Sky lightning: हवा और बारिश के साथ आकाशीय बिजली ने कई लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। इससे एक बच्चे की दर्दनाक मौत हो गई।
बिलासपुर। Sky lightning: छत्तीसगढ़ के कई जिलों में बीते दिनों अचानक बदले मौसम ने कहर ढाया है। तेज हवा और बारिश के साथ आकाशीय बिजली ने कई लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। इससे एक बच्चे की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं अन्य दो गंभीर रूप से घायल हो गए है। घटना सिरगिट्टी थाना क्षेत्र की है।
जानकारी के मुताबिक, 13 साल का अभिषेक अपने दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलने के लिए बन्नाक चौक के पास पहुंचा था। इस दौरान तेज बारिश और बादल गरजने शुरू हो गई। सभी बच्चे बारिश से बचने के लिए पेड़ के नीचे छिप गए, लेकिन आसमान से मौत बनकर बिजली बच्चों पर गिरी। अजय ध्रुव,अभिषेक ध्रुव,सुरेंद्र ध्रुव,अंशु गोड़,शष्ट राज ध्रुव, दुर्गेश ध्रुव आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए। वहां मौजूद दूसरे युवक सभी को पास के मकान ले गए। तुरंत इसकी सूचना डायल 112 सिरगिट्टी पुलिस को दी गई।
इलाके में शोक की लहर
इसके बाद सिरगिट्टी पुलिस सभी को इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंची। जहां इलाज के दौरान दौरान अभिषेक ध्रुव पिता पंचराम ध्रुव उम्र 10 वर्ष साकिन बन्नाक चौक सिरगिट्टी की मौत हो गई। अन्य घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। इस घटना से इलाके में शोक की लहर है।
Sky lightning: आज भी होगी बारिश
बता दें, रविवार को शाम को छत्तीसगढ़ के कई जिलों में बारिश हुई है। रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बालोद, भिलाई, बिलासपुर, पेंड्रा-रोड और अंबिकापुर समेत कई जगहों पर भी तेज बारिश हुई। वहीँ, आज भी छत्तीसगढ़ में मौसम विभाग ने सभी जिलों में बारिश की संभावना जताई है। बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग संभाग के कुछ जिलों में भारी बारिश होगी। गरज-चमक के साथ तेज हवा भी चलेगी।
बिजली चमकने के दौरान क्या करें और क्या नहीं?
घर के भीतर क्या करें: तूफान आने से पहले इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों के प्लग निकाल दें। तार वाले टेलीफोन का इस्तेमाल न करें।
खिड़कियों और दरवाजों से दूर रहें और बरामदे में न ही खड़े हों और न ही चहलकदमी करें। अगर आपके पास खिड़की या दरवाजे खुले हैं, तो उन्हें बंद कर दें।
प्लम्बिंग और लोहे की पाइपों को न छुएं। नल से बहते पानी का इस्तेमाल न करें, क्योंकि पानी बिजली का अच्छा कंडक्टर है।
अगर आप किसी ऊंची इमारत में हैं, तो लिफ्ट का इस्तेमाल न करें. सीढ़ियों का यूज करें।
बिजली चमकने पर घर के अंदर ही रहें। बहुत ही जरूरी काम होने पर घर से बाहर निकलें। बारिश थमने के बाद भी बिजली गिरने का खतरा बना रहता है। बिजली की गड़गड़ाहट की आवाज के कम से कम 30 मिनट बाद तक सुरक्षित स्थान पर रुकें।
घर के बाहर हैं तो क्या करें ?
अगर आप घर के बाहर हों तो पहले किसी मजबूत घर में आश्रय लें। टीन, धातु से बनी छत वाले मकानों से दूर रहें।
आपको अगर घर के बाहर सुरक्षित ठिकाना न मिले या सिर छुपाने के लिए कोई छत ना मिले और आप खुले आसमान के नीचे हैं। ऐसे में सबसे पहले नीचे झुककर पैरों और घुटनों को जोड़कर बैठ जाएं। जमीन पर न लेटें और न ही जमीन पर हाथ लगाएं।
बिजली चमकने के दौरान पेड़ के नीचे खड़े न हों, क्योंकि सबसे ज्यादा बिजली गिरने का खतरा पेड़, मकान, खंभों पर ही होता है।
आप किसी बस, कार या ढके हुए वाहन में बैठे हैं तो वहीं रहना सुरक्षित है।
घर के बाहर धातु से बनी चीजों का इस्तेमाल न करें. बिजली, टेलिफोन के खंभों से दूर रहें।
पानी से दूर रहे हैं। पानी में बिजली गिरने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। पूल, झील और छोटी नाव से तुरंत बाहर निकल जाएं।
अगर आप खुले मैदान में हैं तो क्या करें ?
कई बार मौसम खराब होते वक्त आप किसी खुले मैदान में होते हैं या फिर ऐसी जगह होते हैं जहां दूर-दूर तक सिर छिपाने के लिए कोई घर नहीं है। ऐसे में सबसे पहले तो पेड़, बिजली, टेलीफोन के खंभे या पानी से दूर हो जाएं। उसके बाद जमीन पर अपने पैरों को एक साथ जोड़कर नीचे बैठ जाएं।
अपने सिर को नीचे झुकाकर अपनी छाती से चिपका लें। दोनों हाथों को अपने घुटनों पर रखकर कान बंद कर लें। बैठते वक्त एड़ियां मिलनी चाहिए। ये मौसम खराब होने और बिजली गिरने का खतरा देखते हुए बैठने का सबसे बेहतर तरीका बताया गया है।