Ambikapur News: अंबिकापुर शहर की सड़कों का हाल बहुत ही खराब है। हर तरफ सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे नजर आएंगे। इसे लेकर प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शन के दौरान लोगों ने सांसद चिंतामणि महाराज के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अभद्र टिप्पणी तक की।
अंबिकापुर। Ambikapur News: स्वच्छता में देश का नाम रौशन करने वाला अंबिकापुर शहर आज गड्ढों के कारण बदनाम हो रहा है। कभी “क्लीन सिटी ऑफ इंडिया” के नाम से प्रसिद्ध यह शहर अब “गड्ढों का शहर” कहलाने लगा है। शहर की चारों दिशाओं पूर्व, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण कहीं भी निकल जाइए, सड़कों की हालत देखकर साफ हो जाता है कि व्यवस्था ने विकास को गड्ढों में छोड़ दिया है। हर ओर टूटी सड़कें, बड़े-बड़े गड्ढे और धूल-मिट्टी ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है।
बरसात के मौसम में यही गड्ढे पानी से भर जाते हैं, जिससे वाहन चालकों को भारी परेशानी होती है। कई जगह तो स्थिति इतनी खराब है कि दोपहिया वाहन चालक गिरकर घायल हो जाते हैं। वहीं गर्मी के दिनों में इन सड़कों से उड़ने वाली धूल से आसपास के लोगों को सांस लेने में तकलीफ होती है। इससे नाराज होकर आम आदमी पार्टी और समाजसेवियों ने अनोखा प्रदर्शन किया है।
सड़कें बनी जानलेवा
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन ने लंबे समय से सड़क सुधार कार्य को नजरअंदाज कर दिया है। इसके कारण शहर की अधिकांश सड़कें गड्ढों में तब्दील हो गई हैं। नाराज ग्रामीण और शहरवासी अब खुलकर विरोध पर उतर आए हैं और जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। लोगों का आरोप है कि सांसद और जनप्रतिनिधि सिर्फ वादे करते हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर कुछ नहीं किया जा रहा।
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सांसद चिंतामणि महाराज के खिलाफ अभद्र टिप्पणी
कुछ स्थानों पर प्रदर्शन के दौरान लोगों ने सांसद चिंतामणि महाराज के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अभद्र टिप्पणी तक की। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि “जब तक सड़कों की मरम्मत नहीं होगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।”
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गड्ढों में बैठकर किया अनोखा प्रदर्शन
विरोध के दौरान एक अनोखा प्रदर्शन भी देखने को मिला। आम आदमी पार्टी और समाजसेवी संगठनों के कार्यकर्ता गड्ढों में उतरकर बैठ गए और लोटने लगे। उनका कहना था कि “अब सड़कें इतनी खराब हो चुकी हैं कि इन्हें पहचानने के लिए शायद यह तरीका ही सही है।”
आम आदमी पार्टी के नेता राजेंद्र बहादुर ने शंकर घाट (छठ घाट) के समीप बने बड़े गड्ढे में बैठकर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि छठ पर्व नजदीक है, और हजारों श्रद्धालु इन्हीं रास्तों से होकर घाट तक पहुंचते हैं। ऐसे में यह सड़के श्रद्धालुओं के लिए जानलेवा साबित हो सकती हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि छठ पर्व से पहले घाट तक जाने वाले मार्गों की तत्काल मरम्मत कराई जाए ताकि श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना न करना पड़े।
प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि प्रशासन की लापरवाही चरम पर है। शहर में जगह-जगह गड्ढे हैं, लेकिन किसी जिम्मेदार अधिकारी ने अब तक स्थिति का संज्ञान नहीं लिया। बारिश के दौरान गड्ढों में पानी भर जाने से दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है।
वहीं, लोगों को रोजाना आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। छठ पूजा के अवसर पर हजारों श्रद्धालु शंकर घाट सहित अन्य घाटों की ओर रुख करते हैं। इसे देखते हुए छठ पर्व से पहले सड़क सुधार की मांग की गई है।






