Devendra yadav बलौदाबाजार हिंसा मामले में गिरफ्तार भिलाई विधायक देवेंद्र यादव 7 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेजे गए हैं। मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए उनकी पेशी हुई। बलौदाबाजार हिंसा मामले में 17 अगस्त को उनकी गिरफ्तारी हुई थी। कांग्रेस देवेंद्र यादव ने दुर्ग भिलाई का रीजनल पेपर पढ़ने को दिए जाने और रोजाना वकील से मुलाकात/वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की मांग की है, जिसे जज ने मंजूर किया है।
मंगलवार को पूर्व सीएम भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत समेत कांग्रेसी विधायक देवेंद्र यादव से मिलने सेंट्रल जेल भी पहुंचे। पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने साय सरकार पर विधायक देवेंद्र यादव को धोखे से गिरफ्तार करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि, जितने भी नोटिस मिले, वो सिर्फ गवाही देने के लिए थे। जेल में बंद देवेंद्र यादव ने बताया कि उनको एफआईआर की कॉपी नहीं दी गई और न ही बताया गया कि किस अपराध में गिरफ्तारी हुई।
शनिवार को गिरफ्तारी से पहले देवेंद्र यादव ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि जेल में बंद सतनामी समाज के युवाओं को मेरे खिलाफ जबरन बयान देने के लिए धमकाया जा रहा है। उनसे ये बोलने को कहा जा रहा है कि देवेंद्र यादव 12 गाडिय़ों में भरकर लोगों के साथ आए थे।
कांग्रेस करेगी प्रदेशव्यापी प्रदर्शन
डॉ. चरण दास महंत ने बताया कि हम मिलने के लिए आए थे। मुख्यमंत्री के निर्देश पर 5 से ज्यादा लोगों को मिलने नहीं दिया गया। हम 5 लोग मैं, भूपेश बघेल, रविंद्र चौबे, उमेश पटेल और लालजीत सिंह राठिया को अनुमति दी गई। कांग्रेस प्रयास करेगी कि इस अन्याय के खिलाफ धरना-प्रदर्शन करेंगे और आने वाले दिनों में राज्यपाल से मिलेंगे। इससे पहले नेता प्रतिपक्ष ने राजीव भवन में कांग्रेस के सभी विधायकों की बैठक ली। इसमें सरकार को घेरने की रणनीति तय की गई। कांग्रेस गिरफ्तारी के खिलाफ 24 अगस्त को प्रदेशभर में प्रदर्शन करेगी।
Photo with snake: सावन सोमवार के आखिरी दिन मंदिर में जलाभिषेक करने पहुंचा था युवक, मंदिर परिसर में सपेरे से हुई मुलाकात, फोटो खिंचाने सपेरे ने पकड़ा दिया जहरीला सांप
रायपुर। Photo with snake: एक युवक को सांप के साथ फोटो खिंचवाने का शौक काफी भारी पड़ गया। फोटो क्लिक कराते ( Photo with snake) समय सांप ने उसकी जान ले ली। दरअसल युवक सावन सोमवार के आखिरी दिन जैतपुर के जेतेश्वर धाम में भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने पहुंचा था। यहां उसकी मुलाकात एक सपेरे से हुई। उसने सपेरे से कहा कि वह सांप के साथ एक फोटो क्लिक (Photo with snake) करना चाहता है।
सपेरे ने भी उसे बिना बताए जहरीला सांप (Photo with snake) थमा दिया। इस दौरान युवक ने जैसे ही सांप को अपने गले में लपेटा, सांप ने उसकी अंगुली में डस लिया, इस दौरान युवक स्माइल देता रहा। देखते ही देखते युवक की तबीयत बिगड़ गई और अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया।
बलौदा बाजार जिले के सरसीवा से 8 किलोमीटर दूर जैतपुर के जेतेश्वर धाम में भगवान भोलेनाथ का प्राचीन मंदिर है। यहां दूर-दूर से श्रद्धालु सावन में जलाभिषेक करने पहुंचते हैं।
सावन के आखिरी सोमवार यानी 19 अगस्त को ग्राम बालपुर निवासी 25 वर्षीय युवक खिलेश्वर चंद्रा (Photo with snake) अपने परिजनों के साथ सुबह 6 बजे मंदिर में पहुंचा था। उसने जलाभिषेक किया और मंदिर परिसर में घूम रहा था। इसी बीच उसकी मुलाकात चारभाटा निवासी संजय नामक एक सपेरे से हुई।
उसने अपने पास सांप रखा हुआ था। यह देखकर खिलेश्वर ने उससे कहा कि वह सांप के साथ एक फोटो क्लिक (Photo with snake) करवाना चाहता है। इस पर सपेरे ने उसकी बात मान ली।
सपेरे संजय के पास जहरीला सांप (Photo with snake) था। उसने बिना बताए खिलेश्वर को जहरीला सांप थमा दिया। खिलेश्वर ने जैसे ही सांप को अपने गले में लपेटा, सांप ने उसकी अंगुली में डस लिया। लेकिन फोटो क्लिक (Photo with snake) के चक्कर में युवक स्माइल देता रहा।फिर अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई और चक्कर आने लगे।
अस्पताल ले गए, लेकिन हो गई मौत
सांप के जहर के (Photo with snake) असर से युवक बेहोशी की हालत में आ गया। यह बात जब उसके परिजनों को पता चली तो फिर उसे पहले झाड़ फूंक करने की सोचने लगे।
लेकिन जब उसकी तबीयत काफी ज्यादा बिगड़ गई तो उसे सारंगढ़ अस्पताल में भर्ती कराया गया, यहां डॉक्टरों ने जांच पश्चात उसे मृत घोषित कर दिया। इस मामले में पुलिस ने सपेरे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
सांप के डसने से युवक की मौत (Photo with snake) घटना ने उसके परिजनों को सदमे में ला दिया। उन्हें क्या पता था कि सुबह हंसता खेलता उनका जवान बेटा उनके साथ था और कुछ ही घंटे में वह हमेशा के लिए उनसे दूर हो गया। घटना से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
सेल्फी व फोटो के चक्कर में खतरों से खेल रहे युवा
इन दोनों मोबाइल में सेल्फी लेने का क्रेज (Selfie) इतना ज्यादा बढ़ गया है कि आजकल के युवा खतरों से खेल रहे हैं। वे सोशल मीडिया पर खुद को सबसे अलग और अव्वल दिखाने के चक्कर में जान से भी खिलवाड़ करने से नहीं चूक रहे हैं। यही वजह है की सेल्फी या फोटो के चक्कर में कई युवा मौत के मुंह में समा चुके हैं।
करीना कपूर KARINA KAPOOR खान जल्द ही एक नई थ्रिलिंग फिल्म में नजर आने वाली हैं। फिल्म का शानदार टीजर भी रिलीज हो गया है। एकता आर कपूर और हंसल मेहता की नई फिल्म द बकिंघम मर्डर्स में करीना लीड रोल में हैं। फिल्म का नया टीजर रिलीज होते ही छा गया है और फैंस फिल्म देखने के लिए उत्साहित हैं। हंसल मेहता अपने अलग तरह के जॉनर में काम करने के लिए जाने जाते हैं। मगर इस बार वो सस्पेंस थ्रिलर की दुनिया में एंगेजिंग नरेटिव के साथ कदम रखने जा रहे हैं। ये करीना कपूर खान की हमेशा की फिल्मों से काफी अलग होने वाला है। टीजर में आप करीना का इंटेंस और थ्रिलिंग परफॉर्मेंस की झलक देख सकते हैं।
करीना कपूर खान का पहले शानदार पोस्टर आया और अब टीजर ने फैंस का उत्साह बढ़ा दिया है। करीना कपूर खान इस फिल्म में पुलिस अफसर के रोल में हैं, जिसे देखना काफी दिलचस्प होने वाला है। फैंस करीना को मिस्ट्री थ्रिलर में देखने के लिए उत्साहित हैं। ‘वीरे दी वेडिंग’ और ‘क्रू’ के बाद, करीना कपूर खान और एकता आर कपूर ने एक बार फिर साथ आए हैं और उम्मीद है कि इस बार भी कुछ नया देखने को मिलने वाला है
द बकिंघम मर्डर्स 13 सितंबर 2024 को बड़े पर्दे पर रिलीज होगी। इस फिल्म में करीना कपूर खान के साथ आपको ऐश टंडन, रणवीर बरार और कीथ एलन जैसे सितारे भी दिखेंगे। इस फिल्म के कहानी नसीम अरोड़ा, कश्यप कपूर और राघव राज कक्कड़ ने लिखी है। एकता कपूर के साथ करीना कपूर भी इस फिल्म को प्रोड्यूस कर रही हैं।
केंद्र सरकार ने लेटरल lateral entry भर्ती पर रोक लगाने का फैसला किया है। असल में कुछ दिन पहले ही यूपीएसी ने एक विज्ञापन जारी कर लेटरल भर्ती की बात कही थी। लेटरल एंट्री में किसी भी शख्स को यूपीएसी परीक्षा में बैठने की जरूरत नहीं होती और सीधे ही उसकी नियुक्ति बड़े पदों पर होती है। इसमें आरक्षण का लाभ किसी एक समुदाय को नहीं मिलता है। लेकिन इसी प्रक्रिया पर बवाल शुरू हुआ और अब पीएम मोदी ने उस पर रोक लगाने का फैसला किया।
Lateral entry पर लगेगी रोक
बताया जा रहा है कि कार्मिक विभाग की तरफ से यूपीएसी को एक विस्तृत चिट्ठी लिख दी गई है। उस चिट्ठी में माना जा रहा है कि लेटरल भर्ती पर रोक लगाने के लिए कहा गया है। बड़ी बात यह भी है कि पीएम मोदी के निर्देश के बाद ही यह चिट्ठी लिखी गई है। जानकार मानते हैं कि इस मुद्दे पर सरकार बैकफुट पर आ रही थी, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने तो इसे ओबीसी विरोधी तक बता डाला था। इसी बीच अब लेटरल एंट्री पर रोक लगाने का फैसला हुआ है।
लेटरल एंट्री में क्योंकि आरक्षण का कोई प्रावधान नहीं है,इसी वजह से केंद्र ने अपने कदम पीछे खींच लिए हैं। समझने वाली बात यह भी है कि इसी आरक्षण मुद्दे की वजह से लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी को जबरदस्त नुकसान उठाना पड़ा था। विपक्ष ने नेरेटिव सेट किया था कि बीजेपी आरक्षण खत्म कर देगी, संविधान को बदल देगी। लेकिन अब जब तीसरी बार सरकार बन गई है, पार्टी फूंक-फूंक कर हर कदम रखना चाहती है।
वैसे लेटरल एंट्री को लेकर यह बात समझना जरूरी है कि इस प्रक्रिया से आए हुए लोग केंद्रीय सचिवालय का हिस्सा होते हैं, जिसमें उस समय तक केवल अखिल भारतीय सेवाओं/केंद्रीय सिविल सेवाओं से आने वाले नौकरशाह ही सेवा दे रहे थे। लेटरल एंट्री से आने वाले लोगों को तीन साल के कांट्रेक्ट पर रखा जाएगा जिसे पांच साल तक बढ़ाया जा सकता है। लेकिन अभी के लिए उस विज्ञापन पर भी रोक लगी है और सीधी भर्ती भी नहीं होने जा रही है।
Kolkata Doctor rape-murder Case: कोलकाता रेप एंड मर्डर केस पर सुप्रीम कोर्ट में हो रही सुनवाई, कोर्ट की निगरानी में काम करेगा टास्क फोर्स, डाक्टर्स से हड़ताल वापस लेने का आह्वान
दिल्ली। Kolkata Doctor rape-murder Case:कोलकाता में ट्रेनी डाक्टर के रेप और मर्डर के मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। सीजेआई की अगुआई में तीन जस्टिस की बेंच मामले को सुन रही है। प्रकरण में कुछ अन्य पक्षकारों ने भी पक्ष रखने की दलील पेश की है। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डाक्टर के रेप और मर्डर (Kolkata Doctor rape-murder Case) के मामले में मंगलवार की सुबह तकरीबन 11 बजे से सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। इस केस को सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान में लिया है। सुनवाई के दौरान ही सीजेआई ने कहा कि हम डाक्टर्स की सुरक्षा पर नेशनल टास्क फोर्स बनाने जा रहे हैं। डाक्टर्स हम पर भरोसा करें।
सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता में जस्टिस मनोज मिश्रा और जस्टिस जेबी पारदीवाला की बेंच इस मामले की सुनवाई कर रही है। टास्क फोर्स के विषय में कोर्ट ने कहा कि नेशनल टास्क फोर्स कोर्ट की निगरानी में बनेगा और काम करेगा। इसमें डाक्टर्स को भी शामिल किया जाएगा।
कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल से 13 घंटे हुई पूछताछ
आरजी कर मेडिकल कॉलेज (Kolkata Doctor rape-murder Case) के पूर्व प्रिंसिपल डॉ- संदीप घोष से सोमवार को सीबीआई ने 13 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की। अपुष्ट खबरें हैं कि उनसे मंगलवार को भी पूछताछ की जानी है। सीबीआई ने मामले के आरोपी संजय रॉय के पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए भी कोर्ट से डिमांड की थी। इसकी भी कोर्ट ने मंजूरी दे दी है। इस टेस्ट से यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि आरोपी की बातों में कितनी सच्चाई है। सीबीआई ने आरोपी का मनोवैज्ञानिक टेस्ट पहले ही करा लिया है। खबर है कि पूर्व प्रिंसिपल डॉ संदीप घोष का पॉलीग्राफ टेस्ट भी कराए जाने की तैयारी है।
देश भर में हो रहे डाक्टर्स के विरोध प्रदर्शन का सर्वाधिक असर पश्चिम बंगाल में ही देखने को मिला रहा है। यहां स्वास्थ्य सेवाएं ठप पड़ गई हैं। राज्य की स्थिति की गंभीरता (Kolkata Doctor rape-murder Case) को भांपते हुए बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने की तैयारी में हैं। वे मुलाकात कर श्रीमती मुर्मू को राज्य की स्थितियों से अवगत कराएंगे।
क्राइम सीन पर लोगों के पहुंचने पर नाराजगी
सुप्रीम कोर्ट ने क्राइम सीन पर लोगों की भीड़ के पहुंचने पर भी नारजगी जाहिर की। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि हजारों लोगोें को अंदर क्यों आने दिया? पुलिस ने क्राइम सीन को प्रोटेक्ट क्यों नहीं किया? प्रिंसिपल को दूसरे कॉलेज में क्यों जॉइन कराया गया? बेंच ने सीबीआई को इस मामले में गुरुवार तक स्टेटस रिपोर्ट सबमिट करने के निर्देश दिए हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जांच इस समय नाजुक दौर में है, इसलिए डायरेक्ट रिपोर्ट कोर्ट में दी जा,। इसे गुरुवार तक देना होगा। सीजेआई ने पूछा- प्रिंसिपल क्या कर रहे थे? एफआईआर दर्ज नहीं की गई। शव माता-पिता को देर से सौंपा गया। पुलिस क्या कर रही है? सीजेआई ने कहा गंभीर अपराध हुआ है। उपद्रवियों को अस्पताल में घुसने क्यों दिया गया? इन सवालों के बाद सीजेआई ने कहा कि हम एक नेशनल टास्क फोर्स बनाना चाहते हैं जिसमें सभी डॉक्टरों की भागीदार हो। (Kolkata Doctor rape-murder Case)
एससी को आखिर क्यों पड़ी स्वतः संज्ञान की जरुरत
सीजेआई ने कहा कि हमने स्वतः संज्ञान इसलिए लिया क्योंकि रेप-हत्या के अलावा यह देशभर में डॉक्टरों की सुरक्षा से जुड़ा विषय भी है। हम सुरक्षा को लेकर सुनवाई करेंगे। हमें डॉक्टर्स, खासकर महिला और युवा डॉक्टर्स की सुरक्षा को लेकर चिंता है।
पीड़िता की पहचान उजागर करने पर कोर्ट चिंतित
सीजेआई ने कहा हम पीड़िता की पहचान उजागर होने को लेकर चिंतित हैं। पीड़िता की फोटो और पोस्टमार्टम के बाद उसकी बॉडी को दिखाना चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि हम पीड़िता की तस्वीरें और नाम सोशल मीडिया पर प्रसारित होने से बहुत चिंतित हैं। हर जगह पीड़िता की पहचान उजागर हुई। जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए था।
पश्चिम बंगाल से पूछा
सीजेआई ने पश्चिम बंगाल से पूछा- क्या प्रिंसिपल ने हत्या को आत्महत्या बताया? क्या पीड़िता के माता-पिता को सूचना देर से दी गई है? उन्हें मिलने नहीं दिया गया? प्रिंसिपल क्या कर रहे थे? एफआईआर दर्ज कराने में देरी क्यों हुई? ये बेहद गंभीर मुद्दा है।
याचिकाकर्ताओं ने सीजेआई को लिखा पत्र
सीजेआई को तीन याचिकाकर्ताओं ने पत्र के माध्यम से मामले की गंभीरता से अवगत कराया था। पत्र में बताया गया था कि मामला गंभीर है। यह डाक्टरों की सुरक्षा से जुड़ा मसला है। इन पत्रों के बाद ही सुप्रीम कोर्ट ने मामले में स्वतः संज्ञान लिया था।
राष्ट्रहित से जुड़ा मामला, हाई कोर्ट के लिए नहीं छोड़ेंगे
सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान यह पूछा कि एफआईआर किसने और कब दर्ज कराई। जवाब में अदालत को बताया गया कि घटना वाली रात करीब 11ः45 बजे पहली एफआईआर दर्ज हुई थी। कोर्ट ने कहा कि इसमें देरी क्यों हुई? हॉस्पिटल प्रबंधन आखिर कर क्या रहा था? (Kolkata Doctor rape-murder Case) सीजेआई ने कहा कि हम आग्रह करते हैं कि डाक्टर्स काम पर लौटें। हम उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यहां हैं। इसे हम हाईकोर्ट के लिए नहीं छोडें़गे। यह बड़ा राष्ट्रहित का मामला है।
माता-पिता नहीं थे, प्रबंधन को करानी थी एफआईआर
सीजेआई ने कहा कि जब हत्या हुई थी तो पीड़िता के माता-पिता वहां मौजूद नहीं थे। ये हॉस्पिटल प्रबंधन की जिम्मेदारी थी कि वो एफआईआर दर्ज कराएं। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा, इसे हल्के में नहीं समझना चाहिए, हम एक युवा डॉक्टर के साथ एक यौन विकृत व्यक्ति द्वारा बलात्कार की घटना से निपट रहे हैं, लेकिन इसमें एक पशु जैसी प्रवृत्ति भी थी।
Kolkata doctor rape-murder case: कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में 9 अगस्त की अलसुबह ट्रेनी डॉक्टर से हुई थी दरिंदगी, डॉक्टर की बॉडी के बाहरी अंगों पर 16 तो अंदरूनी भागों में पाए गए 9 जख्म
Khabar navis Desk: Kolkata doctor rape-murder case: कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में 9 अगस्त की अलसुबह 31 वर्षीय ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या की घटना से पूरा देश उबल रहा है। दरिंदों ने डॉक्टर के साथ इतनी बर्बरता की कि हर किसी का खून खौल उठा। घटना के विरोध में देशभर के डॉक्टर समेत स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े लोग लगातार प्रदर्शन-आंदोलन कर रहे हैं। वे आरोपियों (Kolkata doctor rape-murder case) को फांसी देने की मांग कर रहे हैं। इस बीच डॉक्टर द्वारा जो पीएम रिपोर्ट तैयार किया गया है, वह बर्बरता की कहानी बयां कर रहे हैं।
ट्रेनी डॉक्टर के शरीर के बाहरी अंगों पर 16 तो अंदरुनी अंगों पर 9 जख्म के निशान मिले हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितने विभत्स तरीके से आरोपियों ने वारदात (Kolkata doctor rape-murder case) को अंजाम दिया होगा। इस मामले में हालांकि पुलिस ने अस्पताल परिसर में ही ड्यूटी करने वाले आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार किया है।
भारी विरोध व सियासी ड्रामे के बाद कोर्ट ने इसकी जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंप दिया है। सीबीआई अब इसकी तह तक जाने कोई कसर बाकी नहीं रखना चाहती है। यह बात भी सामने आई है कि ट्रेनी डॉक्टर के रेप व मर्डर केस (Kolkata doctor rape-murder case) का आरोपी कोई अकेला व्यक्ति नहीं, बल्कि समूह में इसे अंजाम दिया गया है।
डॉक्टरों ने जो पीएम रिपोर्ट तैयार की है, उसमें इस बात का जिक्र है कि यह किसी एक युवक के बस की बात नहीं है। यह गैंगरेप (Gangrape) हो सकता है। डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट में 150 एमजी सिमन मिले हैं। इतना सिमन एक व्यक्ति के नहीं हो सकते।
ट्रेनी डॉक्टर के ब्लड सैंपल और शरीर से निकले अन्य लिक्विड को टेस्ट के लिए भेजा लैब भेजा गया है। पीडि़ता (Kolkata doctor rape-murder case) ने खुद को बचाने काफी संघर्ष भी किया है, क्योंकि उसके नाखूनों में आरोपियों के चेहरे के स्किन आ गए हैं-
1. ट्रेनी डॉक्टर के प्राइवेट पाट्र्स पर गहरा घाव पाया गया। उसके साथ हैवानों ने अबनॉर्मल सेक्सुअलिटी और जेनाइटल टॉर्चर किया था।
2. दरिंदगी के दौरान ट्रेनी डॉक्टर चिल्ला न पाए, इसके लिए दरिंदों ने लगातार उसकी नाक, मुंह और गले को दबा कर रखा था। इस वजह से डॉक्टर का थायराइड कार्टिलेज टूट गया।
3. आरोपियों ने ट्रेनी डॉक्टर के सिर को दीवार से सटा दिया था, ताकि वह चिल्ला न सके।
4. दरिंदगी के वक्त आरोपियों ने उसके चेहरे पर इतना तेज प्रहार किया था कि उसके चश्में के शीशे टूटकर उसकी आंखों में घुस गए थे। यही वजह हे कि उसकी आंखों से खून बहता मिला।
5. दरिंदों ने उसे काफी टॉर्चर किया था। यही वजह है कि डॉक्टर केपेट, होंठ, उंगलियों और बाएं पैर पर कई चोट के निशान मिले हैं।
6. हैवानों ने डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट पर भी गहरे घाव दिए थे, जिसकी वजह से प्राइवेट पार्ट से भी लगातार खून बह रहा था।
7. आरोपियों ने दरिंदगी करने ट्रेनी डॉक्टर को इतना कस कर पकड़ रखा था कि खुद को छुड़ाने उसे काफी संघर्ष करना पड़ा। ट्रेनी डॉक्टर के नाखूनों में आरोपियों का स्किन फंसा मिला है। इससे यह साबित होता है कि संघर्ष के दौरान उसने आरोपियों के चेहरे पर नाखून से वार किया था।
आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से भी सीबीआई पिछले चार दिनों से पूछताछ (Kolkata doctor rape-murder case) कर रही है। उसकी भूमिका भी संदेह के दायरे में है।
कई आरोपियों के शामिल होने की आशंका इसमें पहले ही व्यक्त की जा रही है। ऐसे में पुलिस मुख्य आरोपी संजय रॉय का पॉलीग्राफ टेस्ट भी कराएगी।
Unique Protest:छत्तीसगढ़ के भिलाई का है वीडियो, सर्विस खराब होने से था नाराज, ठेले पर निकाली बारात, कंपनी के शो रूम के बाहर घंटों गाया गाना भिलाई। Unique Protest: शहर के एक युवा को ओला की स्कूटी ने इस कदर परेशान किया कि उसने स्कूटी की बारात निकाल दी। उसने कुछ महीनों पहले ही स्कूूटी खरीदी थी। गाड़ी में आ रही बार-बार की खराबी से (Unique Protest) परेशान होकर उसने ऐसा किया। रास्ते से लेकर ओला कंपनी के शो रूम तक युवक गाना गाता नजर आया।
भिलाई के सागर सिंह ने ओला कंपनी की स्कूटी खरीदी थी। स्कटी में आए दिन खराबी आने लगी। इसे लेकर वह शो रूम जाता तो उसे एक हफ्ते से ज्यादा दिनों का इंतजार कराया जाता था। युवक का दावा है कि छोटी-छोटी दिक्कतों के लिए भी उसकी गाड़ी शो रूम में कई दिनों तक खड़ी कर ली जाती थी। ऐसे में उसे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। कंपनी की सर्विस से वह काफी परेशान था। इसलिए उसने कंपनी को जलील (Unique Protest) करने के नजरिए से स्कूटी की बारात निकाली।
Unique Protest: कंपनी को सबक सिखाने निकाली बारात
वायरल वीडियो में दिख रहे युवक का नाम सागर सिंह है। सागर ने अपने घर से शो रूम तक स्कूटी को सजाकर एक बारात निकाली। रास्ते में वह बॉलीवुड का मशहूर गाना (Unique Protest) ”तड़प-तड़प कर इस दिल से आह निकलती रही…“ गाना गा रहा था। रास्ते में निकाली बारात से भी कंपनी के प्रति उसका गुस्सा शांत नहीं हुआ तो उसने शो रूम के सामने खड़े होकर भी काफी देर तक गाना गाता रहा।
सागर सिंह ने घर से बारात निकालने के लिए ठेले का इस्तेमाल किया था। इस पर रखकर ही उसने बारात निकाली थी। इस ठेले को उसने ओला कंपनी के शो रूम के बाहर खड़ा कर दिया। उसकी निकाली हुई बारात और बाइक थामकर गाना लोगों के बीच कौतूहल का विषय बना रहा। उसे देखने लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। (Unique Protest) लोग उससे इसका कारण जानने में जुटे हुए थे। भीड़ में से ही किसी ने उसका यह वीडियो बनाया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल कर दिया।
भीड़ से कहा कभी न खरीदें ओला की स्कूटी
युवक ने भीड़ के लोगों को यह भी कहा कि वे ओला कंपनी की स्कूटी कभी न खरीदें। इसमें जब कोई परेषानी आती है तो सर्विस नहीं मिलती। शो रूम के बाहर के वायरल वीडियो के कमेंट सेक्शन में भी देश भर से लोग यही लिख रहे हैं कि भूलकर भी न खरीदें ओला की स्कूटी।
ये आदमी ओला का शेयर गिराकर ही मानेगा
सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो में एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा कि “ये आदमी ओला का शेयर गिरा कर ही मानेगा।“ वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा ”टाइम आ गया है ओला को इस गोला से बाहर करने का।” वीडियो को सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर शेयर किया गया है।
Life style Desk. बच्चे किसे अच्छे नहीं लगते। ऊपर से सजधज कर अगर यही बच्चे रैंप ramp walk पर उतर जाएं तो फिर क्या ही कहने। इन दिनों instagram पर ऐसा ही एक अनोखा किड्स रैंप वॉक शोहरत बटोर रहा है। यह फैशन शो अमेरिका के न्यू यॉर्क में हुआ है। इसके वीडियो को अभी तक 3.5 मिलियन बार देखा जा चुका है। आइए देखते है वीडियो।
भिलाई . छत्तीसगढ़ के इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले के लिए चल रही engineering counselling काउंसलिंग के तहत 14 अगस्त को प्रथम चरण का सीट आवंटन जारी हो गया है। अब छात्रों को कॉलेज पहुंचकर एडमिशन लेना है। इसके लिए आखिरी तिथि २१ अगस्त है। तकनीकी शिक्षा संचालनालय ने साफ किया है कि जिन छात्रों को सीट अलॉट हो चुकी हैं, उन्हें 21 अगस्त तक एडमिशन पक्का करना होगा।
engineering counselling लेटेस्ट अपडेट्स
प्रवेश नहीं लेने की स्थिति में उनकी सीट का आवंटन निरस्त कर दिया जाएगा। इसके अलावा यदि उन्हें प्रवेश लेना है तो ऐसी स्थिति में दोबारा से काउंसलिंग के दूसरे चरण के पंजीयन की जरूरत होगी। इधर, डीटीई के शेड्यूल ये अवकाश को भी काउंसलिंग जारी रही। दुर्ग भिलाई के कॉलेजों में रविवार को भी प्रवेश दिए गए वहीं सोमवार को रक्षाबंधन के त्योहार के दिन भी कॉलेज खुला रहा। इन दिन भी कई छात्र प्रवेश लेने पहुंचे।
इस तरह है द्वितीय चरण काउंसलिंग — बीटेक, बीटेक लेटरल, एमटेक, एमबीए – पंजीयन – 22 से 28 अगस्त तक आवंटन – 29 अगस्त संस्था प्रवेश की तिथि – 30 अगस्त से 3 सितंबर तक डिप्लोमा इंजीनियरिंग, डिप्लोमा लेटरल, एमसीए – पंजीयन – 27 से 31 अगस्त तक, आवंटन – 3 सितंबर संस्था प्रवेश की तिथि – 4 से 7 सितंबर तक ऐसा है आईएल का शेड्यूल
बैचलर प्रोग्राम, डिप्लोमा और मास्टर्स – पंजीयन – 9 और 10 सितंबर मेरिट सूची – 13 सितंबर संस्था प्रवेश की तिथि – 14 से 15 सितंबर
रायपुर . अगर आप भी टॉन एनआईटी, आईआईटी IIT से एमटेक की पढ़ाई के लिए गेट का इम्तेहान लिखने वाले हैं तो अब उच्च स्तर का स्टडी मटेरियल मुफ्त में मिलेगा। इसमें आईआईटी मद्रास बड़ी मदद करेगा। आईआईटी मद्रास ने गेट के सिलेबस को ध्यान में रखते हुए वीडियो सोल्यूशन के साथ टिप्स एंड ट्रिक्स कंटेंट तैयार किया है। सारा स्टडी मटेरियल विद्यार्थियों को पोर्टल पर मिलेगा। गेट की तैयारी के लिए कोचिंग का विकल्प जिन छात्रों के पास नहीं है, उनके लिए यह स्टडी मटेरियल काफी मददगार बन सकता है। इसमें पूरा सिलेबस एवी और लिखित वर्जन में उपलब्ध कराया गया है। अभी तक एनपीटीएल गेट पोर्टल पर 50,700 से अधिक उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है और स्टडी मटेरियल से तैयारी शुरू कर दी है।
इस पोर्टल के जरिए आपको कोर्स कंटेंट और पूर्व के प्रश्नपत्रों का विशाल संग्रह मिलेगा। इस पोर्ट्ल पर साल 2007 से 2022 तक पिछले वर्षों के प्रश्नों पत्र उपलब्ध कराए गए हैं। एजुकेशनल सिटी भिलाई के साथ-साथ पूरे छत्तीसगढ़ से इंजीनियरिंग छात्र एमटेक में प्रवेश और डायरेक्ट पीएसयू में एंट्री के लिए गेट की परीक्षा देते हैं। हर साल प्रदेश से काफी सलेक्शन भी होते हैं। इस लिहाज से गेट के लिए यह पोर्टल काफी फायदेमंद साबित होगा।
एनपीटीईएल यानी नेशनल प्रोग्राम ऑन टेक्नोलॉजी एन्हांस्ड लर्निंग, आईआईटी मद्रास और आईआईएससी, बेंगलुरु समेत कई आईआईटी की एक संयुक्त पहल है। ये पोर्टल भी एमॅड्यूस लैब्स बेंगलुरु द्वारा प्रायोजित किया गया है। ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (गेट) एक प्रतिष्ठित नेशनल लेवल का एग्जाम है जो इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी, साइंस, आर्किटेक्चर और ह्यूमैनिटीज में विभिन्न पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स के विषयों की व्यापक समझ के लिए उम्मीदवारों का मूल्यांकन करता है।
To provide the best experiences, we use technologies like cookies to store and/or access device information. Consenting to these technologies will allow us to process data such as browsing behavior or unique IDs on this site. Not consenting or withdrawing consent, may adversely affect certain features and functions.
Functional
Always active
The technical storage or access is strictly necessary for the legitimate purpose of enabling the use of a specific service explicitly requested by the subscriber or user, or for the sole purpose of carrying out the transmission of a communication over an electronic communications network.
Preferences
The technical storage or access is necessary for the legitimate purpose of storing preferences that are not requested by the subscriber or user.
Statistics
The technical storage or access that is used exclusively for statistical purposes.The technical storage or access that is used exclusively for anonymous statistical purposes. Without a subpoena, voluntary compliance on the part of your Internet Service Provider, or additional records from a third party, information stored or retrieved for this purpose alone cannot usually be used to identify you.
Marketing
The technical storage or access is required to create user profiles to send advertising, or to track the user on a website or across several websites for similar marketing purposes.