Wednesday, December 11, 2024

अब छत्तीसगढ़ में भी नौकरीपेशा कर सकेंगे प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में पढ़ाई, खुद तय करेंगे कक्षा का समय

EDUCATION NEWS DESK . भिलाई इस्पात संयंत्र सहित प्रदेश की अन्य संस्थाओं में नौकरी कर रहे पेशेवर इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश ले सकेंगे। वर्किंग प्रोफेशनल्स के लिए यह विशेष बीटेक प्रोग्राम होगा, जिसमें कक्षाओं का समय पेशेवरों के हिसाब से तय किया जा सकेगा। हालांकि यह कोर्स उन्हीं इंजीनियरिंग कॉलेजों में संचालित होगा, जिनके पाठ्यक्रम एके्रडिटेशन बोर्ड से मान्यता रखते हैं। इन विशेष बीटेक पाठ्यक्रम को राज्य सरकार अगले वर्ष एनओसी जारी करेगी, इसके बाद छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय संबद्धता देगा। कुछ चुनिंदा कॉलेजों में यह पाठ्यक्रम इसी साल शुरू होना था, लेकिन एनओसी व विश्वविद्यालय से संबद्धता में हुई देरी की वजह से प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद से जारी हुए निर्देश का हवाला देकर दो दर्जन से अधिक पेशेवर कॉलेज भी पहुंचे, लेकिन बात नहीं बन पाई। अब इन्हें अगले साल ही पेशेवर रहते हुए बीटेक की पढ़ाई करने का मौका मिलेगा। ये विद्यार्थी लेटरल एंट्री प्रोग्राम के जरिए शामिल हो सकेंगे।

तय रेडिएस से मिलेगा प्रवेश

जो पेशेवर डिग्री पाठ्यक्रम करना चाहते हैं, उनके पास न्यूनतम एक वर्ष का नियमित पूर्णकालिक कार्य अनुभव होना जरूरी होगा।
इसके साथ ही संस्थान से 50 किमी रेडियल दूरी के भीतर स्थित एमएसएमई के अलावा पंजीकृत उद्योग, संगठन (केंद्र/राज्य) या निजी और सार्वजनिक लिमिटेड कंपनी में काम करने वाले पेशेवर प्रवेश ले सकते हैं। इस तरह कॉलेजों को सर्वाधिक विद्यार्थी भिलाई इस्पात संयंत्र के जरिए ही मिल जाएंगे। वहीं अन्य उद्योगों के युवा पेशेवर भी शामिल हो सकेंगे। इसके साथ ही संस्थानों को ये कोर्स चलाने कक्षाओं का समय शाम के समय या उद्योग,संगठन के समय के अनुरूप सेट करना होगा।

एक बैच में होंगे 30 पेशेवर

एआईसीटीई ने संस्थानों को योग्यता परीक्षा की योग्यता के आधार पर ट्रांसपेरेंट तरीके से योग्य उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करने के भी निर्देश दिए हैं। कॉलेजों को भेजे गए सर्कुलर में एआईसीटीई ने कहा है कि पाठयक्रम में अधिकतम 30 उम्मीदवारों को प्रवेश दिया जा सकता है, वहीं बैच चलाने के लिए न्यूनतम 10 पेशेवर विद्यार्थियों की जरूरत होगी।

नौकरी के साथ करेंगे पढ़ाई

वर्किंग प्रोफेशनल्स के लिए एआईसीटीई से मान्यता प्राप्त संस्थानों से बीटेक व बीई डिग्री हासिल करने की अनुमति दी है। इस कोर्स में शामिल होसे से पहले उक्त पेशेवर को अपनी कंपनी या उद्योगों से एनओसी लेना जरूरी होगा, तभी वह नौकरी करते हुए भी पढ़ाई कर सकेंगे। इसके लिए कुछ कॉलेज इवनिंग शिफ्ट में कक्षा शुरू कर सकते हैं।

एक कोर्स सीएसवीटीयू में भी

तकनीकी विश्वविद्यालय सीएसवीटीयू में एमटेक स्टील टेक्नोलॉजी पाठ्यक्रम संचालित होता है, जिसे फिलहाल सीएसवीटीयू ने क्लोज कर दिया है। इस कोर्स में हमेशा से ही बीएसपी के कर्मचारी और अधिकारी एडमिशन लिया करते थे। जिनको बीएसपी स्पॉन्डरशिप देता था। बाद में कोर्स की फीस को लेकर बीएसपी और तकनीकी विश्वविद्यालय सीएसवीटीयू के बीच समझौता नहीं हो पाया। इस वजह से बीते दो साल से बीएसपी कर्मचारियों के साथ अन्य वर्किंग प्रोफेशनल को भी प्रवेश नहीं दिया जा सकेगा। बहरहाल, पहले तक इन पेशेवरों के पास सिर्फ सीएसवीटीयू ही एक विकल्प था, लेकिन अब अन्य इंजीनियरिंग कॉलेजों में भी वे पढ़ सकेंगे।

sankalp
Aadhunik

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