाफ थाने में FIR दर्ज किया गया है।
इसके साथ ही कलेक्टर ने दुग्ध सागर सहकारी समिति को पुनर्गठित करते हुए BOD का चुनाव, पुराने संग्रहण केन्द्र प्रारंभ करने, नए संग्रहण केन्द्र की संभावना तलाशने, स्थापित प्रसंस्करण इकाई को भी शुरू करने की बात कही है। वहीं किए गए कार्यवाही से इस कार्यालय को 03 दिवस में अवगत कराने के भी निर्देश दिए गए।

सागर डेयरी में बनाया जा रहा था नकली पनीर
आपको बता दें कि बीते दिनों जिले के बिशुनपुर खुर्द इलाके में संचालित सागर डेयरी पर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की थी। यहां दूध की जगह केमिकल और पाउडर से पनीर तैयार किया जा रहा था। शिकायत मिलने पर जिला प्रशासन, खाद्य विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने डेयरी पर छापा मारकर लगभग 150 किलो नकली पनीर जब्त किया था।
बता दें कि बिशुनपुर खुर्द स्थित पंचायत भवन के पास सागर डेयरी स्थित है। यह फर्म शाहिद नामक व्यक्ति के नाम से रजिस्टर्ड है। डेयरी में नकली पनीर (Fake paneer) बनाए जाने की शिकायत पर अंबिकापुर SDM के निर्देशानुसार औचक निरीक्षण किया गया था। निरीक्षण के दौरान विभिन्न पदार्थों से पनीर का निर्माण किया जा रहा था। जिसे देखते हुए यह कार्रवाई की गई थी।
नकली पनीर बनाने का खुलासा, गंदगी का माहौल
जांच टीम ने पाया कि डेयरी परिसर में चारों ओर गंदगी फैली हुई थी और साफ-सफाई के नाम पर कोई व्यवस्था नहीं थी। साथ ही यह भी सामने आया कि फर्म का रजिस्ट्रेशन भी समाप्त हो चुका था। पनीर बनाने के लिए जिन केमिकल्स और पाउडर का इस्तेमाल किया जा रहा था, उन्हें भी मौके से बरामद कर लिया गया था। यह पूरी कार्रवाई SDM के निर्देश पर की गई थी।
डेयरी को किया गया सील
जांच में प्रशासनिक टीम ने पाया कि फर्म का पंजीयन भी एक्सपायर हो चुका है। इसके बाद डेयरी को सील (Fake paneer) कर दिया गया था। इस दौरान फर्म में काम करने वाला व्यक्ति मोहित कुमार मौजूद था। कार्रवाई के दौरान गांधीनगर पुलिस भी वहां उपस्थित रही। बताया जा रहा है कि शहर में पूर्व में भी नकली पनीर की फैक्ट्री का भंडाफोड़ हो चुका है।
दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई
बता दें कि जांच के दौरान मौके पर मौजूद व्यक्ति ने अपना नाम मोहित कुमार बताया, जबकि फर्म का मालिक शाहिद बताया गया। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि मामले की विस्तृत जांच के बाद दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।