Crime News: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में एक सरपंच ने युवक को तालिबानी सजा दी। युवक के हाथ बाँधकर डंडे से उसकी बेरहमी पूर्वक पिटाई कर दी। बता दें कि इस घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
बलरामपुर। Crime News: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक पंचायत के सरपंच ने तालिबानी फरमान सुनाते हुए एक युवक को अमानवीय सजा दी।
युवक को आधी रात को उसकी प्रेमिका से मिलने जाने के जुर्म में पकड़कर बेरहमी से पीटा गया। हाथ रस्सी से बांधे गए, कपड़े उतरवाए गए और लाठी-डंडों से ताबड़तोड़ हमला किया गया। घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसके बाद सरपंच के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग उठ रही है।
जानिए क्या है पूरा मामला
मामला बलरामपुर जिले के चलगली थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, सरपंच ललन सिंह धुर्वे की भतीजी का पास के ही गांव के युवक से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। शनिवार देर रात युवक अपनी प्रेमिका से मिलने उसके घर पहुंचा। लेकिन, जैसे ही गांव के लोगों और परिजनों को इस बात की भनक लगी, उन्होंने युवक को पकड़ लिया। इसके बाद सरपंच और उसके परिजनों ने मिलकर युवक को बंधक बना लिया।
Crime News: मत मारिए, मत मारिए बोलती रही GF
बताया जाता है कि युवक के दोनों हाथ रस्सी से कसकर बांध दिए गए। उसकी शर्ट उतार दी गई और गांव के बीचोंबीच उसे पीटना शुरू कर दिया गया। इस दौरान एक युवक ने लंबी रस्सी से प्रेमी को जकड़े रखा, जबकि दूसरा लाठी से लगातार प्रहार करता रहा। मार खाते वक्त युवक बार-बार चीखता रहा और रहम की भीख मांगता रहा। वहीं, प्रेमिका भी बीच-बचाव करने आई, लेकिन उस पर भी डंडे बरसाए गए। इस दौरान युवती मत मारिए, मत मारिए बोलती रही।
अस्पताल में भर्ती कराया गया युवक
लाठी-डंडों से हुई पिटाई में युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ उसका इलाज जारी है। घटना के बाद से ही पीड़ित युवक और उसके परिजनों में गुस्सा है।
वीडियो वायरल
घटना का वीडियो किसी ने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया और इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो में साफ दिख रहा है कि युवक को रस्सी से बांधकर पीटा जा रहा है और सरपंच ललन सिंह धुर्वे खुद हाथ में डंडा लिए वार कर रहे हैं। यह वीडियो सामने आने के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया है और सरपंच के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है।
कानून व्यवस्था पर सवाल
गौरतलब है कि भारत का कानून किसी भी अपराध या विवाद में सजा देने का अधिकार सिर्फ अदालत को देता है, लेकिन पंचायत प्रतिनिधि द्वारा इस तरह कानून हाथ में लेना गंभीर चिंता का विषय है। सवाल यह है कि जब गांव का सरपंच ही न्याय और कानून को दरकिनार कर खुद तालिबानी सजा देने लगे तो आम नागरिकों की सुरक्षा आखिर किसके भरोसे रहेगी।
पुलिस की जांच जारी
पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। फिलहाल सरपंच और उसके परिजनों पर कार्रवाई को लेकर अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद दबाव बढ़ गया है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई हो।






