Crime News: अंबिकापुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक सरकारी अधिकारी पर दहेज प्रताड़ना और जबरन गर्भपात कराने का गंभीर आरोप लगा है।
अंबिकापुर। CG Crime News: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले से एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां तहसीलदार पर दहेज प्रताड़ना और जबरन गर्भपात कराने का गंभीर आरोप लगाया गया है। अंबिकापुर महिला थाने में तहसीलदार राहुल गुप्ता के खिलाफ उनकी पत्नी रेनू गुप्ता ने शिकायत दर्ज कराई है।
जानें क्या है पूरा मामला
मिली जानकारी के मुताबिक, राहुल गुप्ता वर्तमान में जगदलपुर के फ्रेजरपुर में तहसीलदार पद पर पदस्थ हैं। वहीं तहसीलदार की पत्नी सरगुजा के सीतापुर की रहने वाली हैं। आरोप लगाते हुए रेनू ने कहा कि उनके पति शादी के बाद से ही उन्हें लगातार दहेज के लिए प्रताड़ित कर रहे है। शिकायत में कहा गया है कि राहुल गुप्ता और उनके पिता सतीशचंद गुप्ता सहित परिवार के अन्य सदस्यों ने शादी के बाद एक करोड़ रुपये दहेज की मांग की थी।
एक करोड़ नहीं मिलने पर ताना भी मारता था
शिकायत में बताया गया कि, विवाह के बाद नायब तहसीलदार अपनी पत्नी को घुमाने के लिए केरल लेकर गया था। इसी बीच तहसीलदार कम दहेज़ के लिए पत्नी को प्रताड़ित करने लगा। आए दिन दहेज़ में एक करोड़ नहीं मिलने पर ताना भी मारता था। आवेदिका और उसके मायके के लोग एक करोड़ रुपये दहेज में देने के लिये सक्षम नहीं थे।


50 लाख दहेज में दिए
रेनू के मुताबिक, उनके परिजनों ने पहले ही 50 लाख रुपये दहेज के रूप में दे दिए थे, लेकिन इसके बाद भी ससुराल पक्ष की मांगें खत्म नहीं हुईं। जब उन्होंने और उनके परिवार ने अतिरिक्त रकम देने से इंकार किया, तो उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाने लगा। यह भी आरोप लगाया कि पति और ससुराल पक्ष के दबाव में उनका जबरन गर्भपात करवाया गया। उन्होंने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम के दौरान उन्हें लगातार धमकियां दी जाती रहीं और समाज में बदनाम करने की कोशिश की गई।



पिछले कई महीनों से न्याय की गुहार लगा रही पीड़िता
पीड़िता ने बताया कि वह पिछले कई महीनों से न्याय की गुहार लगा रही हैं, लेकिन अब जाकर उन्होंने औपचारिक रूप से शिकायत दर्ज कराई है। फिलहाल महिला थाना पुलिस ने शिकायत प्राप्त कर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल पुलिस मामले में सभी पहलुओं की जांच कर रही है। तहसीलदार राहुल गुप्ता और उनके परिवारजनों के खिलाफ साक्ष्य जुटाने का कार्य जारी है, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इस पूरे मामले ने प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है। सरकारी सेवा में पदस्थ अधिकारी पर इस तरह के गंभीर आरोपों ने विभागीय स्तर पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। फिलहाल महिला थाना पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है।






