Friday, May 9, 2025
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पंडित प्रदीप मिश्रा से शिवपुराण सुनने आई 9वी की छात्रा लापता, परिजन बोले-अब आपसे ही चमत्कार की उम्मीद

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रायपुर/भिलाई . भिलाई में शिव महापुराण कथा सुनने आई एक नाबालिग लड़की कथा स्थल से लापता हो गई है। विगत दिनों 25 जुलाई से 31 जुलाई तक भिलाई के जयंती स्टेडियम में पं. प्रदीप मिश्रा के शिव महापुराण कथा का आयोजन किया गया था। लापता नाबालिग के परिजनों ने पहले तो कथा स्थल पर ही खोजबीन की। इसके बाद जब नाबालिग नहीं मिली तो पुलिस से शिकायत की।

अपने मां के साथ कथा सुनने आई नाबालिग के कथा स्थल से लापता होने के बाद परिजनों ने पं. प्रदीप मिश्रा से बेटी के मिल जाने के चमत्कार की गुहार लगाई है। परिजनों ने कहा कि पंडित जी कुछ ऐसा चमत्कार कर दी ताकि उनकी बेटी मिल जाए। इधर भिलाई पुलिस ने शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ 137(2) के तहत अपराध दर्ज किया। बच्ची को खोज रही है। अभी तक कुछ पता नहीं चला है।

इससे पहले सिविक सेंटर में आयोजित शिव महापुराण कथा सुनने आए श्रदलुओं के साथ लगातार चेन स्नेचिंग की घटना हो रही है। पुलिस मामले में शिकायत लेकर उन्हें घर चलता करते जा रहे है। जानकारी के मुताबिक अब तक आधा दर्जन चेन स्नेचिंग की घटना भी हुई।

आयुक्त शारदा वर्मा ने प्रदेश के प्राचार्यों की बैठक में कहा, नहीं बढ़ेगी कॉलेज एडमिशन की तारीख

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अंबिकापुर/रायपुर .उच्च शिक्षा अयुक्त शारदा वर्मा ने गुरुवार को प्रदेश के तमाम शासकीय कॉलेजों के प्राचार्यों की ऑनलाइन बैठक बुलाई। इस बैठक में कॉलेजों में प्रवेश की स्थिति पर मंथन किया गया। चर्चा में निकलकर आया कि, शहरी कॉलेजों में तो एडमिशन का ग्राफ बेहतर रहा है, लेकिन ग्रामीण कॉलेजों में अधिकतर सीटों पर प्रवेश की स्थिति अच्छी नहीं है। सबसे ज्यादा बीएससी गणित की सीटें खाली पड़ी हैं। इसके अलावा ग्रामीण कॉलेजों में बीए और बीकॉम में भी तय सीटों की क्षमता पूरी नहीं हो पाई है। बैठक में कॉलेजों ने एडमिशन की तिथि को बढ़ाने के संबंध में आयुक्त से आग्रह किया, लेकिन आयुक्त से नई शिक्षा नीति और सेमेस्टर परीक्षा का हवाला देकर एडमिशन तिथि में विस्तार नहीं किए जाने की बात कही। बैठक में आयुक्त ने बताया कि अब सभी कॉलेजों को उच्च शिक्षा विभाग के नए एनएपीएस पोर्टल पर पंजीयन कराना होगा।

क्या है एनएपीएस पोर्टल

इस पोर्टल पर सभी कॉलेजों की जानकारी होगी। इससे उच्च शिक्षा विभाग डेटा बेस तैयार करेगा। इसी आधार पर आगे की रणनीति बनेंगी और विभागीय कामकाज और कॉलेज की सुविधा को दुरुस्त किया जा सकेगा। इसके अलावा नई शिक्षा नीति के तहत कॉलेजों के नव-प्रवेशित विद्यार्थियों की एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट यानी एबीसी आईडी बनाने के लिए भी कॉलेजों और विश्वविद्यालय को निर्देशित किया गया। आयुक्त ने कहा कि नए सत्र से सभी छात्रों का पंजीयन स्वयं पोर्टल पर किया जाना है, ताकि छात्र वैल्यू एडेट कोर्सेज की पढ़ाई स्वयं पोर्टल के जरिए भी कर सकें। इसके अलावा स्वयं पोर्टल से की गई पढ़ाई और इसकी परीक्षा में मिले अंकों को एबीसी आईडी में भी जोडऩा है।

क्या छत्तीसगढ़ में भी हो रही बेसमेंट में पढ़ाई, शासन ने कोचिंग सेंटरों का निरीक्षण कर रिपोर्ट मांगी

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रायपुर . दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर के कोचिंग सेंटर में बीते शनिवार को बड़ा हादसा हुआ। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की कोचिंग के बेसमेंट में पानी भर जाने से मौत हो गई। यह मामला देशभर में सुर्खियों में है। सुप्रीम कोर्ट भी इस मामले में सुनवाई कर रहा है। इसी बीच ुदुर्ग जिला प्रशासन भी एजुकेशन हब भिलाई-दुर्ग के कोचिंग संस्थानों में चल रही कक्षाओं का जायजा लेने में जुट गया है। भिलाई में ही करीब सौ से ज्यादा कोचिंग सेंटर्स है, जो छोटी-छोटी जगहों में बच्चों को ठुंसकर पढ़ाई करा रहे हैं।

दिल्ली जैसा हादसा भिलाई में भी न हो जाए इसके लिए कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने प्रतियोगी परीक्षा कोचिंग संस्थानों के निरीक्षण के लिए जिला स्तरीय टीम गठित कर दी है। जिले में संचालित सभी कोचिंग सेंटरों के निरीक्षण करने को कहा गया है। टीम को बेसमेंट से लेकर कक्षाओं और उनमें बैठक व्यवस्था व आपात निकासी के इंतजाम भी देखने को कहा है।

जिला स्तरीय निरीक्षण टीम में अपर कलेक्टर अरविंद एक्का, नगर पालिक निगम भिलाई के आयुक्त देवेश धु्रव, नगर पालिक निगम रिसाली के आयुक्त मोनिका वर्मा, संयुक्त कलेक्टर मुकेश रावटे, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास हेमंत कुमार सिन्हा, जिला सेनानी नगर सेना नागेन्द्र कुमार सिंह एवं सभी थाना प्रभारी शामिल है।

उक्त निरीक्षण टीम ने गुरुवार को जिला मुख्यालय के अंतर्गत संचालित कोचिंग सेंटर आईआई टायन गुरू, वेदांतु लर्निंग सेंटर, एनईई एंड जेईई, मोशन, कोटा स्टडी सर्कल, सिविक सेंटर भिलाई एवं रिसाली स्थित बायजूस, पारख सुपर मार्केट और नेहरू नगर दुर्ग स्थिति फिजिक्स वाला कोचिंग सेंटर का आकस्मिक निरीक्षण किया।

संचालित कोचिंग सेंटरो में अनुज्ञा प्राप्त भवन, मानक के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था, फायर सेफ्टि, कोचिंग सेंटर में प्रवेश एवं निकासी, आपात व्यवस्था, लायब्रेरी, सेंटरों में स्वच्छता एवं अन्य आवश्यक सुविधाओं के संबंध में जांच किया गया। जिन कोचिंग सेंटरों में उक्त सुविधा/व्यवस्था की कमी पाई गई, उन संस्थाओं को इसे तुरंत दुरुस्त करने के लिए कहा गया। टीम ने कोचिंग सेंटरों में कोचिंग प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों के सुविधा को ध्यान में रखकर किसी भी प्रकार की दुर्घटना एवं आपदा की स्थिति में सुरक्षात्मक उपाय करने के संबंध में कोचिंग संचालकों से जानकारी ली।

Breaking news : इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए 7 अगस्त से शुरू होगी DTE की counsling

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भिलाई . प्रदेश के इंजीनियरिंग, फार्मेसी और पॉलीटेक्निक सहित सभी तरह के टेक्निकल कोर्सेज में एडमिशन के लिए काउंसलिंग की शुरुआत ७ अगस्त से होगी। काउंसलिंग दो चरण में १५ सितंबर तक जारी रहेगी। काउंसलिंग के दो प्रमुख चरण होंगे। दोनों चरण समाप्त होने के बाद छात्रों को संस्थावार काउंसलिंग (आईएल) के जरिए प्रवेश दिया जा सकेगा।

काउंसलिंग के संबंध में तकनीकी शिक्षा संचालनालय ने सभी औपचारिक्ताएं पूरी कर ली है। इसको लेकर शुक्रवार को सभी कॉलेजों के जिम्मेदारों की ब्रीफिंग मीटिंग रखी गई है। इस साल की काउंसलिंग में सबसे बड़ा बदलाव यह होने वाला है कि अब बीए, बीकॉम, एमबीबीएस चाहें जिस भी विषय में ग्रेजुएशन किया हो, वह भी अब से मास्टर ऑफ कम्प्यूटर एप्लीकेशन यानी एमसीए में दाखिला ले पाएगा। पहले तक सिर्फ बीएससी ग्रेजुएट को ही एमसीए के लिए पात्र माना जाता था, लेकिन इस साल से डीटीई ने काउंसलिंग के पहले नियम में बड़ा बदलाव कर दिया है। इसका सबसे बड़ा फायदा उन छात्रों को होगा, जिनकी रुचि कम्प्यूटर साइंस में है, लेकिन ग्रेजुएशन के विषयों की वजह से भी इसमें मास्टर्स नहीं कर पाते थे। अब सात अगस्त से शुरू होने जा रही काउंसलिंग में ऐसे छात्र एमसीए की पढ़ाई के लिए आवेदन कर पाएंगे।

कॉलेज स्तर पर दस्तावेज सत्यापन पहले तक जहां छात्रों को काउंसलिंग के लिए ऑनलाइन पंजीयन करने के बाद दस्तावेजों का सत्यापन कराने डीवीसी सेंटर्स पर जाना होता है। यह व्यवस्था इस बार भी बंद ही रहेगी। कॉलेज अपने स्तर पर दस्तावेजों का सत्याप कराएंगे फिर विश्वविद्यालय नामांकन जारी करने से पहले दस्तावेजों का परीक्षण करेगा। यूजी और पीजी काउंसलिग की तारीखें अलग-अलग होगी। दस्तावेजों में किसी तरह की कमी होने पर विश्वविद्यालय नामांकन के पहले इसकी सूचना विद्यार्थियों एवं उनके कॉलेजों को दे सकता है। साथ ही छात्र का एडमिशन भी निरस्त किया जा सकेगा। किसी भी गैर मान्यता प्राप्त या यूजीसी से डिफॉल्ट विश्वविद्यालय, शिक्षा बोर्ड से स्कूलिंग करने वाले छात्र काउंसलिंग में हिस्सा नहीं ले पाएंगे।

नई ब्रांच के साथ नए कोर्स

एम.फार्मेसी के विद्यार्थियों को नई ब्रांच फार्मास्यूटिक्स और फार्मास्यूटिकल केमिस्ट्री भी पढ़ाने को मिलेगी। प्रदेश के निजी फार्मो कॉलेज को इस कोर्स के लिए अनुमति दी गई है। इसी तरह वर्किंग प्रोफेशनल जो काम के साथ बीटेक की डिग्री हासिल करना चाहते हैं वे भी बीआईटी दुर्ग से कंप्यूटर साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी, मैकेनिकल इंजीनियरिंग और सिविल में बीटेक कर सकेंगे। इस साल काउंसलिंग के पहले छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्व विद्यालय सीएसवीटीयू ने फार्मेसी के नए कॉलेजों पर शिकंजा कसा है। ऐसे में कुछ कॉलेजों की संबद्धता को होल्ड किया गया है। इसके अलावा इस साल फार्मेसी और इंजीनियरिंग के १२ कॉलेज काउंसलिंग में शामिल नहीं होंगे।

पहली बार सीएस में पढ़ेंगे पर्यावरण

इस साल से कंप्यूटर साइंस के कंबाइंड कोर्स में एक नई ब्रांच ऐड की गई है। पीजी के विद्यार्थियों को कंप्यूटर साइंस के साथ एनवॉयरोमेंट इंजीनियरिंग का विकल्प भी मिलेगा। इसके अलावा अब छात्र इलेक्ट्रानिक्स और कंप्यूटर साइंस को भी साथ-साथ पढ़ सकेंगे। एनवॉयरोमेंट इंजीनियरिंग की १८ सीटों पर प्रवेश मिलेगा। वहीं इलेक्ट्रानिक्स एंड सीएस की ६० सीटों पर प्रवेश मिल सकेगा।
बीआईटी दुर्ग में बीटेक सिविल की ६० सीटें इस साल कम हो जाएंगी। इस कोर्स का इनटेक पहले १२० था, जिसको अब घटाकर ६० कर दिया गया है। इसके अलावा एसएसआईपीएमटी में सीएसएआई की ६० सीटें थी, जिसे बढ़ा कर दोगुना कर दिया गया है। पिछले तीन साल से एआई ब्रांच में बंपर प्रवेश हो रहे हैं।

इधर, सिविल में सीटें घटी

बीआईटी दुर्ग में बीटेक सिविल की 60 सीटें इस साल कम हो जाएंगी। इस कोर्स का इनटेक पहले 120 था, जिसको अब घटाकर ६० कर दिया गया है। इसके अलावा एसएसआईपीएमटी में सीएसएआई की 60 सीटें थी, जिसे बढ़ा कर दोगुना कर दिया गया है। पिछले तीन साल से एआई ब्रांच में बंपर प्रवेश हो रहे हैं।

ये संस्थान हो गए बाहर

भारती कॉलेज दुर्ग और शंकराचार्य टेक्निकल कैंपस में इस साल इंजीनियरिंग की किसी भी ब्रांच में प्रवेश नहीं होंगे। इनके अलावा कृति इंस्टीट्यूट रायपुर, अशोका इंस्टीट्यूट राजनांदगांव, प्रोफेशनल इंस्टीट्यट रायपुर, गायत्री कॉलेज ऑफ फार्मेसी दंतेवाड़ा को मिलाकर चार फार्मेसी कॉलेज में दाखिलों पर रोक होगी। इन सभी कॉलेजों का सीट इनटेक शून्य रहेगा।

इस साल मुंगेली, सेंदरी बिलासपुर और सूरजपुर में तीन नए फार्मेसी कॉलेज की शुरुआत करने शासन ने मंजूरी दी है। इनमें यूजी और पीजी को मिलाकर 300 नई सीटें दी गई हैं। काउंसलिंग में यह विद्यार्थियों को दिखाई देंगे।

एमबीए का सीट इनटेक इस साल और बढ़ेगा। विद्यार्थियों की रुचि को देखकर एक नया कॉलेज शुरू होने जा रहा है। इनमें एमबीए की  सीटें होंगी। पिछले वर्ष की काउंसलिंग में 1320 सीटें थीं, जो इस साल बढक़र 1440 सीटें मिलेंगी।

वायनाड पहुंचे rahul gandhi, भावुक होकर कहा – आज वैसा ही महसूस हो रहा जैसा पिता की मौत पर हुआ था

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केरल . वायनाड में हुए भूस्खलन ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। लैंडस्लाइड की वजह से चार गांव पूरी तरह तबाह हो चुके हैं और अभी तक 289 लोगों के मारे जाने की खबर है। कांग्रेस नेता एवं वायनाड से पूर्व सांसद राहुल गांधी और उनकी बहन एवं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा गुरुवार को केरल पहुंचे।

दोनों ने वायनाड जिले के भूस्खलन प्रभावित इलाकों में बनाए गए विभिन्न राहत शिविरों का दौरा किया। पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। इस दौरान राहुल ने कहा कि आज उन्हें वैसा ही महसूस हो रहा है जैसा अपने पिता राजीव गांधी की मौत पर हुआ था। उन्होंने कहा कि मेरी दिलचस्पी इस वक्त राजनीति में नहीं वायनाड के लोगों में हैं।

कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा, ‘यह वायनाड के लिए, केरल के लिए और देश के लिए एक भयानक त्रासदी है। हम यहां स्थिति को देखने आए हैं। यह देखना दर्दनाक है कि कितने लोगों ने अपने परिवार के सदस्यों और अपने घरों को खो दिया है।

राहुल ने कहा, ‘हम मदद करने की कोशिश करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि बचे हुए लोगों को उनका हक मिले  उनमें से बहुत से लोग स्थानांतरित होना चाहते हैं। यहां बहुत कुछ करने की जरूरत है। मैं डॉक्टरों, नर्सों, प्रशासन और वॉलंटियर्स का धन्यवाद देना चाहता हूं।

राहुल गांधी ने कहा, ‘मेरे लिए यह निश्चित रूप से एक राष्ट्रीय आपदा है। देखते हैं सरकार क्या कहती है।मुझे नहीं लगता कि यह राजनीतिक मुद्दों पर बात करने का समय है। यहां के लोगों को मदद की जरूरत है। अभी समय यह सुनिश्चित करने का है कि सभी को मदद मिले। मेरी इस वक्त राजनीति में दिलचस्पी नहीं है. मेरी दिलचस्पी वायनाड के लोगों में है।

किचन में पल रही थी बीमारी, परोसने रखा था फंगस वाला चिकन और मछली, टीम को मिली बदबूदार मिठाई

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Bhilai Risali Corporation investigation, hotel bar, spoiled food items, action seized
Bhilai Risali Corporation investigation, hotel bar, spoiled food items, action seized

आज हुई जांच में बार-रेस्टोरेंट में दूषित खाद्य सामाग्री मिलने पर भिलाई रिसाली निगम ने कार्रवाई की है

भिलाई। केवल स्वार्थ में डूबे लोग पैसे के लिए लोगों की जान से खेलने को उतारू हैं। होटल-ढाबे से खराब सामग्री बेचने की लगातार शिकायतें मिल रही है। लोग वहां से खाकर बीमार पड़ने लगे हैं। यह बात खाद्य एवं निगम की टीम की जांच में लगातार सामने आ रही है। आज हुई जांच में बार-रेस्टोरेंट में दूषित खाद्य सामाग्री मिलने पर भिलाई रिसाली निगम ने कार्रवाई की है।

टीम ने संचालक से कुल 16000 जुर्माना वसूला। क्षेत्र के दो बीयर बार में मछली और चिकन में फंगस लगने पर जप्त किया। वहीं एक रेस्टोरेंट में बदबूदार मिठाई को जप्त कर विनिष्टीकरण की कार्रवाई की गई। दुषित खाद्य सामाग्री से होने वाली बीमारी की रोकथाम के लिए निगम आयुक्त मोनिका वर्मा अभियान चला रही हैं। निगम के अधिकारी सुबह आजाद मार्केट स्थित तिलक डेयरी पहुंचे। यहां पर डेयरी संचालक ऐसी मिठाई को बेचने रखा था, जिसमे से दुर्गन्ध उठ रही थी।

अधिकारी उस समय हतप्रभ रह गए जब ब्लू हैवन बार के भीतर रखे फ्रिजर को खोला। फ्रिजर से फंगस लगे चिकन, मछली और ग्रेवी को जप्त किया गया। इसी तरह अंगूरी बार से भी दूषित खाद्य सामाग्री को जब्त किया गया। बार संचालक दुषित खाद्य सामाग्री को ग्राहक को परोसने रखा था। इस कार्रवाई में राजस्व विभाग प्रभारी संजय वर्मा, अमित चंद्राकर, मंगल कुर्रे, बिरेन्द्र देशमुख, विवेक आदि शामिल थे।

टीम ने दिया अल्टीमेटम
निगम अधिकारियों ने जांच के दौरान बार-रेस्टोरेंट की सफाई को भी चेक किया। किचन की दीवार पर भ_ी से खाना बनाते समय निकलने वाले धुएं डस्ट की मोटी परत पाई गई। जिसे साफ करने 3 दिन का समय दिया है। दोबारा जांच में गंदगी मिलने पर दो गुना अर्थदण्ड वसूल करने की चेतावनी दी गई।

पाया गया डेंगू का खतरा
बार संचालक शराब, कोल्ड्रींक की बोतल को खुले स्थान पर एकत्र कर रखे थे। इन्ही बोतल में बारिश का पानी जमा हो रहा था। निगम के जन स्वास्थ्य विभाग ने पानी भरे बोतल को पहले खाली कराया। बाद में बोतल को उलटकर या फिर ढक्कन लगाकर रखने हिदायत दी। मच्छर का लार्वा मिलने पर महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी गई।

फिर आया हिट एंड रन का मामला, अज्ञात वाहन ने मारी स्कूटी को टक्कर, युवती की गई जान

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Raipur accident incident hit and run scooter collision death
Raipur accident incident hit and run scooter collision death

राजधानी रायपुर के तेलीबांधा रिंगरोड पर सामने आया हिट एंड रन का हृदय विदारक मामला

रायपुर। प्रदेश में फिर एक बार हिट एंड रन का मामला सामने आया है। तेज रफ्तार वाहन ने फिर एक की जान ले ली है। तेलीबांधा रिंगरोड पर आए हृदयविदारक घटना में घायल की मौत हो गई। यहां तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने स्कूटी सवार युवती को टक्कर मार दिया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

यहां दुखद बात ये है कि टक्कर मारने वाला चालक के दिल में दया नहीं आई और हादसे के बाद अज्ञात वाहन चालक बड़ी तेजी के साथ भाग खड़ा हुआ। ऐसा ही एक और मामला सप्ताहभर पहले बिलासपुर जिले में सामने आया था। जहां तीन लोगों की जान चली गई। एक हैवी ट्रक ने स्कूटी को ठोकर मारा था।

पुलिस के अनुसार बता दें कि 21-22 साल की युवती की पहचान वीआईपी रोड स्थित अमलतास सोसाइटी निवासी श्रेष्ठा सत्यपथी के रूप में हुई है। युवती एसबीआई में पदस्थ एजीएम पिता के लिए दवाई लेने जा रही थी, तभी यह हादसा हुआ। तेलीबांधा थाना इलाके में यह घटना हुई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

ओडिशा में राजनीतिक पारा- ममता मोहंता ने बीजद छोड़ी, सदस्यता से भी दे दिया इस्तीफा

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New Delhi Odisha Politics BJD Mamata Mohanta Party Resignation
New Delhi Odisha Politics BJD Mamata Mohanta Party Resignation

मोहंता के इस्तीफे के साथ ही राज्यसभा में बीजद सदस्यों की संख्या घटकर आठ रह गई है

नई दिल्ली। ओडिशा में फिर से राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद ममता मोहंता ने बुधवार को अपनी पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया। मोहंता ने बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक को लिखे अपने त्यागपत्र में कहा कि उन्हें महसूस हो रहा है कि पार्टी में उनकी और उनके समुदाय की सेवा की कोई आवश्यकता नहीं है।

उन्होंने कहा, मैं मयूरभंज के लोगों की सेवा करने और ओडिशा के मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उठाने का अवसर देने के लिए आपका आभार व्यक्त करती हूं। उन्होंने कहा कि वह बीजद की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हैं।

मोहंता के इस्तीफे के साथ ही राज्यसभा में बीजद सदस्यों की संख्या घटकर आठ रह गई है। लोकसभा में बीजद का कोई सदस्य नहीं है। इस बीच भाजपा सूत्रों ने बताया कि ममता मोहंता के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की संभावना है।

राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने उच्च सदन की कार्यवाही के दौरान बताया कि ममता ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने बताया कि उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है। ओडिशा विधानसभा में भाजपा के पास बहुमत है और उनके इस्तीफे के बाद होने वाले उपचुनाव में पार्टी के उम्मीदवार का निर्वाचित होना लगभग तय है।

अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए बड़ी खुशखबरी, सुप्रीम कोर्ट ने आरक्षण को दी मंजूरी

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New Delhi Supreme Court decision approving Scheduled Caste Tribe reservation
New Delhi Supreme Court decision approving Scheduled Caste Tribe reservation

तर्कों के साथ अनुसूचित जाति और जनजाति में उपश्रेणियां बनाने के लिए कोर्ट की मंजूरी मिली है

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने अनुसूचित जाति और जनजाति मामले में बड़े फैसले से इस वर्ग के लोगों में खुशी की लहर है। सुप्रीम कोर्ट ने मामले में कहा है कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के बीच एक उपश्रेणी बनाई जा सकती है। कोर्ट की सात सदस्यीय संविधान पीठ ने इस संबंध में फैसला सुनाया है। सात में से छह जजों ने इस फैसले के पक्ष में अपनी राय दी।

सामने आया है कि जस्टिस बेला त्रिवेदी इस फैसले से सहमत नहीं थीं। सात जजों की संविधान पीठ ने 2004 में पांच जजों की संविधान पीठ के फैसले को पलट दिया है। 2004 में कोर्ट ने कहा था कि इन जातियों को उप-वर्गीकृत नहीं किया जा सकता। कोर्ट ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के बीच कोटा यानी उपश्रेणियां बनाने को मंजूरी दे दी है।

इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि यह कोटा असमानता के खिलाफ नहीं है। सात न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने कहा कि राज्य सरकार अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के बीच उप-श्रेणियां बना सकती है, ताकि मूल और जरूरतमंद वर्गों को आरक्षण का अधिक लाभ मिल सके। कोर्ट ने यह फैसला 6-1 के बहुमत से दिया है, लेकिन जस्टिस बेला माधुर्य त्रिवेदी इससे सहमत नहीं थे।

गुरुवार को हुई सुनवाई में ये बात सामने आई
मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने माना है कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षण के तहत जातियों को अलग से हिस्सा दिया जा सकता है। सात जजों की बेंच ने बहुमत से फैसला सुनाया। पंजाब में उच्च न्यायालय ने 2010 में उस कानून को रद्द कर दिया, जिसमें वाल्मिकी और धार्मिक सिख जातियों को अनुसूचित जाति का आधा आरक्षण दिया गया था। इसके बाद इस मामले में हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई। गुरुवार को हुई सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने आरक्षण को लेकर बड़ा फैसला लिया।

इस वर्ग की कई जातियां हैं जो बहुत पिछड़ी हैं
संविधान पीठ ने कहा एससी/एसटी वर्ग में कई जातियां हैं जो बहुत पिछड़ी हैं। इन जातियों के सशक्तिकरण की तत्काल आवश्यकता है। जिस जाति को आरक्षण में अलग हिस्सा दिया जा रहा है, उसके पिछड़ेपन का प्रमाण होना चाहिए। इसलिए शिक्षा में कम प्रतिनिधित्व है और रोजगार को केवल एक निश्चित आधार माना जा सकता है। इसे जातियों की अधिक संख्या पर आधारित करना गलत होगा। अनुसूचित जाति श्रेणी समान नहीं है। कुछ जातियां अधिक पिछड़ी हैं। उन्हें मौका देना सही है। इंदिरा साहनी फैसले में हमने ओबीसी के उप-वर्गीकरण की अनुमति दी थी। यह प्रणाली अनुसूचित जातियों पर भी लागू की जा सकती है। कुछ अनुसूचित जातियों ने सदियों से अन्य अनुसूचित जातियों की तुलना में अधिक भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है।

कोर्ट ने कहा हमें ..ये समझना होगा
सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा हम फिर से समझाते हैं कि यदि कोई भी राज्य वर्गीकरण करना चाहता है, तो उन्हें पहले जानकारी एकत्र करनी होगी जो लोग रेलवे डिब्बों के बाहर खड़े हैं और अंदर जाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं दूसरों को अंदर जाने से रोकने के लिए। और जो लोग अभी भी गांव में मजदूरी कर रहे हैं, उन दोनों की स्थिति अलग है।

वार्ड परिसीमन को लेकर 756 दावा-आपत्ति, वार्डों का नाम नहीं बदलने को लेकर अधिक आवेदन

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Rajdhani Raipur Municipal Corporation Delimitation Ward Name Claim Objection
Rajdhani Raipur Municipal Corporation Delimitation Ward Name Claim Objection

पिछले 40 साल से पंडित रविशंकर शुक्ल वार्ड है, लेकिन अभी उसका नाम बदलकर लाल बहादुर शास्त्री वार्ड कर दिया गया है

रायपुर। राजधानी के रायपुर नगर निगम में परिसीमन को लेकर 756 दावा-आपत्ति लगाई गई है। अंतिम दिन 31 जुलाई को 450 से अधिक लोगों ने अपनी आपत्ति दर्ज की है। इस तरह रायपुर शहर के अलग-अलग वार्डों से कुल 756 शिकायतें की गई है।

सबसे ज्यादा आपत्तियां वार्ड की सीमा बदलने और नाम परिवर्तन को लेकर की गई है। रायपुर शहर के दो वार्ड शहीद चूड़ामणि नायक वार्ड और श्यामा प्रसाद मुखर्जी वार्ड से सबसे अधिक आपत्तियां वहां के पार्षद और वार्ड वासियों ने की है।

श्यामा प्रसाद मुखर्जी वार्ड 61 से सामूहिक दावा आपत्ति की गई है। इस वार्ड में पार्षद समेत 200 से अधिक लोगो ने शिकायत की है। वार्डवासियों का कहना है कि हल्का तालाब एरिया के एक तरफ को जानबूझकर परिसीमन में हटा दिया गया है।

एमआईसी सदस्य और वार्ड पार्षद सतनाम सिंह पनाग का कहना है कि, वार्ड के जिस एरिया को हटाया गया है। उसमें बजरंग चौक, दुर्गा चौक, नहर रोड, ज्योति नगर एरिया से होते हुए हल्का तालाब का गोल एरिया आता है। यह हमारे वार्ड का अहम हिस्सा है। हमारे वार्ड में चंद्रशेखर आजाद वार्ड की BSUP कॉलोनी को जोड़ा जा रहा है। जिसे लेकर हमारी आपत्ति है।

चार दशक से है वार्ड का नाम
पंडित रविशंकर शुक्ल वार्ड का नाम बदलने और वार्ड को विलोपित करने को लेकर 100 से अधिक दावा-आपत्ति की गई है। एमआईसी सदस्य और वार्ड पार्षद आकाश तिवारी का कहना है कि पिछले 40 साल से पंडित रविशंकर शुक्ल वार्ड है, लेकिन अभी उसका नाम बदलकर लाल बहादुर शास्त्री वार्ड कर दिया गया है। तिवारी ने बताया कि उनके वार्ड में 10 बूथ आते हैं जिसे विलोपित कर दिया गया है और उसे जोड़कर लाल बहादुर शास्त्री वार्ड में जोड़ गया।