सरगुजा राज्योत्सव का वायरल वीडियो बना चर्चा का केंद्र, मंच सजा नेताओं से पर दर्शक नदारद! प्रशासन पर उठे सवाल

On: Monday, November 3, 2025 11:25 AM
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Rajyoutsav 2025: सरगुजा में आयोजित राज्योत्सव 2025 का शुभारंभ भले ही प्रशासनिक दृष्टि से भव्य रहा हो, लेकिन दर्शकों की अनुपस्थिति ने समारोह की चमक फीकी कर दी। बता दें कि इसका वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है।

सरगुजा। Rajyoutsav 2025: पूरे प्रदेश में छत्तीसगढ़ राज्योत्सव 2025 का जश्न इस समय चरम पर है। राज्य के गठन के 25 वर्ष पूरे होने के अवसर पर इस वर्ष रजत जयंती राज्योत्सव के रूप में भव्य आयोजन किए जा रहे हैं। राजधानी रायपुर में जहां पांच दिवसीय राज्योत्सव पूरे शबाब पर है, वहीं प्रदेश के सभी जिलों में भी जिला स्तरीय समारोहों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में सरगुजा जिले के अंबिकापुर स्थित कला केंद्र मैदान में तीन दिवसीय राज्योत्सव समारोह का शुभारंभ किया गया।

मंच पर नेताओं की भीड़, खाली पड़ी दर्शक की कुर्सियां

राज्योत्सव के शुभारंभ समारोह में मंच पर जहां नेताओं, विशेष अतिथियों और अधिकारियों की भारी मौजूदगी रही, वहीं दर्शक दीर्घा में कुर्सियां खाली नजर आईं। जिला प्रशासन ने कार्यक्रम के लिए भव्य इंतजाम किए थे सैकड़ों कुर्सियां, सजावट, मंच, ध्वनि व्यवस्था और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रूपरेखा बनाई गई थी, लेकिन अपेक्षित भीड़ नहीं जुट पाई।

इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद चर्चा का विषय बन गया है। लोग कह रहे हैं कि प्रशासन ने तैयारियां तो जोरों-शोरों से कीं, लेकिन आम जनता से संवाद की कमी और लोगों से दूरी के कारण राज्योत्सव में उपस्थिति बेहद कम रही। इस दृश्य का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिसके बाद लोगों ने जिला प्रशासन की तैयारियों और जनसंपर्क व्यवस्था पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं।

देखें वीडियो

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प्रशासन की पर उठे सवाल

राज्योत्सव जैसा महत्वपूर्ण सांस्कृतिक आयोजन जनता की भागीदारी के बिना अधूरा रह जाता है। ऐसा लग रहा है, जैसे जिला प्रशासन ने आयोजन को लेकर सिर्फ औपचारिकताएं निभाईं, जनता को जोड़ने की कोई गंभीर पहल नहीं की गई। प्रशासन और आम जनता के बीच दूरी बढ़ गई है, जिसका असर सीधे तौर पर राज्योत्सव जैसे आयोजनों में दिख रहा है। कई इलाकों में कार्यक्रम की जानकारी समय पर नहीं दी गई, जिससे लोग शामिल ही नहीं हो सके।

मंच पर रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की रही धूम

हालांकि दर्शक दीर्घा खाली रहीं, लेकिन मंच पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम की रौनक बनाए रखी। स्थानीय कलाकारों और विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने शानदार प्रस्तुतियां देकर छत्तीसगढ़ी संस्कृति का अद्भुत संगम दिखाया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत पारंपरिक स्वागत गीत से हुई, जिसके बाद कलाकारों ने लोकगीत, नृत्य और शास्त्रीय प्रस्तुतियों की श्रृंखला पेश की।

इस दौरान स्थानीय कलाकारों में गायिका हिमांगी त्रिपाठी, लिटिल चैप गायक प्रियांशु मिश्रा, लोक गायिका शताक्षी वर्मा द्वारा सुंदर गीतों की प्रस्तुतियां दीं गई। राहुल मंडल ग्रुप ने गीत संगीत की प्रस्तुति दी, वहीं विशेष श्रीवास्तव द्वारा बासुरी वादन की सुरीली प्रस्तुति दी। इसी प्रकार चंकी पांडे एवं शिवम द्वारा कथक नृत्य व सृष्टि भदोरिया द्वारा क्लासिकल नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी गई।

25 वर्षों का गौरवशाली सफर

छत्तीसगढ़ राज्य का गठन 1 नवंबर 2000 को हुआ था। इस वर्ष राज्य अपने 25वें स्थापना वर्ष में प्रवेश कर चुका है। रजत जयंती वर्ष में प्रदेश के सभी जिलों में स्थानीय कला, संस्कृति, लोक परंपराओं और उपलब्धियों को प्रदर्शित करने वाले कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। सरगुजा सहित पूरे प्रदेश में राज्योत्सव 2025 को जन-जन का पर्व बनाने की कोशिशें की जा रही हैं।

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