CG News: छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले से एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसने शिक्षा व्यवस्था की गंभीर तस्वीर उजागर कर दी है।
जांजगीर-चांपा। Janjgir Champa News: छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले से एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसने शिक्षा व्यवस्था की गंभीर तस्वीर उजागर कर दी है। वीडियो में स्कूल की छात्राएं हाथों में पेंट ब्रश और रंग से भरी बाल्टी लेकर क्लासरूम की दीवारों पर पोताई करती नजर आ रही हैं। यह मामला पामगढ़ विकासखंड स्थित ज्योतिबा राव फुले आत्मानंद हिंदी माध्यम स्कूल, डोंगाकोहरौद का बताया जा रहा है।
वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन ने त्वरित संज्ञान लिया और जांच के आदेश दे दिए। कलेक्टर ने एक जांच टीम गठित की, जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को वीडियो की सत्यता की जांच का जिम्मा सौंपा गया।
धमकी देकर छात्रों से कराया गया काम
जांच के दौरान जो तथ्य सामने आए, वे बेहद चौंकाने वाले थे। रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि स्कूल के प्रभारी प्राचार्य कुंज किशोर ने छात्राओं से न केवल क्लासरूम की पुताई कराई, बल्कि उन्हें धमकी भी दी थी कि यदि उन्होंने पुताई करने से मना किया तो उन्हें 10वीं बोर्ड परीक्षा में प्रैक्टिकल में कम नंबर दिए जाएंगे।
इतना ही नहीं, जांच में यह भी पाया गया कि छात्रों से यूनिफॉर्म खरीदने के नाम पर अवैध वसूली की गई थी। इन गंभीर आरोपों की पुष्टि के बाद जिला प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए प्रभारी प्राचार्य को उनके पद से हटा दिया।
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DEO ने प्राचार्य को पद से हटाया
डीईओ कार्यालय से जारी आदेश के अनुसार, कुंज किशोर को प्राचार्य पद से हटाकर शासकीय हाई स्कूल भुईगांव में व्याख्याता के पद पर पदस्थ किया गया है। साथ ही, आगे की विभागीय कार्रवाई के लिए मामला डीपीआई (निदेशक, लोक शिक्षण) कार्यालय को भेज दिया गया है। कलेक्टर ने स्पष्ट कहा है कि शिक्षा संस्थान छात्रों के भविष्य को संवारने के लिए होते हैं, न कि उनसे श्रम कराने के लिए। ऐसे मामलों में किसी भी प्रकार की लापरवाही या अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस घटना ने जिले में शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अभिभावकों और स्थानीय लोगों ने भी इस तरह की घटनाओं पर नाराजगी जताते हुए संबंधित अधिकारियों से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
प्रशासन हुआ सक्रिय
मामला सोशल मीडिया पर तूल पकड़ते ही जिला प्रशासन भी एक्टिव हो गया है। कलेक्टर आकाश छिकारा ने तत्काल जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) को इस मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर के निर्देश के बाद DEO ने वीडियो की जांच के लिए एक टीम गठित कर दी है।






