Surajpur News: भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के जिला संयोजक और ग्राम गोविंदपुर कुम्दा कॉलरी निवासी डॉ. सुशांत विश्वास की मधुमक्खियों के हमले में मौत हो गई।
सूरजपुर। Surajpur News: जिले से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के जिला संयोजक और ग्राम गोविंदपुर कुम्दा कॉलरी निवासी डॉ. सुशांत विश्वास की मधुमक्खियों के हमले में मौत हो गई। यह हादसा शनिवार दोपहर बिश्रामपुर थाना क्षेत्र के कुम्दा इलाके में हुआ। घटना से पूरे क्षेत्र और भाजपा संगठन में शोक की लहर दौड़ गई है।
डॉ. विश्वास ग्राम पंचायत गोविंदपुर की उप सरपंच शंपा विश्वास के पति थे। वे लंबे समय से जय महामाया दवा दुकान और क्लीनिक का संचालन कर ग्रामीणों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करा रहे थे। अपने व्यवहार और सेवा भावना के कारण वे ग्रामीणों में काफी लोकप्रिय थे।
मरीज को इंजेक्शन लगाने गए थे, तभी हुआ हमला
शनिवार दोपहर 48 वर्षीय डॉ. सुशांत विश्वास करमपुर बस्ती के माझापारा में एक मरीज को इंजेक्शन लगाने गए थे। इसी दौरान अचानक मधुमक्खियों का झुंड उन पर टूट पड़ा। देखते ही देखते सैकड़ों मधुमक्खियों ने उन्हें घेर लिया और सिर, पेट और चेहरे पर कई जगह डंक मार दिए।
घबराए हुए डॉ. विश्वास किसी तरह वहां से भागकर अपने क्लीनिक पहुंचे। उन्होंने खुद को बचाने के लिए दवा खोजी, लेकिन तब तक जहर उनके शरीर में फैलने लगा था। हालत बिगड़ने पर एक परिचित की मदद से उन्हें बिश्रामपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया।
अस्पताल में इलाज के दौरान तोड़ा दम
बिश्रामपुर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने देखा कि उनका पल्स लगातार गिर रहा था। गंभीर स्थिति देखते हुए उन्हें तुरंत अंबिकापुर रेफर किया गया। अंबिकापुर के लाइफ लाइन अस्पताल में डॉक्टरों ने उपचार शुरू किया, लेकिन दोपहर करीब तीन बजे उन्होंने दम तोड़ दिया। चिकित्सकों के अनुसार, मधुमक्खियों के डंक का जहर उनके मसूड़ों में भी चला गया था, जिससे जहर तेजी से शरीर में फैल गया और हार्ट फेल होने से उनकी मौत हो गई।
भाजपा में शोक की लहर
डॉ. विश्वास की मौत की खबर मिलते ही भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष बाबूलाल अग्रवाल समेत कई स्थानीय नेता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। सभी ने गहरा शोक व्यक्त किया और परिवार को ढांढस बंधाया।
35 साल से कर रहे थे सेवा
डॉ. सुशांत विश्वास पिछले 35 वर्षों से गोविंदपुर कुम्दा कॉलोनी में जय महामाया मेडिकल स्टोर और क्लीनिक चला रहे थे। वे मूल रूप से पश्चिम बंगाल के कोलकाता के रहने वाले थे, लेकिन लंबे समय से सूरजपुर जिले में रहकर सेवा कार्य कर रहे थे। उनका एक 20 वर्षीय बेटा है, जो राजस्थान में पढ़ाई कर रहा है।
रविवार को होगा अंतिम संस्कार
फिलहाल उनका शव बिश्रामपुर अस्पताल की मर्च्युरी में रखा गया है। पुत्र के राजस्थान से लौटने के बाद रविवार को पोस्टमार्टम के बाद कुम्दा कॉलोनी के मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस घटना से पूरे क्षेत्र में शोक का माहौल है।






