Thursday, December 12, 2024

AI dream recorder: जापान के वैज्ञानिकों ने तैयार की सपनों को रिकॉर्ड करने डिवाइस, टीवी में देख सकेंगे, 2 साल तक रह सकेगा स्टोर

AI dream recorder क्या हो अगर हम आप से कहें कि अब आप अपने सपनों को दोबारा देख सकते हैं? दरअसल, जापान के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा उपकरण बना डाला है, जिसके जरिए लोग अपने सपनों को रिकॉर्ड कर सकते हैं।

खबरनाविस डेस्क। AI dream recorder रात को सोते समय ज्यादातर लोगों को सपने आते हैं, जिनमें कई तरह की गतिविधियां हुआ करती हैं। हालांकि, नींद खुलने के बाद अधिकतर लोगों को अपने सपने याद नहीं रहते। क्या हो अगर हम आप से कहें कि अब आप अपने सपनों को दोबारा देख सकते हैं? दरअसल, जापान के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा उपकरण बना डाला है, जिसके जरिए लोग अपने सपनों को रिकॉर्ड कर सकते हैं। आइए इस ऐतिहासिक खोज के विषय में विस्तार से जानते हैं।

AI dream recorder
AI dream recorder

यह भी पढ़ें : New trend: लोग मुट्ठी भर-भरकर खा रहे हैं मिट्टी, कई स्वास्थ्य लाभ मिलने का दावा, ऑनलाइन साइट अमेजन पर 2200 रुपए में बिक रही

AI dream recorder के जरिए हुआ यह आविष्कार

यह अविश्वसनीय उपकरण मस्तिष्क इमेजिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग करके बनाया गया है। AI dream recorder अद्भुत आविष्कार से जुड़ा एक अध्ययन जापान के शहर क्योटो में ATR कम्प्यूटेशनल न्यूरोसाइंस प्रयोगशालाओं में आयोजित किया गया था।प्रोफेसर युकियासु कामितानी के नेतृत्व में उनकी टीम ने सपने देखने से जुड़ी विस्तृत तंत्रिका गतिविधि को रिकॉर्ड करने के लिए कार्यात्मक चुंबकीय अनुनाद इमेजिंग (fMRI) का इस्तेमाल किया था।इस उपकरण को बनाने में इस शोध ने वैज्ञानिकों की बहुत सहायता की थी।

सपनों को जांचने वाला अध्ययन 

AI dream recorder नींद के शुरुआती चरण में कुछ लोगों की संज्ञानात्मक गतिविधि पर नजर रखी गई। जब वे REM नींद में पहुंच गए, तो उन्हें जगाया गया और उनके सपनों के बारे में उनसे पूछताछ की गई। रैपिड आई मूवमेंट (REM) नींद की एक अवस्था है, जिसमें सोते समय लोगों की आंखें हिलती हैं, उनका मस्तिष्क सक्रिय होता है और वे सपने देखते हैं। विशेष मस्तिष्क पैटर्न से जुड़े चित्रों का डाटाबेस तैयार करने के लिए इस प्रक्रिया को बार-बार दोहराया गया।

स्कैन करके रिकॉर्ड किए गए सपनें

AI dream recorder अध्ययन में शामिल लोगों के दिमाग को स्कैन करके और विशिष्ट मस्तिष्क पैटर्न से जुड़ी छवियों का विश्लेषण करके वैज्ञानिकों ने सपनों की भविष्यवाणी में 60 प्रतिशत सटीकता हासिल की।बाद में यह विशिष्ट दृश्य वस्तुओं के कारण 70 प्रतिशत से अधिक तक बढ़ गई थी। यह उपकरण मानव मस्तिष्क को अच्छी तरह समझ सकता है और तंत्रिका वैज्ञानिकों, मनोवैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं की सपने देखने के महत्व को समझने में मदद कर सकता है।

यह भी पढ़ें : Ginger side effects: ये आदमी हर दिन पीता था 7 कप अदरक वाली चाय, हो गई 18 बीमारियां, डॉक्टर भी समझ नहीं पा रहा यह हुआ कैसे!

मनोवैज्ञानिक विकारों के निदान में मिलेगी मदद

प्रोफेसर युकियासु ने कहा, “हम नींद के दौरान मस्तिष्क गतिविधि के जरिए सपनों को रिकॉर्ड करने में सक्षम थे, जो लोगों की बताई गई रिपोर्ट से मेल खाते थे।”ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के संज्ञानात्मक तंत्रिका वैज्ञानिक डॉ. मार्क स्टोक्स ने कहा, यह एक रोमांचक शोध अनुभव है, जिसने हमें सपनों को पढ़ने वाली मशीनों की अवधारणा के करीब लाया है। यह AI dream recorder उपकरण लोगों के मानसिक स्वास्थ्य को समझने, व्यक्तित्व का विश्लेषण करने और मनोवैज्ञानिक विकारों का निदान करने में मदद करेगा।

sankalp
Aadhunik

Related articles

Shubham
Mishra Sweets