Guptkashi Landslide: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ नेशनल हाईवे पर बीती शाम एक भीषण भूस्खलन हुआ। इस हादसे में छत्तीसगढ़ के दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई।
दुर्ग। Landslide On Kedarnath National Highway: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ नेशनल हाईवे पर बीती शाम एक भीषण भूस्खलन हुआ। इस हादसे में छत्तीसगढ़ के दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं 4 लोग घायल हो गए हैं। बता दें कि यह हादसा रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुआ है।
जानें कैसा हुआ हादसा?
यह हादसा गुप्तकाशी के पास कुंड क्षेत्र में हुआ। मिली जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार शाम रुद्रप्रयाग जिले में गौरीकुंड हाईवे पर काकरागढ़ के पास उनके चारपहिया वाहन पर अचानक पहाड़ी से बड़ा पत्थर (चट्टान का टुकड़ा) गिर गया, जिससे वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इस हादसे में दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं चार लोग घायल हो गए।फिलहाल पुलिस ने दोनों मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेज दिया है।
मरने वालों में वाहन चालक और श्रद्धालु शामिल
मृतकों की पहचान राजेश रावत (वाहन चालक) और शैलेश कुमार यादव के रूप में हुई है, दोनों छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के निवासी थे। हादसा उस समय हुआ जब श्रद्धालुओं का वाहन केदारनाथ यात्रा मार्ग पर काकड़ागाड़ के पास से गुजर रहा था। यह हादसा यात्रा मार्ग की खतरनाक भौगोलिक स्थिति और खराब मौसम की वजह से हुआ माना जा रहा है। प्रशासन ने तीर्थयात्रियों से सावधानी बरतने और मौसम की जानकारी लेकर ही यात्रा करने की अपील की है।
Landslide On Kedarnath National Highway: घायलों में ये शामिल
घायलों की पहचान लक्ष्मण सिंह (24) पुत्र धनीराम यादव, ओमकार सिंह (24) पुत्र वीरेंद्र सिंह, विपेश यादव (19) पुत्र गोविंद यादव और चित्रांश साहू, पुत्र ओमकार साहू के रूप में हुई है। यह सभी भी छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के रहने वाले है। वहीं घायलों को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, अगस्त्यमुनि ले जाया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। अधिकारियों के अनुसार, घायलों में दो की हालत गंभीर बताई जा रही है, जबकि तीन अन्य को मामूली चोटें आई हैं। सभी घायल छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के निवासी हैं और उनकी उम्र 19 से 25 वर्ष के बीच बताई जा रही है।
मौके पर पहुंची प्रशासन की टीम
घटना की जानकारी मिलते ही एसडीआरएफ और डीडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं और बचाव और राहत का काम शुरू कर दिया। रेस्क्यू अभियान चलाकर घायलों को बाहर निकाला। इस घटना के बाद यात्रियों में दहशत का माहौल है। प्रशासन ने भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ा दी है और यात्रियों से अपील की है कि वे मौसम अपडेट और प्रशासनिक दिशा-निर्देशों का पालन करें। गौरतलब है कि मानसून से पहले पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रही हल्की बारिश के कारण भूस्खलन की घटनाएं बढ़ रही हैं।
IMD ने जारी किया भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने 31 मई और 1 जून 2025 के लिए उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश, तेज हवाओं और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है, जिसके चलते प्रशासन ने तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों से पहाड़ी क्षेत्रों में सावधानी बरतने की सलाह दी है।