निपटो-निपटाओ के चक्कर में गई कांग्रेस सरकार, निष्कासित पूर्व MLA बोले- TS सिंहदेव अच्छे नेता हैं, पर सोच सरगुजा से ऊपर नहीं उठ पाई

On: Wednesday, November 5, 2025 3:08 PM
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Political News: बृहस्पति सिंह ने कहा कि प्रदेश में गुटबाजी और आपसी खींचतान ने कांग्रेस को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया। उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ बनने के बाद मैंने अनुभव किया है कि कांग्रेस कभी बीजेपी से नहीं हारती।

सरगुजा। CG Political News: छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक बार फिर कांग्रेस के अंदरूनी मतभेदों को लेकर बयानबाजी तेज हो गई है। रामानुजगंज विधानसभा सीट से दो बार विधायक रह चुके पूर्व कांग्रेस नेता बृहस्पति सिंह ने अपनी ही पार्टी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कांग्रेस की हार के लिए सीधे तौर पर उसके नेताओं को जिम्मेदार ठहराया है और कहा है कि कांग्रेस कभी भी बीजेपी से नहीं हारती, बल्कि अपने ही लोगों के आपसी निपटो-निपटाओ के कारण हारती है।

बृहस्पति सिंह ने कहा कि प्रदेश में गुटबाजी और आपसी खींचतान ने कांग्रेस को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया। उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ बनने के बाद मैंने अनुभव किया है कि कांग्रेस कभी बीजेपी से नहीं हारती। अगर कांग्रेस के नेता आपस में निपटो-निपटाओ का खेल बंद कर दें, तो कांग्रेस तुरंत सत्ता में वापस आ सकती है।

निपटो-निपटाओ के चक्कर में गई कांग्रेस सरकार

पूर्व विधायक ने कहा कि बीते कार्यकाल में कई वरिष्ठ नेताओं की आपसी राजनीति और एक-दूसरे को नुकसान पहुंचाने की होड़ ने कांग्रेस को भारी नुकसान पहुंचाया। उन्होंने कहा कि पार्टी के अंदर चल रही इस गुटबाजी के चलते प्रदेश की जनता ने कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर दिया।

उन्होंने कहा जब राहुल गांधी ने प्रदेश के आदिवासी नेताओं से पूछा कि कांग्रेस सत्ता में क्यों नहीं आई, तो मैंने कहा था कि कांग्रेस के नेताओं को आपसी झगड़े खत्म करने चाहिए। जनता आज भी चाहती है कि कांग्रेस की सरकार बने, लेकिन नेता आपस में ही एक-दूसरे को खत्म करने में लगे रहते हैं।

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टीएस सिंहदेव पर साधा निशाना

बृहस्पति सिंह ने अपने बयान में पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव पर भी सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा, टीएस सिंहदेव अच्छे नेता हैं, सोच रखते हैं कि वे छत्तीसगढ़ का नेता बनें, लेकिन उनकी सोच सरगुजा संभाग से ऊपर नहीं उठ पाई। अगर वे पूरे प्रदेश को लेकर सोचते, तो कांग्रेस की स्थिति और मजबूत होती।

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22 विधायकों की टिकट काटने से हारी कांग्रेस

बृहस्पति सिंह ने 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार का एक बड़ा कारण 22 विधायकों की टिकट काटना बताया। उन्होंने कहा कि उस समय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने राहुल गांधी से कहा था कि 90 सीटों में 71 कांग्रेसी विधायक हैं। अगर इनमें से 22 की टिकट काट दी जाएगी, तो सरकार बनना मुश्किल होगा। हुआ भी वही कांग्रेस सत्ता से बाहर हो गई।

टीएस सिंहदेव का जवाब- ‘अपने अनुभव पर बोले बृहस्पति, लेकिन माफी नहीं मांगी’

पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने बृहस्पति सिंह के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “बृहस्पति सिंह ने अपने अनुभव के आधार पर बयान दिया है, लेकिन कम से कम मुझे अच्छा नेता तो कहा। हालांकि, उन्होंने पहले भी मेरे खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे कि मैं उनकी हत्या करवाना चाहता हूं। यह आरोप बिल्कुल अस्वीकार्य है। उन्होंने विधानसभा में भी इस बयान के लिए माफी नहीं मांगी थी।”

सिंहदेव ने कहा यह अलग बात है लेकिन सचिन बाबा का निधन जिन परिस्थितियों में हुई है, इस मामले में सचिन बाबा के परिवार वाले उन्हें कांग्रेस में वापसी के लिए स्वीकार कर लेंगे मुझे कोई आपत्ति नहीं होगी।

कांग्रेस से निष्कासन और विवादों का पुराना सिलसिला

बता दें कि बृहस्पति सिंह वर्तमान में कांग्रेस से निष्कासित हैं। 2023 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उनकी टिकट काट दी थी, जिसके बाद उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेताओं, विशेषकर प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा और टीएस सिंहदेव पर कांग्रेस की हार का ठीकरा फोड़ा था। इस बयान के बाद पार्टी ने उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था।

बृहस्पति सिंह के इस बयान ने कांग्रेस के अंदर फिर से हलचल मचा दी है। जहां एक ओर उन्होंने खुद को पार्टी के प्रति “ईमानदार आलोचक” बताया है, वहीं उनके बयान से एक बार फिर यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या कांग्रेस वाकई अंदरूनी कलह से उबर पाएगी या नहीं।

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