Forehead Tilak Banned: निजी स्कूल के इस आदेश के बाद शिक्षा मंत्री को की गई शिकायत, छात्र संगठनों ने किया प्रदर्शन
रीवा। Forehead Tilak Banned: एक निजी संस्थान द्वारा छात्रों के लिए जारी की गई एडवाइजरी लेटर की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। इसमें छात्रों के स्कूल आने के दौरान कई कामों पर वर्जना का जिक्र है। इनमें एक विषय ऐसा है जो चौंकाने वाला है। इंटीग्रिटी स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के प्रिंसिपल के दस्तखत से जारी इस एडवाइजरी में तिलक लगाए जाने पर रोक लगाई गई है।
प्रबंधन ने इसे शैक्षणिक माहौल में बाधक बताया है। इस लेटर के वायरल होने के बाद से स्कूल में प्रदर्शनों का दौर जारी है। विभिन्न हिंदू संगठनों ने इसकी शिकायत शिक्षा मंत्री से की है।
इंटीग्रिटी स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के वायरल लेटर ने मध्य-प्रदेश में तहलका मचा दिया है। (Forehead Tilak Banned) 20 अगस्त को जारी एडवाइजरी लेटर अभिभावकों व छात्रों के लिए है। इसके माध्यम से यह बताने की कोशिश की गई है कि प्रबंधन छात्रों से क्या चाहता है।
प्रिंसिपल का दावा है कि उन्होंने पत्र महज कैंपस में भयमुक्त वातावरण बनाने के लिए जारी किया था। हालांकि आदेश से आहत जन प्रबंधन से यह सवाल कर रहे हैं कि आखिर तिलक लगाने से किसी को कैसा भय होगा? लेटर के वायरल होने के बाद बजरंग दल कार्यकर्ता भी स्कूल पहुंचे। उन्होंने यहां जमकर हंगामा किया।
कड़ा और धारदार हथियार पर भी प्रतिबंध
इंटीग्रिटी स्कूल ऑफ एक्सीलेंस शहर के बदरांव इलाके में है। इस सीनियर सेकेंडरी स्कूल प्रबंधन की ओर से जारी पत्र को लेकर ही रीवा में बवाल हो रहा है। (Forehead Tilak Banned) वायरल लेटर में स्कूल में पढ़ने वाले छात्र और उनके अभिभावक के लिए जरूरी निर्देशों का जिक्र किया गया है। जिन क्रियाकलापों पर रोक लगाई गई है उनमें हाथ में कड़ा पहनना भी शामिल है। इसके अलावा हथियार और स्मार्ट गैजेट्स लाने पर भी रोक लगाई गई है।
Forehead Tilak Banned: मुख्यमंत्री तक पहुंचा मामला
लेटर के वायरल होने के बाद से स्कूल प्रबंधन के खिलाफ शिकायतों का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा था। भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव तिवारी ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री व मुख्यमंत्री से मामले की शिकायत भी की है। अपने पत्र के माध्यम से उन्होंने कार्रवाई की मांग भी की है।
मचा बवाल तो जारी किया स्पष्टीकरण
वहीं स्कूल प्रबंधन ने मामले की गंभीरता को भांपते हुए छात्रों के लिए नया लेटर भी जारी किया है। इसमें स्पष्ट किया गया है कि उनका उद्देश्य किसी छात्र, अभिभावक अथवा धर्म विशेष की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था। (Forehead Tilak Banned) प्रदर्शनों के कुछ ही देर बाद स्कूल प्रबंधन की ओर से दूसरा पत्र जारी किया गया।
Also Read: Miracal : श्री कृष्ण के दर्शन करने गई महिला के सामने प्रकट हो गए भगवान, देश में हर कोई इसकी चर्चा कर रहा, जानिए क्या है मामला
दूसरे लेटर में यह भी लिखा गया कि स्कूल प्रबंधन की ओर से जारी किए गए पहले पत्र में त्रुटि थी। इसमें टीका लगाने के लिए मना किया गया था। अब इसमें सुधार किया गया है। पत्र में प्रबंधन ने आहतों से माफी भी मांगी है।